वाराणसी। वाराणसी में बेकाबू हो चले कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अफसरों और जन प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल बैठक को लेकर कांग्रेस ने उन पर जमकर निशाना साधा। पार्टी के स्थानीय वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक अजय राय ने कहा कि ये विकट समय जनप्रतिनिधियों को जनता के अपेक्षा पर परीक्षा देने का समय है, समीक्षा का नहीं। प्रधानमंत्री वाराणसी से सांसद है। शहर में पिछले 15 दिनों से कोरोना विकराल रूप ले चुका है। हर तरफ हाहाकार मचा है। नागरिकों की स्थिति अति दयनीय है। अब तो डॉक्टर तक गुहार लगा रहे है आक्सीजन के लिए। हर तरफ अस्पताल से लेकर श्मशान तक कतारें लगी हैं, सरकार की शून्यता जारी है।
पूर्व विधायक ने कहा कि पिछले 15 दिन पहले अगर वाराणसी के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि चेत गए होते और अपनी जिम्मेदारी को समझे होते, चिकित्सा सुविधा मुहैया कराये होते तो आज यह नौबत नहीं आती। अब तो जन प्रतिनिधियों को जनता के बीच जाकर परीक्षा देने का समय है। लोगों की पीड़ा सुनने उनका दर्द बांटने व मदद करने का समय है। ऐसे परीक्षा के जगह समीक्षा यह एक खाना पूर्ति है। उन्होंने कहा कि जिला-प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम बनाया गया। वहां से भी कोई मदद नहीं मिल रही। बीएचयू समेत सभी सरकारी अस्पताल व्यवस्था की कमी से जूझ रहे हैं। निजी अस्पताल का कोई मापदण्ड तय नहीं है, लूट मचा हुआ है। राय ने कहा कि ऐसे भयावह स्थिति में प्रधानमंत्री खुद वाराणसी आकर यहां की स्थिति का जायजा लेकर आवश्यक कदम उठायें।