जिन महिलाओं के छोटे बच्चे हैं उनकी चुनाव में ड्यूटी न लगायी जाय
लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए गठित टीम-11 के महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक में रविवार को ‘मास्क नहीं पहनने वालों पर जुर्माना लगाने के लिए निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि मास्क के अनिवार्य उपयोग के लिए प्रभावी प्रवर्तन कार्रवाई की जरूरत है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जो मास्क नहीं पहनें, ऐसे लापरवाह लोगों के बारे में समाज को भी अवगत कराया जाय। पहली बार पकड़े जाने पर 01 हजार रूपये तथा दूसरी बार बिना मास्क पकड़े जाने पर 10 हजार रूपये का जुर्माना लगाने को निर्देशित किया है। कहा कि ऐसे लोगों का कृत्य समाज के लिए घातक है। ऐसे लोगों के साथ सख्ती की जाय। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों में लगे कार्मिकों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं। साथ ही जिन महिलाओं के बच्चे छोटे हैं, उन्हें चुनाव ड्यूटी में न लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति को और बेहतर करने के लिए अलग-अलग स्थानों पर 10 नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने हैं। इस कार्य में डीआरडीओ तथा भारत सरकार के स्तर पर ऑक्सीजन आपूर्ति की मॉनिटरिंग की जा रही है। कहाकि समन्वय बनाते हुए डिमांड भेजें। प्रत्येक अस्पताल में न्यूनतम 36 घंटे का ऑक्सीजन बैकअप होना ही चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी की सूचना प्राप्त हुई है। इस संबंध में तत्काल कार्यवाही की जाए। सिलेंडर क्रय करने की प्रक्रिया में कतई देरी न हो। भारत सरकार से सहयोग प्राप्त किया जाय तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री ऑक्सीजन की आपूर्ति और वितरण के कार्यों की सतत मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के मेडिकल किट की दवाओं में कोई कमी न होने पाए। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग का कंट्रोल रूम निरन्तर कार्यशील रहते हुए रेमडेसिविर सहित विभिन्न औषधियों की उपलब्धता पर लगातार नजर रखे। रेमिडीसीवीर की अनुमानित आवश्यकता के अनुसार उत्पादनकर्ता कम्पनियों से संवाद कर मांग भेजी जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी दशा में यह सप्लाई चेन बाधित न होने पाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि रायपुर (छत्तीसगढ़) में अस्पताल में आग लगने की हृदयविदारक घटना घटित हुई है। इस घटना में कोविड मरीजों की दुःखद मृत्यु हुई है। हमें इस घटना से सीख लेना चाहिए। प्रदेश के सभी जिलों के सभी सरकारी व निजी चिकित्सा संस्थानों में फायर सेफ्टी के उपकरणों का परीक्षण कर लिया जाए। यह कार्य आज ही सम्पन्न करा लिया जाए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता स्वीकार नहीं है। प्रदेश में औद्योगिक कार्य सतत जारी रहें। साप्ताहिक रविवार बंदी के दिन केवल उन्हीं इकाइयों में बंदी रहेगी, जहां पहले से ही रविवार को अवकाश होता है। सभी औद्योगिक इकाइयों में भी श्रमिकों की सुविधाओं व जरूरतों का ध्यान रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ, प्रयागराज, मुरादाबाद, झांसी, कानुपर सहित संक्रमण से अति प्रभावित करीब 12 जिलों में आईसीयू और आइसोलेशन बेड्स की क्षमता दोगुनी किये जाने की आवश्यकता है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री यह व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। कानपुर में जीएसवीएम, रामा मेडिकल कॉलेज और नारायणा मेडिकल कॉलेज की सुविधाओं में बढ़ोतरी की जाए। यह सभी हॉस्पिटल अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। बेड्स में बढ़ोतरी की जाए, साथ ही सभी चिकित्सकीय सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। प्रदेश में नियमानुसार कंटेनमेंट ज़ोन की व्यवस्था सख्ती से लागू की जाए। अब तक 46 हजार से अधिक कंटेनमेंट ज़ोन बनाये गए हैं। प्रत्येक जनपद में निगरानी समितियों के कार्याें की नियमित समीक्षा की जाए। सीएम हेल्पलाइन से निगरानी समितियों से नियमित संवाद किया जाए। कोविड पर नियंत्रण के लिए यह महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने यह भी कहा है कि प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि सार्वजनिक स्थल पर भीड़ न हो। सामान का लेन-देन करने वाले लोग मास्क और ग्लव्स का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। धर्मस्थलों में 05 से अधिक लोग एक समय में न जाएं।स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फाॅगिंग के विशेष अभियान के बेहतर नतीजों के लिए इसे युद्धस्तर पर संचालित किया जाए। ग्रामीण और शहरी इलाकों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फाॅगिंग की प्रभावी कार्रवाई की जाए। विशेष रेलगाड़ियों के माध्यम से अन्य प्रदेशों से आने वाले लोगों को क्वारन्टीन सेंटर पहुंचा कर सभी की स्क्रीनिंग एवं आवश्यकतानुसार जांच की जाए। क्वारन्टीन सेंटर में लोगों के ठहरने तथा भोजन आदि की समुचित व्यवस्था की जाए।