लखनऊ : विश्व में प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस मनाया जाता है। यह दिवस, हमारे माननीय प्रधानमंत्री की देश से वर्ष 2025 तक टीबी के उन्मूलन हेतु प्रतिबद्धता के सापेक्ष, हमें यह अवसर प्रदान करता है कि टीबी के सम्बन्ध में लोगों में सही जानकारी और जागरूकता का प्रसार हो, टीबी मरीजों की पहचान हो, उन्हें समुचित उपचार मिले ताकि पूरे देश से टीबी का पूर्ण उन्मूलन किया जा सके। टीबी उन्मूलन के प्रति इसी उद्देश्य की सार्थकता के लिए, साथ ही लोगों में इस रोग के प्रति जागरूकता बढाने एवं इससे सम्बंधित सही संदेशों को लोगों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न संचार माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है। इसी क्रम में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश एवं ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज संस्था द्वारा लखनऊ स्थित स्वास्थ्य भवन एवं जी.पी.ओ. क्लॉक टावर को प्रकाशमय करने की गतिविधि सम्पादित की जा रही है, जिसमें उपरोक्त दोनों भवनों को विश्व क्षय दिवस के अवसर पर प्रकाश द्वारा सजाया गया। साथ ही, भवनों पर प्रकाश के माध्यम से टीबी रोग के प्रति जागरूक करने वाले संदेशों को भी प्रदर्शित किया गया।
टीबी एक ऐसा रोग है जिसका पूर्ण उपचार एवं रोकथाम सम्भव है। इसके साथ ही, इस रोग के पूर्ण उन्मूलन के लिए, सामुदायिक सहभागिता बहुत आवश्यक है। इसके बावजूद, यह अनुमान लगाया जाता है कि केवल टीबी रोग से ही प्रतिदिन, विश्व में 30000 से अधिक लोग ग्रसित होते हैं एवं प्रतिदिन ही, विश्व में 4000 से अधिक लोग इस रोग से मर जाते हैं। केवल भारतवर्ष में ही टीबी रोग से हर दिन, 1200 लोगो की मृत्यु होती हैं। विश्व में टीबी से संक्रमित हर चौथा मरीज़ भारतीय है और भारत में टीबी का हर पांचवा टीबी मरीज़ उत्तर प्रदेश से है। इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश के राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. संतोष गुप्ता, उप राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. ऋषि सक्सेना, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के सलाहकार डॉ. सुखवंत, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहायक कार्यक्रम अधिकारी बनवारी लाल, राज्य टीबी कार्यलय के आनंद तिवारी, अजय शुक्ला एवं नोखे लाल, सीफार की प्रतिनिधि रंजना द्विवेदी एवं ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज संस्था से अनुज घोष दीपक मिश्रा एवं शोभित शर्मा उपस्थित थे।