भारत में कोरोना वायरस संक्रमण एक बार फिर पैर पसारता नजर आ रहा है। ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों ने भी कमर कस ली है। जिन राज्यों में कोरोना वायरस बेकाबू होता नजर आ रहा है, वहां लॉकडाउन(Lockdown) से लेकर नाइट कर्फ्यू(Night Curfew) तक लगाया जा रहा है।महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में परभणी जिले कोविड-19 मामलों में वृद्धि को देखते हुए आज से 31 मार्च तक लॉकडाउन के तहत रखा जाएगा। मध्य प्रदेश की सरकार कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कुछ शहरों में रविवार को लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है। महाराष्ट्र सरकार ने पहले से ही नागपुर में 31 मार्च लॉकडाउन लगाया हुआ है। वहीं, दिल्ली सरकार ने भी अगामी दिनों में सार्वजनिक स्थानों पर होली आदि त्योहारों को मनाने पर रोक लगा दी है।
मध्य प्रदेश में लॉकडाउन लगाने पर हो रहा विचार
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि कुछ राज्यों में लॉकडाउन लगाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘जैसा कि देश में कोविड-19 मामलों में वृद्धि जारी है, मध्य प्रदेश सरकार दो से तीन शहरों में रविवार को लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है। इंदौर और भोपाल में प्रतिदिन 300 से 400 कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। अगर संक्रमण के मामलों की रफ्तार ऐसे ही बढ़ती रही, तो हम जल्द ही पहले वाली स्थिति में पहुंच जाएंगे। इसलिए मेरी हाथ जोड़कर लोगों की प्रार्थना है कि सरकार द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों का पालन करें।’ साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार 2-3 शहरों में रविवार को लॉकडाउन लगाने पर विचार कर रही है। इससे पहले राज्य सरकार ने सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है। इससे पहले तीन शहरों इंदौर, भोपाल और जबलपुर में हर रविवार लॉकडाउन लगाया गया है। होली के बाद रंगपंचमी के दिन शहर में निकलने वाली परंपरागत गेर के आयोजन पर भी रोक लगा दी गई है।
महाराष्ट्र में बेकाबू नजर आ रहे हालात
महाराष्ट्र ऐसा राज्य है, जहां शुरुआत से कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आते रहे हैं। राज्य में एक बार फिर हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं। एक-एक दिन में 30 हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में देश में सबसे पहले राज्य के कुछ शहरों में लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में परभणी जिले कोविड-19 मामलों में वृद्धि को देखते हुए आज से 31 मार्च तक लॉकडाउन के तहत रखा जाएगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि नाइट कर्फ्यू जैसे पहले के उपाय प्रभावी नहीं साबित हुए, क्योंकि नए मामलों का संक्रमण ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा है. लॉकडाउन बुधवार शाम 7 बजे लागू होगा। महाराष्ट्र सरकार ने नागपुर में पहले ही 31 मार्च लॉकडाउन लगाया है। इसके अलावा पुणे, औरंगाबाद और अमरावती समेत कई जगहों पर नाइट कर्फ्यू लगा हुआ है। अगर कोरोना के मामलों की रफ्तार ऐसे ही बनी रही, तो कुछ और शहरों में भी लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू लगाने के हालात बन सकते हैं।
दिल्ली में होली समेत अन्य त्योहारों के सार्वजनिक स्थानों पर मनाने पर प्रतिबंध
दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1000 से ज्यादा मामले सामने आए। ऐसे में राजधानी में सार्वजनिक स्थानों पर होली, शब-ए-बारात और नवरात्रि के मनाने पर रोक लगा दी है। दिल्ली सरकार के इस आदेश के अनुसार, त्योहारों के दौरान दिल्ली में किसी भी सार्वजनिक स्थान, पब्लिक ग्राउंड, पब्लिक पार्क मार्केट या धार्मिक स्थान में त्योहारों के दौरान सार्वजनिक उत्सव, लोगों के इकट्ठा होने और जलसा मनाने पर रोक है।
इन शहरों में लगाया गया है नाइट कर्फ्यू
महाराष्ट्र के अलावा पंजाब, गुजरात में भी कोरोना की रफ्तार को थामने के लिए नाइट कर्फ्यू जैसे कड़े कदम उठाए गए हैं। गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में 31 मार्च तक नाइट कर्फ्यू है। वहीं, पंजाब के लुधियाना, पटियाला, होशियारपुर, जालंधर और फतेहगढ़ साहिब सहित कई शहरों में रात 9 से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू है।
तेजी से बढ़ रहा कोरोना का यूके वेरिएंट
भारत में अब तक यूके, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के कोरोना वायरस वेरिएंट के 795 मरीज सामने आ चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि म्यूटेंट स्ट्रेन में 18 मार्च के बाद से 395 की बढ़ोत्तरी हुई है। पंजाब के लोगों को अब और सावधान होने की जरूरत है। जीनोम टेस्टिंग के लिए राज्य से नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) को भेजे गए 401 सैंपलों में से 326 में कोरोना वायरस का यूके वेरिएंट (बी.1.1.7) पाया गया है। 81 फीसद सैंपलों में यूके में पाए जाने वाले वायरस के इस वेरिएंट की मौजूदगी से पंजाब की चिंता बढ़ गई है। इसका फैलाव 40 से 70 फीसद ज्यादा होता है।
1 अप्रैल से कोरोना वैक्सीनेशन का चौथा फेज
देश में वैक्सीन का चौथा फेज 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। इस फेज में 45 वषर्ष से अधिक उम्र वाले सभी लोग वैक्सीन ले सकते हैं, चाहे उन्हें कोई बीमारी हो या नहीं हो। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जाव़़डेकर ने मंगलवार को लोगों से वैक्सीन के लिए आगे आने की अपील के साथ केंद्र सरकार के अहम फैसले की जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए वैक्सीनेशन का प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इसके लिए लोग आगे आकर अपना नाम रजिस्टर करवाएं और वैक्सीन की खुराक लें। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वैज्ञानिकों व टास्क फोर्स की सलाह पर अहम फैसला लिया गया। देश में वैक्सीनेशन काफी तेजी से हो रहा है। पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड साढ़े 32 लाख लोगों को वैक्सीन की खुराक दी गई है।