नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘विश्व जल दिवस’ के अवसर पर सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन’ का शुभारंभ किया। इस मिशन का उद्देश्य बारिश के मौसम में पानी को सुरक्षित रखना है, ताकि भू-जल स्तर में बढ़ोतरी हो सके। जल शक्ति अभियान के शुभारम्भ से पूर्व केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवाराज सिंह चौहान ने केन-बेतवा सम्पर्क परियोजना के लिए ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। नदियों को आपस में जोड़ने की यह पहली राष्ट्रव्यापी परियोजना है। वहीं, कार्यक्रम की शुरुआत में स्वागत भाषण देते हुए जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों का आभार जताते हुए अभियान के विषय की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आज यानी 22 मार्च से एक बार फिर जल शक्ति अभियान की शुरुआत हो रही है, जो देश के सभी 700 जिलों में चलेगा। उन्होंने कहा कि पानी के संरक्षण और पीने के पानी की गुणवत्ता के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से इस अभियान की शुरुआत की गई। इसके जरिए बारिश के मौसम में पानी को सुरक्षित रखा जा सके, जिससे भू-जल में बढ़ोतरी हो।शेखावत ने यह भी बताया कि जल संरक्षण से मुद्दे पर देश के सभी जिलों की ग्राम पंचायतों और ग्राम सभाओं में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही जल संरक्षण के लिए ग्राम सभाएं ‘जल शपथ’ भी लेंगी। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि यह आयोजन उन राज्यों में नहीं होंगे, जहां चुनाव होने वाले हैं।