अटलांटा में इस सप्ताह हुई गोलीबारी पर चुप्पी और जटिलता के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया, जिसमें छह एशियाई महिलाओं सहित आठ लोग मारे गए थे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को एशियाई-अमेरिकी समुदाय के नेताओं से मिलने के बाद अटलांटा में एमोरी विश्वविद्यालय से बोलते हुए, बाइडन ने स्वीकार किया कि पिछले साल से एशियाई-अमेरिकियों के खिलाफ नफरत बेहद बढ़ गई।
‘जो भी प्रेरणा हो’, बाइडन ने मसाज पार्लर की शूटिंग के बारे में बात करते हुए कहा कि बहुत से एशियाई-अमेरिकी सड़कों पर चलने में डरते हैं, चिंता कर रहे हैं, हर सुबह जागते हुए अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता करते हैं। उन पर हमला किया गया, उन्हें दोषी ठहराया गया, प्रताड़ित किया गया, परेशान किया गया। उनके साथ मौखिक रूप से हमला किया गया, शारीरिक रूप से हमला किया गया, मार डाला गया।
राष्ट्रपति ने अटलांटा में हुई फायरिंग को लेकर अफसोस जताया। पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि देश कोरोना वायरस महामारी के कारण एशियाई-अमेरिकियों के बारे में नाराजगी को समझने में लोगों के गुस्से को कम करने में विफल रहा।
इसी हफ्ते अमेरिका में अटलांटा के तीन स्पा सेंटरों में अंधाधुंध फायरिंग में छह एशियाई मूल की महिलाओं सहित आठ लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 21 साल के एक संदिग्ध युवक को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि हत्या की यह घटना देशभर में एशियाई समुदाय के प्रति बढ़े नस्ली हिंसा के बाद हुई है। राष्ट्रपति के अटलांटा के इस दौरे का कार्यक्रम पहले से निर्धारित था।