क्या आप आधार को एलपीजी कनेक्शन से ऑनलाइन लिंक करना चाहते हैं? सरकार के डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजना के तहत प्रत्येक सिलेंडर पर सब्सिडी राशि सीधे उपभोक्ता बैंक के खाते में जमा की जाती है। एलपीजी सब्सिडी के इस लाभ को लेने के लिए आधार को एलपीजी कनेक्शन से जोड़ना जरूरी है। ऐसे कई तरीके हैं जिनके माध्यम से दोनों को जोड़ा जा सकता है। इसे वेबसाइट के जरिये, कॉल करके, आईवीआरएस द्वारा या यहां तक कि एसएमएस भेजकर भी कर सकते हैं।
आधार को एलपीजी कनेक्शन के साथ ऑनलाइन लिंक करने के लिए कौन से तरीके हैं जानिए
- वेबसाइट rasf.uidai.gov.in/seeding/User/ResidentSelfSeedingpds.aspx पर जाएं और जरूरी जानकारी भरें।
- एलपीजी के रूप में ‘लाभ प्रकार’ का चयन करें और फिर एलपीजी कनेक्शन के अनुसार योजना के नाम का उल्लेख करें, जैसे भारत गैस कनेक्शन के लिए ‘बीपीसीएल’ और इंडेन गैस कनेक्शन के लिए ‘आईओसीएल’।
- ड्रॉप-डाउन सूची से ‘वितरक नाम’ चुनें और एलपीजी उपभोक्ता संख्या दर्ज करें।
- मोबाइल नंबर, ईमेल पता और आधार नंबर दर्ज करें और ‘सबमिट’ बटन पर क्लिक करें।
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर एक ओटीपी मिलेगा। इसे आगे प्रोसेस करने के लिए OTP दर्ज करें।
- रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद डिटेल को संबंधित अधिकारी द्वारा सत्यापित किया जाएगा और इसकी जानकारी रजिस्टर्ड नंबर और साथ ही आईडी पर भेजी जाएगी।
LPG कनेक्शन के साथ आधार को SMS के जरिये लिंक कर सकते हैं
आधार को एलपीजी कनेक्शन से लिंक करने के लिए एलपीजी सेवा देने वाले को एक एसएमएस भेजा जा सकता है। एलपीजी वितरक के साथ मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करें और फिर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से एक एसएमएस भेजें। नंबर वितरकों की वेबसाइटों से मिल जाएगा।
इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम (IVRS) के माध्यम से आधार को एलपीजी कनेक्शन के साथ लिंक कर सकते हैं
ग्राहकों को आधार को LPG कनेक्शन से जोड़ने के लिए इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम (IVRS) का भी उपयोग किया जा सकता है। हर जिले में एक अलग आईवीआरएस है और ग्राहक कंपनी की ओर से की गई सूची से अपने संबंधित जिले के लिए नंबर प्राप्त कर सकते हैं।