देश की पांच सौ से ज्यादा रियासतों को एक करने का कठिन कार्य करने वाले सरदार पटेल जी के साथ क्या किया गया, इसे देश का बच्चा भी भली-भांति जानता है। आज दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी सरदार पटेल की है, जो हमें प्रेरणा दे रही है।बीते कुछ सालों में देश भर में इतिहास, आस्था, अध्यात्म, संस्कृति से जुड़े जितने भी स्मारकों का निर्माण किया जा रहा है, उनका बहुत बड़ा लक्ष्य पर्यटन को बढ़ावा देने का भी है।
उत्तर प्रदेश तो पर्यटन, तीर्थाटन दोनों के मामले में समृद्ध भी है और इसकी क्षमताएं भी अपार हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कोरोना के बेहतर प्रबंधन के लिए तारीफ की और कहा कि उनके कुशल नेतृत्व ने कोरोना को फैलने से रोक लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहराइच में महाराजा सुहेलदेव के भव्य स्मारक का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज मुझे बहराइच में महाराजा सुहेलदेव जी के भव्य स्मारक के शिलान्यास का सौभाग्य मिला है।
ये आधुनिक और भव्य स्मारक, ऐतिहासिक चित्तौरा झील का विकास, बहराइच पर महाराजा सुहेलदेव के आशीर्वाद को बढ़ाएगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि अपने पराक्रम से मातृभूमि का मान बढ़ाने वाले, राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव की जन्मभूमि और ऋषि मुनियों ने जहां तप किया, बहराइच की इस पुण्यभूमि को मैं नमन करता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव को इतिहास में वो स्थान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे। उन्होंने कहा कि देश का इतिहास वो नहीं है जो भारत को गुलाम बनाने वाले और गुलामी की मानसिकता रखने वाले लोगों ने लिखा है। इतिहास वो भी है तो लोककथाओं के माध्यम से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित होता है। आजादी के सरदार वल्लभभाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस और डॉ. भीमराव आंबेडकर को उचित सम्मान नहीं दिया गया। हमारी कोशिश है कि हम देश के इन महापुरुषों का सम्मान करें।