33 जिलों में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना का एक भी नया मामला नहीं
लखनऊ। प्रदेश में कोरोना संक्रमण निचले स्तर पर पहुंचने के बाद योगी सरकार सतर्क बनी हुई है। इस कड़ी में एहतियात के तौर पर राज्य में एक बार फिर फोकस सैम्पलिंग का अभियान बुधवार से प्रारम्भ कर दिया गया है। यह अभियान 24 फरवरी तक चलाया जायेगा। अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को बताया कि इस अभियान के अन्तर्गत आज होटल, रेस्टोरेंट में काम करने वाले लोगों की फोकस टेस्टिंग की गई। इसके बाद 11 फरवरी को रेहड़ी, फल सब्जी विक्रेताओं, 12 फरवरी को टैम्पों, थ्री व्हीलर, रिक्शा चालकों, 13 फरवरी को सरकारी एवं निजी बस चालकों का, 14 फरवरी को मिठाई की दुकानों में जाकर सैम्पलिंग और टेस्टिंग की जाएगी।
वहीं 15 फरवरी को नारी निकेतन, वृद्धाश्रम, अनाथालय, बाल सुधार गृह आदि, 16 फरवरी को कारागारों में, 17 फरवरी को सरकारी व निजी कार्यालयों व 18, 19 व 20 फरवरी को शहरी मलिन बस्तियों में फोकस सैम्पलिंग और टेस्टिंग के माध्यम से कोविड संक्रमित लोगों की पहचान की जायेगी। इसके अतिरिक्त अगले चार दिनों के लिए अलग से स्थान चिह्नित किये जायेंगे। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन अवश्य करें। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि वहीं राज्य में पिछले चौबीस घंटे में संक्रमण के 166 नये मामले सामने आये हैं। यह मरीज 42 जनपदों में मिले हैं। वहीं 33 जिलों में इस दौरान संक्रमण का कोई भी नया मामला नहीं सामने आया। राज्य का एक जनपद कासगंज में एक भी सक्रिय मामला नहीं है। मरीजों के तेजी से ठीक होने के कारण रिकवरी दर 98.01 प्रतिशत हो गई है।