पिछले 10 दिनों में हुई बढ़ोतरी के साथ पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं जिसने आम आदमी की जेब का बोझ बढ़ाया है. आम आदमी की ये चिंता अब मोदी सरकार के लिए भारी पड़ सकती हैं. ऐसे संकेत किसी और ने नहीं बल्कि एनडीए में बीजेपी के सहयोगियों ने ही दिए हैं.
विपक्ष के बाद अब पेट्रोल-डीजल के मुद्दे पर बीजेपी के साथियों ने सवाल उठाए हैं. बिहार में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चला रही जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने सरकार से जनता को राहत देने की अपील की है. त्यागी ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द इससे निपटने का कोई इंतजाम करे. उन्होंने कहा कि सरकार ने जो तर्क दिए हैं वह ईरान, वेनेजुएला में दिक्कतें और अमेरिका-चीन के बीच चल रही ट्रेड वॉर को दर्शाते हैं.
उन्होंने कहा कि हम ये नहीं कह रहे हैं कि सरकार योजनाओं को बंद कर दे. हालांकि, केसी त्यागी ने कहा कि सरकार पेट्रोल-डीजल से 10 लाख करोड़ तक का टैक्स वसूलती है. उसमें से कुछ कटौती की जा सकती है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल का दाम चुनावी मुद्दा बने इससे पहले ही इसका समाधान निकलना चाहिए.
जेडीयू के अन्य नेता अजय आलोक ने भी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम अब चुभने लगे हैं, रुपया गिर रहा है. ये सब जीडीपी के दावों की हवा निकाल रहे हैं, प्रधानमंत्री को जल्द से जल्द कोई एक्शन लेना चाहिए.
जेडीयू के अलावा बीजेपी के अन्य सहयोगी LJP के नेता चिराग पासवान ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दाम चिंता का विषय हैं. हम जल्द ही इस मसले को सरकार के सामने उठाएंगे.
सहयोगी पार्टियों के अलावा बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर तंज तो कसा ही साथ ही विपक्ष को भी आड़े हाथों ले लिया. उन्होंने लिखा कि पेट्रोल-डीजल के दाम जिस तरह बढ़ रहे हैं, अब तक तो विपक्ष को सड़कों पर उतर कर विरोध जताना चाहिए था.