विराट कोहली की कप्तानी में चार मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की शुरुआत खराब रही और टीम को 227 रन से हार मिली। जो रूट की कप्तानी में टीम इंडिया को टेस्ट में ये सबसे बड़ी हार मिली है। भारतीय टीम को मिली इस बार के बाद कप्तान कोहली ने कहा कि, मैच की पहली पारी में हम इंग्लैंड की टीम पर पर्याप्त दवाब नहीं बना सके। पहली पारी में तेज गेंदबाज व आर अश्विन ने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन हमेें रन बचाना था और दवाब डालना था।
विराट ने कहा कि, पिच स्लो थी और इससे गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिली। पहले दो दिन कुछ भी नहीं हो सका और बल्लेबाजों ने इसका खूब फायदा उठाया। इसका क्रेडिट इंग्लैंड की टीम को जाता है कि, वो पहली पारी में बड़ा स्कोर कर पाए। भारतीय टीम की शारीरिक भाषा और तीव्रता सही नहीं थी। दूसरी पारी में हमने अच्छा खेल दिखाया तो वहीं पहली पारी के दूसरे हाफ में हम बल्ले से बेहतर थे, लेकिन पहले चार बल्लेबाजों ने निराश किया। हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्होंने कहा कि, इंग्लैंड की टीम पूरे मैच के दौरान हमसे कहीं ज्यादा पेशेवर और निरंतर नजर आए।
विराट कोहली ने कहा कि, दूसरी पारी में हमने गेंद के साथ अच्छा प्रदर्शन किया और उन पर दवाब बनाने में कामयाब भी रहे। हालांकि बल्ले के साथ हम कुछ खास नहीं कर पाए और हमें इस पर काम करने की जरूरत है। टेस्ट क्रिकेट कठिन है और हमें इससे काफी सीखने की जरूरत है। इंग्लैंड की टीम पूरी तरह से तैयार थी और वो हमारे मुकाबले ज्यादा सुसज्जित थे। जिस तरह का खेल इंग्लैंड की टीम ने दिखाया ऐसे में हम इंग्लैंड से कोई क्रेडिट नहीं लेना चाहते और इसमें कोई भी बहाना नहीं है।
एक टीम के तौर पर हम अपनी गलती और विफलताओं को स्वीकार करते हैं और इससे सीखने की कोशिश करेंगे। अगले तीन मैचों में हम इंग्लैंड की टीम को पूरी टक्कर देने की कोशिश करेंगे और मैच को इस तरह से हाथ से नहीं जाने देंगे। हमें अच्छी बॉडी लैंग्वेज से शुरुआत करनी होगी और विपक्ष पर दबाव बनाना होगा। फील्ड को समझना, पिच के पेस को समझना साथ ही गेंदबाज क्या कर रहे हैं ये सब काफी अहम होंगे। हमें पता है कि, किस तरह से वापसी करनी है और क्या हमारे लिए सबसे अहम होगा।