नेपाल में इस वक्त राजनीतिक संकट जारी है। मौजूदा कार्यवाहक प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) आज यानी मंगलवार को चुनाव आयोग से देश में चुनाव कराने को लेकर मुलाकात करेंगे साथ ही कम्युनिस्ट पार्टी (NCP) के भीतर छिड़े विवाद पर भी बातचीत करेंगे। सूत्रों का हवाला देते हुए ख़बरूब (Khabarhub) ने बताया कि आज सुबह के वक्त चुनाव आयोग से केपी शर्मा ओली मिलेंगे और उसके बाद ही सभी तैयारी करेंगे। बता दें कि इससे पहले नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार और दहल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की थी। हालांकि, ओली ने पार्टी में चल रहे विवाद के दौरान चुनाव आयोग के कार्यालय का दौरा नहीं किया था।
20 दिसंबर से जारी सियाठी उठापटक
उधर, नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने 20 दिसंबर को ओली की सिफारिश पर निचले सदन को भंग कर दिया था और संसद को भंग करने के बाद प्रधान मंत्री ने 30 अप्रैल और 10 मई, 2021 को भी चुनाव प्रस्तावित किए थे। बता दें कि 20 दिसंबर से ही नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता का दौर जारी है। संसद को भंग करने और नए चुनाव कराए जाने का एलान करने के बाद पूरे देश में उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया था।
ओली के खिलाफ लगे थे नारे
बता दें कि पिछले दिनों नेपाल में कम्युनिस्ट पार्टी के भीतर छिड़े संग्राम के बीच पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड समर्थक छात्रों ने रैली की। सभी छात्र प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की संसद को भंग करने की सिफारिश पर अपना विरोध जता रहे थे। माना जा रहा था कि यह रैली ओली समर्थक छात्रों की दो दिन पूर्व हुई उस रैली के जवाब में हुई थी, जिसमें वी लव केपी ओली.. और ओली इज अवर हीरो.. के नारे लगे थे।
सुप्रीम कोर्ट में केपी शर्मा ओली के कदमों को मिली चुनौती
केपी शर्मा ओली द्वारा उठाए गए कदमों की सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। इस तरह की एक दर्जन याचिकाओं पर इस महीने फैसला आने की भी उम्मीद है। माना जा रहा है कि अगर ओली यह कानूनी लड़ाई जीत जाते हैं तो 30 अप्रैल और 10 मई को दो चरणों में चुनाव होने का रास्ता साफ हो जाएगा।