उत्तर प्रदेश पुलिस ने पंजाब पुलिस के सहयोग से खालिस्तानी आतंकी जगदेव सिंह जग्गा को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। वह पंजाब से लखीमपुर के रास्ते लखनऊ आ रहा था। पंजाब पुलिस और यूपी पुलिस ने सोमवार दोपहर उसे सचिवालय चौराहा सेक्टर सी जानकीपुरम से दबोच लिया। वह राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के कई मामलों में वांछित था और पंजाब पुलिस तलाश कर रही थी।
खालिस्तानी आतंकी जगदेव सिंह जग्गा का एक साथी पांजब में गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ में जानकारी मिली कि सुरक्षित ठिकाने की तलाश में जगदेव सिंह जग्गा लखनऊ जा रहा है। इस जानकारी के आधार पर अमृतसर स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल से इंस्पेक्टर इंद्रदीप सिंह ने नेतृत्व में 10 पुलिसकर्मियों की टीम लखनऊ पहुंची। यहां लखनऊ पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
खालिस्तान समर्थक आतंकवादी परमजीत सिंह पम्मा और मलतानी सिंह का साथी जगदेव सिंह उर्फ जग्गा पुत्र मुख्तियार सिंह को लखनऊ की विकास नगर पुलिस व पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने दोपहर दो बजे सचिवालय चौराहे से गिरफ्तार किया है। पंजाब के फिरोजपुर जिले के फतेहगढ़ सकरा थाना जीरा गांव निवासी आतंकी पर आंतकी पर स्टेट स्पेशल ऑप्रेशन सेल अमृतसर पंजाब में अर्म्स एक्ट समेत करीब नौ मुकदमे दर्ज हैं।
जगदेव सिंह उर्फ जग्गा की गिरफ्तारी लखनऊ पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर द्वारा चलाए जा रहे अपराध एवं अपराधियों के नियंत्रण अभियान के तहत हुई है। इस वांछित आतंकी को स्टेट स्पेशल ऑप्रेशन सेल अमृतसर (पंजाब), क्राइम ब्रांच लखनऊ, सर्विलांस क्राइम ब्रांच व विकास नगर थाना, लखनऊ की संयुक्त पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस जल्द ही आतंकी को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लेगी। जग्गा के खिलाफ सात फरवरी को अमृतसर की कोर्ट के न्यायिक मजिस्ट्रेट ने गिरफ्तार वारंट भी जारी किया था। बताया जा रहा है कि आतंकी का संबंध खालिस्तान समर्थक आतंकवादी परमजीत सिंह पम्मा एवं मलतानी सिंह व अन्य राष्ट्र विरोधी तत्वों से है। परमजीत सिंह इंग्लैंड में रहकर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त है।
बता दें कि जगदेव सिंह उर्फ जग्गा 2019 में 23 मार्च से 19 अक्टूबर तक व 2020 में 26 अक्टूबर से 26 नवंबर तक अमृतसर की जेल व गुरदासपुर की जेल में सजा काट चुका है। यह खालिस्तानी आतंकवादी परमजीत सिंह पम्मा और मलतानी सिंह का खास साथी है। परमजीत सिंह पम्मा और मलतानी सिंह राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। ये दोनों इंग्लैंड और जर्मनी में रहकर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते आ रहे हैं। यह संगठन असलहों और कारतूस की खरीद फरोख्त के लिए धन भी मुहैया करा रहा था। गिरफ्तार अरोपित ने मध्य प्रदेश से असलहों की खरीद फरोख्त भी की थी।