नेपाल को वैक्सीन के 5 लाख डोज देने का वादा
वॉशिंगटन। चीन की ड्रग रेगुलेटर अथॉरिटी ने देश की दूसरी कोरोना वैक्सीन के लिए सशर्त मंजूरी दे दी है। कोरोनावैक नामक इस वैक्सीन को सिनोवैक बायोटेक ने तैयार की है। कंपनी ने शनिवार को बताया कि कोरोनावैक को मास वैक्सीनेशन के लिए अप्रूवल मिल गया है। उधर, चीन ने नेपाल को मदद के तौर पर वैक्सीन के 5 लाख डोज देने का वादा किया है। इसकी पहली खेप जल्द ही भेजी जाएगी। ग्लोबल टाइम्स ने सिनोवैक के हवाले से बताया है कि कोरोनावैक को तीसरे फेज के क्लीनिकल ट्रायल के नतीजों के आधार पर मंजूरी मिली है। इसका फाइनल डेटा अब तक नहीं दिया गया है। इसकी इफिकेसी और सेफ्टी के नतीजों की और पुष्टि करने की जरूरत है। इससे पहले चीन ने दिसंबर में सरकारी कंपनी सिनोफार्म की वैक्सीन को अप्रूव किया था।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली से कहा है कि उनका देश वैक्सीन के मामले में नेपाल को तवज्जो देगा। इसी दौरान वांग ने नेपाल को वैक्सीन के 5 लाख डोज देने का भरोसा दिया। पहले काठमांडू में चीनी दूतावास की ओर से कहा गया था कि नेपाल को वैक्सीन के 3 लाख डोज दिए जाएंगे। विदेश मंत्रियों के बीच हुई बातचीत के दौरान इसे बढ़ाकर 5 लाख कर दिया गया। हालांकि, वैक्सीन बनाने वाली चीनी कंपनी को नेपाल सरकार ने सभी जरूरी दस्तावेज नहीं दिए हैं। सरकार से हरी झंडी के बिना कंपनी वैक्सीन नेपाल नहीं भेज सकती। नेपाल में अब तक 2,71,806 केस मिल चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को ही कहा था कि चीन की 2 वैक्सीन इमरजेंसी यूज के लिए एडवांस स्टेज में हैं। अब तक डब्ल्यूएचओ ने सिर्फ फाजइर की वैक्सीन को मंजूरी दी है। ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका और साउथ कोरिया की एसके बायोसाइंस का भी आकलन किया जा रहा है।