उत्तर प्रदेश विधानमंडल के 18 फरवरी से होने वाले बजट सत्र से पहले सभी पार्टी के विधायक तथा विधायकों को अपना कोरोना टेस्ट कराना होगा। विधानसभा सचिवालय ने इस प्रक्रिया को बेहद अनिवार्य बना दिया है। विधायक तथा विधान परिषद सदस्यों को कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट दिखाने के बाद ही उनको विधान भवन में प्रवेश दिया जाएगा। 18 फरवरी से यूपी विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है। 19 फरवरी को सदन में सरकार वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश करेगी।
कोरोना वायरस संक्रमण का असर कम होने के बाद भी उत्तर प्रदेश सरकार इसको लेकर बेहद गंभीर है। सरकार ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद और विधानसभा के सभी सदस्यों की कोरोना जांच को लेकर निर्देश जारी हैं। उत्तर प्रदेश के बजट सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा के प्रमुख सचिव ने पत्र जारी किया है। इस पत्र में कहा गया कि विधानमंडल दल सदस्य 14 से 17 फरवरी के बीच अपने जिले में भी कोरोना की जांच करा सकेंगे। जिलों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क कर विधायक जांच करा सकेंगे।
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में विधानमंडल दल सदस्यों को जांच की सुविधा मिलेगी और उन्हेंं यह जांच बजट सत्र शुरू होने से पहले करानी होगी। विधानसभा के प्रमुख सचिव की ओर से गुरुवार को जारी पत्र में कहा गया कि विधानमंडल दल सदस्य 14 से 17 फरवरी के बीच अपने जिले में भी कोरोना की जांच करा सकेंगे। 18 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र को लेकर कोरोना जांच कराई जा रही है। इसके साथ ही विधान परिषद या विधान सभा सदस्य अगर लखनऊ में सरकारी आवासों में निवास कर रहे हैं तो 14 से 17 फरवरी के बीच उनको यहां उनके आवास पर जांच की सुविधा मिलेगी।
प्रमुख सचिव विधानसभा के पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि जो विधायक कोरोना की जांच नहीं कराएंगे वो सदन में भाग नहीं ले पाएंगे। कोरोना जांच को लेकर जिलों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के साथ यह बजट सत्र शुरू होगा। माना जा रहा है योगी आदित्यनाथ सरकार बजट सत्र शुरू होने के अगले दिन यानी 19 फरवरी को अपना बजट पेश करेगी।