वेब सीरीज के निर्माता और निर्देशकों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जारी हैं। जिस तरह से वेब सीरीजों के कंटेंट पर सामाजिक छवि और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लग रहे हैं। अब इन मामलों में निर्देशक और निर्माताओं को कोर्ट की ओर से भी कोई राहत नहीं मिल रही है।
अब सुप्रीम कोर्ट ने अमेजन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ के निर्माता और निर्देशक की मुश्किलें फिर से बढ़ा दी हैं। वकील और मीरजापुर जिले के मूल निवासी रुद्र विक्रम सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए 3 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने अपना सख्त रुख अपनाया है। उच्चतम न्यायालय ने वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर को दूसरा नोटिस भेज कर जवाब मांगा हैं।
ज़ी न्यू की खबर के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के वकील रुद्र विक्रम ने आरोप लगाया है कि ‘मिर्जापुर’ वेब सीरीज में जनपद की धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक जीवन को दर किनार करते हुए मिरजापुर को गुड़े और माफियाओं का शहर दिखाया गया है। जिससे बाकी शहरों में जिले के निवासियों के प्रति लोगों का नजरिया बदल गया है। सीरीज में दिखाई गई छवि से लोगों की नौकरी और सामाजिक जीवन पर असर पड़ा है। बता दें कि अब इस मामले की सुनवाई 8 मार्च को होगी।
वहीं यूपी के मिरजापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने पहले इस वेब सीरीज पर सेंसरशिप लगाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ के जरिए मिराजपुर की छवि को खराब किया जा रहा है।
आपको बता दें कि इस वेब सीरीज को बॉलीवुड के महशूर गीतकार और स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर के बेटे फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी ने प्रोड्यूस किया है। पिछले साल 2020 में वेब सीरीज के दूसरे पार्ट को रिलीज किया गया था और इस बाद से ही तीसरे पार्ट को बनाने की चर्चाएं जोरो पर हैं। लेकिन वेब सीरीज को लेकर चल रहे विवाद के चलते अभी तक इसके तीसरे पार्ट को लेकर कोई भी आधिकारी जानकारी सामने नहीं आई हैं।