बंद का सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापक असर, नहीं हुआ आवागमन
-राहुल उपाध्याय
भारत नेपाल सीमा, बहराइच। नेकपा पुष्प कमल दहल प्रचंड व माधव नेपाल गुट के आह्वान पर समूचे नेपाल में गुरुवार को बंद का व्यापक असर दिखा। दोनों देशों की सीमावर्ती बाजार भी इससे अछूती नहीं रहे। आवागमन पर भी बंद का असर देखने को मिला। हालांकि नेपाल पुलिस बंद को लेकर पहले से अलर्ट रही। नेपाल के विभिन्न हिस्सों से 188 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया गया लेकिन गिरफ्तार आंदोलनकारियों का आंकड़ा नेपाल पुलिस ने अभी जारी नहीं किया है। नेपाल के कई जिलों में नेपाली सेना की बख्तरबंद गाड़ियों ने भी मार्च कर लोगों को सुरक्षा का एहसास कराया। पूर्व प्रधानमंत्री ओली की ओर से संसद भंग किये जाने को लेकर विभिन्न राजनीतिक संगठन लगातार आंदोलन कर रहे हैं। यह लोग नेपाल को मध्यावधि चुनाव की ओर जाने से रोकने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। नेपाली अवाम भी इन संगठनों के साथ है।
नेकपा प्रचंड और माधव नेपाल गुट काफी मजबूत माना जा रहा है। इन दोनों दलों की ओर से गुरुवार घोषित नेपाल बंद का असर पहाड़ से लेकर तराई इलाकें के जिलों पर खासा पडा। शहरों को छोडकर ग्रामीण इलाकों में वाहन नही चले। भारत से लगती नेपाल सीमा के जिलों में मालवाहक वाहन प्रवेश तो कर गये, लेकिन आगे जाने की इन्हे अनुमति नेपाल प्रशासन ने नही दी। पड़ोसी नेपाली जिला बांके सहित नेपाल अधिराज्य में बंदी का मिला जुला असर रहा। नेपाली मीडिया के अनुसार पुलिस ने इस बंद को लेकर पहले ही चैकसी बढ़ा दी थी। आंदोलनकारी सार्वजनिक और निजी स्थानों को क्षति न पहुंचा सके। इसके लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहा। नेपाल के विभिन्न स्थानों पर जबरदस्ती बंद कराने वाले 1 सौ 49 लोगो को गिरफ्तार किया गया है। बांके सहित आसपास के जिलों में सवारी साधन नही चले।
नेपालगंज सहित आसपास के बाजार बंद रहे। बांके जिले की कोहलपुर नगरपालिका में चैराहों पर पूर्व नेपाल के प्रधानमंत्री द्वय पुष्प कमल दहाल प्रचंड व माधव नेपाल समर्थकों ने नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के विरुद्ध नारेबाजी की व टायर जलाये। क्षेत्रीय पुलिस कार्यालय कोहलपुर के प्रमुख डीएसपी रविन्द्र खनाल ने बताया कि इस समय कोहलपुर की स्थिति सामान्य है। नेपालगंज व कोहलपुर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखी गयी। चार पहिया वाहन, बाइक व निजी सवारी साधन छिटपुट रूप में चलते देखे गये। भारतीय क्षेत्र रूपईडीहा से मालवाही ट्रकें, टैंकर व कंटेनर नेपालगंज जाते देखे गए। परंतु नेपालगंज कस्टम कार्यालय पर खड़े हो गए। बंद का असर रुपईडीहा बाजार पर भी पड़ा।