डबलचौकी के पास स्थित रूपेट गांव में इंडेक्स मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की टीम द्वारा 18 वर्ष तक के बच्चों की नि:शुल्क जांच के लिए शिविर लगाया गया। इनमें से 20 प्रतिशत बच्चों में एनीमिया और 10 प्रतिशत बच्चे कुपोषण के शिकार पाए गए। इस शिविर में बच्चों का परीक्षण कर उनके स्वास्थ्य और बीमारियों का आंकलन किया गया। जो बच्चे ज्यादा कमजोर और गंभीर पाए गए उन्हें अस्पताल लाकर इलाज करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के डीन व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जीएस पटेल ने बताया कि हमारी टीम ने 18 साल तक के 90 बच्चों की जांच की और उन्हें अलग-अलग मानकों को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य संबंधित सलाह भी दी गई। अस्पताल से जुड़ी डॉ. स्वाति प्रशांत ने बताया कि पोषण की कमी के कारण बच्चों में एनीमिया और इसी तरह की कई बीमारियों का होना आम है। इनके कारण बच्चे का विकास नहीं हो पाता। ऐसे में पालकों की इस तरह की अनदेखी ओर छोटी-छोटी गलतियों के कारण बच्चों को जिंदगी भर बड़ी सजा भुगतना पड़ती है। शिविर में शामिल हुए गांव के लोगों को बेहतर पोषण के बारे में बताया गया।
शिविर में जांच किए गए बच्चों में मानसिक विकलांगता, दृष्टि दोष, थैलेसीमिया और अन्य समस्याएं भी पाई गई हैं। मौके पर सलाह देने के बाद इन्हें अस्पताल लाकर इलाज किया जाएगा। शिविर में जांच करने वाले डॉक्टरों की टीम में सहायक प्राध्यापक डॉ. अनुराग मोहता, डॉ. किशन राजावत, डॉ. पलक विनायका व अन्य पदाधिकारी और डॉक्टर्स मौजूद थे। शिविर में पालकों कों आयुष्मान कार्ड बनवाने और शासन की अन्य योजनाओं का जानकारी भी दी गई ताकि वे नि:शुल्क अथवा सस्ते इलाज का लाभ लेकर खुद को स्वस्थ रख सके।