देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने के साथ अंग्रेजों को चुनौती देने वाले गोरखपुर के चौरी चौरा कांड का आज शताब्दी वर्ष है। गोरखपुर में इसके शताब्दी महोत्सव का आगाज हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी की खातिर अपना जीवन बलिदान करने वाले बलिदानियों को नमन किया। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने चौरी-चौरा कांड पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि चौरी-चौरा के बलिदानी हो वीर शहीदों के चरणों में प्रणाम करता हूं आदर पूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं। चौरीचौरा की पवित्र भूमि पर देश के लिए बलिदान होने वाले और देश के स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा देने वाले वीरों को प्रणाम करता हूं। देश जब आजादी के 77वे बरस में प्रवेश कर रहा है। यह आयोजन उसे और महत्वपूर्ण बना दे रहा है।
कोरोना काल में आईं चुनौतियों के समाधान को नई तेजी देगा बजट : इस संग्राम के सेनानियों को हल ही इतिहास केपन्नों में जगह न दी गयी हो, लेकिन उनके प्रयास ने महत्वपूर्ण कार्य किया। सभी मां भारती की वीर संतान थे। ऐसी बहुत कम घटना होगी जिसमें एक साथ 19 लोगों को फांसी दी गयी। आजादी के आंदोलन में ऐसी बहुत कम घटना होगी जिसमें एक ही घटना में 19 संग्राम सेनानियों को फांसी पर लटका दिया गया हो। महामना के प्रयासों से डेढ़ सौ लोगों को फांसी से बचा लिया गया। आज का दिन बाबा राघव दास और महामना जी को भी प्रणाम करने का है। ब्रितानी हुकूमत 172 लोगों को फांसी देने पर उतारू थी लेकिन बाबा राघवदास व महामना मदन मोहन मालवीय के प्रयास से 150 से अधिक की जान बवह ली। आज भारत खुद कोरोना की वैक्सीन बना रहा है। दुनिया के बड़े देशों से तेजी से टीकाकरण कर रहा है तो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा को गर्व महसूस हो रहा होगा।
भारत ने कोरोना काल में 150 से अधिक देशों के नागरिकों को दवाई भेजी। मदद पहुंचाई। हजारों नागरिकों को सुरक्षित उनके देश भेजा। दुनिया के बड़े-बड़े देशों से भी तेज गति से टीकाकरण कर रहा है। कोरोना काल मे देश के सामने जो चुनौतियां आईं उनके समाधान को यह बजट नई तेजी देने वाला है। पहले कई दिग्गज कह रहे थे कि इतने संकट के बाद कर लगाना पड़ेगा लेकिन देह वाशियों पर कोई बोझ नहीं बढ़ाया। सरकार ने ज्यादा से जुड़ खर्च करने का फैसला किया।
पीएम मोदी ने कहा कि गांव को बाजार व मंडी से जोड़ने, पूप बनाने, रेल की पटरी बिछाने, शिक्षा, रेल बस चलाने, स्वास्थ्य के लिए खर्च किया जाएगा। इन कार्यों के लिए काम करने वालों की भी जरूरत होगी। निर्माण के लिए लोगों की जरूरत होगी। रोजगार मिलेगा। दशकों से बजट का मतलब सिर्फ घोषणा ही रह गई थी। बजट को हिसाब किताब का बही खाता बना दिया गया था। पहले की सरकारों ने बजट ऊ ऐसी घोषणाओं का माध्यम बन दिया था जिसे पूरा ही नहीं कर पाते थे। लेकिन अब सोच व अप्रोच बदल दिया गया है। हमारे टीकाकरण अभियान से दुनिया के कई देश सीख रहे हैं। गोरखपुर में ले और सिक्स लेन सड़क बन रही है गोरखपुर से 8 शहरों के लिए फ्लाइट की सुविधा भी है कुशीनगर में बन रहा इंटरनेशनल एयरपोर्ट टूरिज्म सेक्टर को आगे बढ़ाया गया। कुशीनगर का अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर्यटन को बढ़ावा देगा विकास का यह कार्य शहीदों के लिए श्रद्धांजलि होगी। विश्वास है कि जो यात्रा हमने अहरु की है उसे एक नए भारत के निर्माण के साथ पूरा करेंगे। जो यात्रा हमने ने शुरू की है वह नए भारत के निर्माण के साथ पूरी करेंगे
पीएम ने कहा कि जो शहीद हुए उनके कारण हम स्वतंत्र हुए। एक बात न भूलें कि वे देश के लिए शहीद हुए इसलिये हम स्वतंत्र हुए। देश के लिए जीने का संकल्प लें। हमें सौभाग्य मिला है देश के लिए जीने का।
पीएम मोदी ने जारी किया डाक टिकट: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चौरी-चौरा शताब्दी समारोह में चौरी-चौरा पर एक डाक टिकट जारी किया।
उत्तर प्रदेश को गौरवशाली वैभवशाली उत्तम प्रदेश बनाना है : पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री
समारोह को संबोधित करते हुए यूपी के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद की सरकारों ने हमारे गौरव के पक्ष पर ध्यान नहीं दिया। योगी आदित्यनाथ का एक ही लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश को गौरवशाली वैभवशाली उत्तम प्रदेश बनाना है। 2017 के पूर्व उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार और अपराध ने पूरे प्रदेश को ग्रसित कर लिया था।
मुख्य मंच से हुई नाट्य प्रस्तुति ने याद दिलायी अंग्रेजी हुकूमत की ज्यादती
महोत्सव में आजादी की क्रांति नाट्य प्रस्तुति के जरिए चौरी चौरा की घटना की यादें जीवंत हो उठीं। मानवेंद्र त्रिपाठी की ओर से निर्देशित इस नाटक का मंचन देखकर लोगों ने अंग्रेजी हुकूमत की ज्यादती को नजदीक से महसूस किया। सत्याग्रहियों के आक्रोश का दृश्य देखकर पूरा पांडाल वंदे मातरम के नारे से गूंज उठा। उद्घाटन समारोह की समाप्ति के बाद चौरी चौरा शहीद स्मारक के सामने बने मुख्य मंच पर आजादी की क्रांति नाटक की प्रस्तुति की गई। कहानी के रूप में शुरू हुए इस मंच में चौरी चौरा गतिरोध को लाेगों के सामने प्रस्तुत किया गया। लगान के नाम पर किस तरह किसानों को सताया जा रहा था। लगान न मिलने पर अंग्रेज व उनकी पुलिस कैसे लोगों को प्रताड़ित करती थी, कैसे घर की इज्जत पर हाथ डालने की कोशिश होती थी, इस बिन्दुओं को जीवंत तरीके से उभारा गया। जमींदारों एवं पुलिस के आतंक से प्रताड़ित जनता विरोध पर उतरती है। पुलिस की ओर से फायरिंग की जाती है, कई सत्याग्रही शहीद हो जाते हैं। प्रतिक्रिया में पनपा आक्रोश में पूरा थाना फूंक दिया जाता है।
फरुआही नृत्य पर जमकर झूमे लोग
मुख्य मंच से लोक नृत्य फरुआही की प्रस्तुति हुई। विशेष परिधान में कलाकारों की ओर से प्रस्तुत इस नृत्य पर लोग झूम उठे और पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। मुख्य मंच पर आजादी की क्रांति नाटक एवं आल्हा की प्रस्तुति के बाद रामज्ञान एवं साथियों ने फरुआही नृत्य प्रस्तुत किया। मंच पर हो रही प्रस्तुति ने पंडाल में पीछे तक बैठे लोगों को भी अपने आकर्षण में बांधे रखा। आयोजकों की ओर से बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन लगायी गई थी, जिससे सभी लोग नजदीक से इन नृत्य का आनंद उठा पा रहे थे। रामज्ञान के बाद छेदी यादव एवं साथियों की ओर से प्रस्तुति दी गई। दोनों ही दलों की प्रस्तुति को खूब सराहा गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा -शहीदों के प्रति श्रद्धा व सम्मान व्यक्त करने का माध्यम
इसकेे पूूूूर्व सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह शहीदों के प्रति श्रद्धा व सम्मान व्यक्त करने का माध्यम है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से यह शताब्दी महोत्सव आयोजित करने का निर्णय लिया। मैं आभारी हूं कि प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम के उद्घाटन के लिए समय दिया है। उन्होंने कहा कि 4 फरवरी 1922 को स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले तीन सेनानी शहीद हुए थे। 228 को अभियुक्त बनाया गया था। 170 लोगों में से सेनानियों को अलग अलग सजाएं हुईं। इस घटना ने स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी थी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चार फरवरी 1922 को स्वाधीनता संघर्ष में यहां पुलिस और स्थानीय जनता के बीच संघर्ष में पुलिस की गोली से स्वाधीनता के लिए संघर्ष करने वाले 3 सेनानी शहीद हुए थे। उसके बाद 228 पर ब्रिटिश हुकुमत ने मुकदमा चलाया था जिनमें 225 को सजा दी गई थी। सीएम ने कहा कि 1857 से स्वतंत्रता प्राप्ति तक एवं उसके बाद देश की रक्षा में शहीद होने वाले जवानों के सम्मान में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। हर स्मारक पर पुलिस बैंड, दीपोत्सव व राष्ट्रभक्ति गीतों के गायन का आयोजन होगा। विद्यालयों में तरह तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। चौरीचौरा पर विशिष्ट शोध को बढ़ावा देने का कार्यक्रम भी शुरू हुआ है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल कार्यक्रम में राजभवन लखनऊ से ऑनलाइन जुड़ गई हैं। गोरखपुर में मंच पर चौरीचौरा थीम सांग की प्रस्तुति की गई। चौरीचौरा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री का सूचना विभाग ने प्रसारण किया।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चौरी चौरा शहीद स्थल पर पहुंचे। यहां आने के बाद उन्होंने सबसे पहले शहीद स्मारक स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने वहां कराए गए कार्यों का निरीक्षण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। मुख्यमंत्री के साथ सांसद कमलेश पासवान विधायक संगीता यादव भी मौजूद । मुख्यमंत्री के साथ पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी भी यहां कार्यक्रम स्थल पर हैं। कार्यक्रम स्थल पर ही शहीद के स्वजनों को सम्मानित भी किया जाएगा।
सांसद कमलेश पासवान ने मंच से चौरी चौरा में फ्लाईओवर बनाने की मांग: बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान ने मंच से चौरी चौरा में फ्लाईओवर बनाने की मुख्यमंत्री से मांग की। इसके पूर्व चौरी चौरा विधायक संगीता यादव अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने हनुमान जी की कांस्य मूर्ति मुख्यमंत्री को भेंट की।