चौरी चौरा कांड शताब्दी वर्ष महोत्सव के तहत उत्तर प्रदेश की योगी सरकार वंदेमातरम् गायन का विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है। संस्कृति विभाग तीन से चार फरवरी तक सभी जिलों गायन की व्यवस्था कर रहा है। इस संबंध में प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने शिक्षा विभाग के साथ ही सभी मंडलायुक्त और जिलाधिकारियों के लिए आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि चौरी-चौरा और स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को नमन करते हुए सैल्यूट मुद्रा में वंदेमातरम् के पहले छंद का गायन कर वीडियो बनाना होगा।
इसके लिए हर जिले में इंटरनेट सुविधायुक्त शैक्षिक संस्थान और अन्य उपयुक्त स्थलों का चयन करना होगा। हर केंद्र के लिए एक नोडल अधिकारी होगा। दो फरवरी को रिहर्सल किया जाएगा। फिर तीन फरवरी को सुबह दस से चार फरवरी दोपहर 12 बजे तक गायन कर वीडियो बनाने होंगे। वीडियो अपलोड करने के लिए तीन फरवरी को सुबह नौ बजे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा वेबसाइट और लिंक उपलब्ध कराया जाएगा। आदेश में कहा गया है कि एक वीडियो में एक ही व्यक्ति सैल्यूट की मुद्रा में नजर आना चाहिए। वीडियो न्यूनतम 20 सेकंड का होना चाहिए, जिसमें उच्चारण बिल्कुल स्पष्ट रहे।
शहीदों की स्मृति को नमन करते हुए दीप-प्रज्वलन : आजादी की लड़ाई के सुनहरे अध्याय ‘चौरीचौरा घटना’ के शताब्दी वर्ष की शुरुआत पर उत्तर प्रदेश में समवेत राष्ट्रगीत वंदेमातरम् गूंजेगा। गोरखपुर जिले स्थित चौरीचौरा स्मृति स्थल से लेकर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्वाधीनता संग्राम से जुड़े स्थान और 1947 से अब तक देश की रक्षा करते हुए शहादत देने वाले अमर शहीदों के स्मृति स्थल, हर कहीं वंदेमातरम् गायन होगा। यही नहीं, चार फरवरी की शाम पूरा प्रदेश सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों की स्मृति को नमन करते हुए दीप-प्रज्वलन भी करेगा।
निर्धारित लय में होगा वंदेमातरम गायन : पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौरीचौरा शताब्दी वर्ष से जुड़े कार्यक्रमों के तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा था कि समवेत वंदेमातरम् गायन के लिए यह जरूरी है कि एक निर्धारित लय में ही गायन हो। स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय हों अथवा शहीद स्मृति स्थल, सभी स्थानों पर इस संबंध में पूर्वाभ्यास कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभातफेरी के माध्यम से कार्यक्रम की शुरुआत हो। पुलिस बैंड के माध्यम से राष्ट्रभक्ति के गीतों भी बजाए जाएं। सीएम योगी ने कहा कि चार फरवरी, 2021 से चार फरवरी, 2022 तक चलने वाले चौरीचौरा शताब्दी वर्ष समारोह के प्रथम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष उद्बोधन भी होगा।
शिक्षण संस्थानों में होंगी विविध प्रतियोगिताएं : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौरीचौरा के इतिहास से जुड़े स्तरीय साहित्य युवाओं को उपलब्ध कराने और अभिलेखों की प्रदर्शनी लगाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने बेसिक, उच्च, माध्यमिक, कृषि और चिकित्सा शिक्षा विभागों से शताब्दी वर्ष के दौरान वर्षभर होने वाली गतिविधियों की जानकारी भी ली। कार्ययोजना के मुताबिक शताब्दी समारोह के तहत स्कूलों में निबन्ध लेखन, वाद-विवाद, काव्य-पाठ, पेंटिंग आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही, प्रदर्शनियां, पुस्तक मेला तथा अन्य कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। समारोह के समापन अवसर पर विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा।