वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2020-21 को संसद में पेश कर दिया है। बजट में वित्त मंत्री ने स्मार्टफोन और चार्जर पर कस्टम ड्यूटी को बढ़कर जीरो से 2.5 फीसदी कर दिया है। कस्टम ड्यूटी में इजाफा नए वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल 2021 से लागू होगा। सरकार के इस कदम से विदेश से भारत भारत आयातित होने वाले स्मार्टफोन की कीमत बढ़ जाएगी। ऐसे में कुछ चुनिंदा ब्रांड के स्मार्टफोन को भारत में खरीदना महंगा हो जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार की तरफ से स्मार्टफोन पर कस्टम ड्यूटी में इजाफा घरेलू स्मार्टफोन इंडस्ट्री को मजबूती देने और मेक इन इंडिया मुहिम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लागू किया जा रहा है।
स्मार्टफोन की मौजूदा कीमत | 2.5% का इजाफा | नई कीमत |
10,000 रुपये | 250 रुपये | 10,250 रुपये |
20,000 रुपये | 500 रुपये | 120,500 रुपये |
30,000 रुपये
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750 रुपये | 30,750 रुपये |
40,000 रुपये | 1000 रुपये | 41,000 रुपये |
80,000 रुपये | 2000 रुपये | 82,000 रुपये |
1,00,000 रुपये | 2,500 रुपये | 1,02,500 रुपये |
इस प्वाइंट की बात करें, तो ग्राहक 10,000 रुपये की कीमत वाला स्मार्टफोन खरीदता है, तो उसे पहले के मुकाबले 250 रुपये ज्यादा देने होंगे। इसी तरह 40,000 रुपये वाला स्मार्टफोन खरीदने पर पहले के मुकाबले 1,000 रुपये ज्यादा कीमत चुकानी होगी। जबकि 1 लाख कीमत वाले फ्लैगशिप स्मार्टफोन की खरीद पर करीब 2,500 रुपये ज्यादा पैसे देने होंगे।
मोबाइल पार्ट्स के आयात पर लगी रोक
स्मार्टफोन और चार्ज पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने के अलावा सरकार ने मोबाइल के पार्ट्स के आयात पर भी कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का ऐलान किया है। इसमें प्रिंटेड सर्किल बोर्ड असेंबली (PCBA), कनेक्टर और कैमरा मॉड्यूल शामिल हैं। चार्जर और एडॉप्टर के PCBA की कस्टम ड्यूटी को बढ़ाकर 10 से 15 फीसदी कर दिया गया है। वही मोबाइल चार्जर के पार्ट्स की कस्टम ड्यूटी को जीरो से बढ़ाकर 10 फीसदी कर दिया गया है। हालांकि वित्त मंत्री ने नायलान चिप और नायलान फाइबर की कस्टम ड्यूटी में कटौती का ऐलान किया है।