केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि केंद्र 2019 के आम चुनावों को आगे नहीं बढ़ाएगा और इसे अनुसूची के अनुसार आयोजित किया जाएगा. उन्होंने चुनाव आगे बढ़ाने की अटकलों का खंडन करते हुए कहा कि चुनाव तिथियों को आगे बढ़ाने का कोई सवाल नहीं है, पूरी चुनावी प्रक्रिया 15 मई, 2019 से पहले खत्म हो जाएगी.
उल्लेखनीय है कि एनडीए मंत्रिमंडल ने 26 मई, 2014 को शपथ ली थी, 16 वें लोकसभा चुनाव 7 अप्रैल से 12 मई, 2014 तक नौ चरणों में आयोजित किया गया था. असेंबली और लोकसभा के साथ-साथ चुनावों के लिए केंद्र की कोशिशों के बीच अटकलें थीं कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और मिजोरम असेंबली के चुनावों के साथ लोकसभा चुनाव कुछ समय के लिए आगे बढ़ाए जा सकते हैं.
एक साथ चुनाव की संभावना के बारे में पूछे जाने पर राजनाथ सिंह ने कहा कि यह निर्णय चुनाव आयोग पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव आयोग से कहा था कि एक साथ चुनावों की संभावना का पता लगाया जाना चाहिए, चुनाव आयोग अभी इस मसले पर विचार कर रहा है. आपको बता दें कि एक देश एक चुनाव के बारे में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ.पी. रावत ने 15 अगस्त को कहा था कि एक साथ चुनाव कराए जा सकते हैं, क्योंकि देश आज़ाद होने के बाद कुछ चुनाव इसी तरह कराए गए थे लेकिन वर्तमान में ऐसा करने के लिए सभी राजनितिक दलों को इसके लिए सहमत होना होगा.