कोरोना वायरस के खिलाफ भारत में जारी दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के बीच सोमवार से कई राज्यों में आज से स्कूल फिर से खुल गए हैं। इन राज्यों में महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा और पंजाब शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रोटोकॉल और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया है। देश में कोरोनो वायरस मामलों की संख्या में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। कोरोना महामारी के कारण 25 मार्च, 2020 से देशभर में स्कूल बंद थे। ज्यादातर छात्र जुलाई से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे। स्कूल दोबारा खुलने के बाद छात्र-छात्राएं क्लास में बैठकर पहले की तरह पढ़ाई कर पाएंगे।
बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए कई राज्यों ने जनवरी के पहले हफ्ते से ही 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूलों को खोल दिया है। स्कूलों के अंदर शिक्षकों और बच्चों को केंद्र सरकार द्वारा जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करना होगा। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, बार-बार हाथ धोना और फेस मास्क पहनना आदि शामिल हैं।
हरियाणा
हरियाणा सरकार ने 1 फरवरी से राज्य के स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला लिया था। इसके तहत सोमवार से कक्षा 6 से 8 तक के सभी स्कूल खुल गए हैं। इस दौरान स्कूलों का समय सुबह 10 बजे से 1:30 तक रहेगा। अभिभावकों की लिखित सहमति के बाद ही क्षात्रों को स्कूल आने की अनुमति मिलेगी। स्कूल आने वाले छात्रों को कोविड-19 के नियमों का पालन जरूरी है।
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश में आज (1 फरवरी 2021) से कक्षा 1 से 5 तक के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल फिर से शुरू हो गए हैं। इस दौरान स्कूल में कोरोना वायरस गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी होगा। हालांकि, इसके लिए पेरेंट्स की लिखित सहमति आवश्यक है। दिशानिर्देशों के मुताबिक, प्रत्येक अनुभाग में सिर्फ 20 छात्रों को ही परमिशन दी जाएगी।
गुजरात
गुजरात में भी आज (1 फरवरी 2021) से क्लास 9 और 11 के लिए स्कूल फिर से खोल दिया गया है। बच्चें अब पहले की तरह ऑफलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। इससे पहले 11 जनवरी से क्लास 10 और 12 के लिए ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हो चुकी है।
दिल्ली
दिल्ली में पांच फरवरी से नौवीं और 11वीं कक्षा के छात्रों के लिए भी स्कूल खुल जाएंगे। स्कूलों के साथ डिग्री, पॉलीटेक्निक तथा आइटीआइ संस्थाओं को भी पांच फरवरी से खोला जाएगा। अधिकारियों को स्कूल व कालेजों में जाकर कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। हर कक्षा में शारीरिक दूरी का पालन, सैनिटाइजर की उपलब्धता व मास्क लगाना आवश्यक होगा।