मौका था वर्चुअल कारपेट फेयर का। उत्कृष्ट दरीज डिजाइन के लिए भदोही के रोहित गुप्ता को मिला दुसरी बार प्रथम पुरस्कार
-सुरेश गांधी
वाराणसी। कारपेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के तत्वावधान में आयोजित 41वां इंडिया कारपेट एक्सपो के तीसरे वर्चुअल फेयर के तीसरे दिन 50 देशो के लगभग 206 विदेशी खरीदारों और 65 ख़रीद प्रतिनिधियों से अच्छी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई हैं। इस वर्चुअल फेयर से भारतीय कालीन निर्यातक एवं विदेशी दोनों खुश है। सीईपीसी चेयरमैन सिद्धनाथ सिंह का दावा है कि कोरोनाकाल में यह तीसरा वर्चुअल कारपेट फेयर सफल है। भारतीय निर्यातक फेयर में अच्छा कारोबार कर रहे है। इस मौके पर काउंसिल की ओर से आयोजित डिज़ाइन अवार्ड्स: 2021 के तहत गठित जजेज कमेटी ने पांच उत्कृष्ट डिजाइन वाले कंपनियों के निर्यातकों को पुरस्कृत किया। जिसमें बेस्ट हैंड टफटेड कारपेट के लिए प्रथम पुरस्कार विनी डेकोर पानीपत व द्वितीय पुरस्कार सलाम एक्सपोर्ट, भदोही, बेस्ट हैंड नाटेड कारपेट के लिए प्रथम पुरस्कार केपी एंड कंपनी जयपुर व द्वितीय पुरस्कार ओएसी रग्स, भदोही व ग्लोबल ओवरसीज, भदोही तथा बेस्ट हैंडलूम कारपेट व दरी के लिए प्रथम पुरस्कार नवकार होम बीकानेर व द्वितीय पुरस्कार महेश एक्सपोर्ट वाराणसी तथा बेस्ट हस्तनिर्मित दरी प्रथम पुरस्कार जयपुर रग्स जयपुर व द्वितीय पुरस्कार गॅलेरी भदोही के रोहित गुप्ता पुत्र उमेश कुमार गुप्ता को मिला। इसी तरह बेस्ट पारंपरिक डिज़ाइन के लिए नूर कारपेट भदोही तथा बेस्ट समकालीन डिजाइन के लिए द रग फर्निश जयपुर को वीडियों कांफ्रेसिंग के जरिए सम्मानित किया गया।
इसके पूर्व सीईपीसी चेयरमैन सिद्धनाथ सिंह ने पुरस्कृत सभी निर्यातकों को बधाई देते हुए कहा कि यह आपकी कड़ी मेहनत का प्रतिफल है। इसके लिए खासकर वे युवा बधाई के पात्र है जिन्होंने वर्चुअल फेयर की महत्ता को समझा और विपदा को अवसर में बदलने की कोशिश की। श्री सिंह ने कहा कि यह उस नए युग की शुरुआत है, जिसमें तकनीकी उपयोग से हस्तनिर्मित कालीन उद्योग के लिए वैश्विक व्यापार के अवसरों को खोलता है। संकट के इस दौर में आने वाले दिनों में यह वर्चुअल फेयर मील का पत्थर साबित होगी। इस मौके पर उमर हमीद, द्वितीय उपाध्यक्ष, अब्दुल रब, बोध राज मल्होत्रा, मो. वासिफ अंसारी, हुसैन जाफ़र हुसैनी, संजय कुमार गुप्ता, शेख आशिक अहमद, श्रीराम मौर्य आदि उपस्थित थे। श्री सिंह ने वर्चुअल एक्सपो की सफलता के लिए प्रशासनिक समिति के वरिष्ठतम सदस्य उमेश गुप्ता को उनके समर्थन और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया। संजय कुमार, अधिशासी निदेशक ने निम्न पुरस्कार के विजेताओं के नाम की घोषणा की। संजय गुप्ता, सदस्य प्रशासनिक समिति की ओर से औपचारिक धन्यवाद दिया गया।