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आखिर क्यों दुखी हैं दिल्ली के भाजपा नेता, केजरीवाल ने ट्वीट कर खोला राज

दिल्ली में 1.40 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (AAP) मुखिया अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली भाजपा नेताओं पर करारा हमला बोला है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीटकर दिल्ली के भाजपा नेताओं पर गंभीर लगाए हैं। दिल्ली विधानसभा में लटक गए भाजपा नेताओं के चेहरे पहले ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा है- 'CCTV कैमरों के लगने से भाजपा बेहद दुखी है। आख़िर क्यों? कल (शुक्रवार) को विधानसभा में जब ये एलान किया गया कि दिल्ली कैबिनेट ने CCTV कैमरों की मंज़ूरी दे दी है तो तीनों भाजपा विधायकों के मुंह लटक गए। भाजपा दिल्ली में CCTV कैमरे क्यों नहीं लगने देना चाहती?' सीसीटीवी कैमरों का विरोध बर्दाश्त नहीं करेंगे दूसरे ट्वीट में केजरीवाल ने केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए लिखा है- 'एक भाजपा नेता ने मुझे बताया कि CCTV कैमरे भाजपा क़तई नहीं लगने देगी। भाजपा दो विकल्प पर काम कर रही है।1. CBI में फ़र्ज़ी मामला दर्ज कर सारी फ़ाइल उठा लो और प्रोजेक्ट रोक दो। 2. LG इस मामले को राष्ट्रपति को भेज दे।' इसी के साथ ट्वीट में अंत में केजरीवाल ने लिखा है -'अगर भाजपा CCTV कैमरे रोकेगी तो लोग क़तई बर्दाश्त नहीं करेंगे।' अनशन पर बैठे केजरीवाल के मंत्री की चौथे दिन तबीयत खराब, BJP का धरना दूसरे दिन भी जारी यह भी पढ़ें जानिये- अब 'रावण' से क्यों मुलाकात करना चाहते हैं अरविंद केजरीवाल यह भी पढ़ें गौरतलब है कि दिल्ली में 1.40 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने की जिस परियोजना को लेकर विवाद चल रहा है उसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दे दी गई। व्यय एवं वित्त समिति (ईएफसी) के सुझाव पर लोक निर्माण विभाग द्वारा इस संबंध में पेश किए गए प्रस्ताव के तहत 571.40 करोड़ रुपये की लागत से 1.40 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसमें कैमरे लगाने के लिए 320.96 करोड़ रुपये और पांच साल की अवधि तक मरम्मत के लिए 250.44 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव है। परियोजना के अनुसार, दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में दो-दो हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। इस परियोजना को लेकर उस वक्त विवाद हो गया था जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने उपराज्यपाल से मिलकर शिकायत की थी कि परियोजना के टेंडर आमंत्रित किए जाने को लेकर आधिकारिक प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है। इस मामले में विवाद बढ़ने पर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली सरकार के गृह विभाग के प्रधान सचिव मनोज परीदा के नेतृत्व में एक कमेटी गठित कर दी थी। केजरीवाल के बेंगलुरु से आने के स्वागत में लगे पोस्टर, बताया 'नौटंकी का उस्ताद' यह भी पढ़ें कमेटी ने 30 जून को उपराज्यपाल को रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें परियोजना को लेकर कई सुझाव दिए गए थे। इसमें एक सुझाव सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए पुलिस से लाइसेंस लेने के संबंध में भी था, मगर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस कमेटी के सुझाव को मानने से इन्कार कर दिया था और गत 29 जुलाई को इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित सम्मेलन में इस कमेटी की रिपोर्ट की प्रतिलिपि को फाड़ दिया था। केजरीवाल ने कहा था कि सीसीटीवी कैमरे कहां लगेंगे यह पुलिस और राजनिवास नहीं बल्कि जनता तय करेगी। उस समय जनता से इसको लेकर सुझाव मांगे गए थे। इसी बीच सरकार ने इस परियोजना को कैबिनेट से मंजूरी दे दी। ऑटो माफिया की मनमानी पर लगेगी रोक BJP नेता विजेंद्र गुप्ता ने खोला अहम राज, आखिर क्यों घबराए हुए हैं अरविंद केजरीवाल यह भी पढ़ें दिल्ली में सक्रिय ऑटो माफिया की मनमानी पर रोक लग सकेगी। अब किसी के नाम से पंजीकृत ऑटो के परमिट को कोई अन्य व्यक्ति शिकायत कर लॉक नहीं करा सकेगा। शुक्रवार को परिवहन विभाग के विशेष आयुक्त ने विभिन्न ऑटो यूनियनों के प्रतिनिधिमंडल को यह आश्वासन दिया। विशेष आयुक्त से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में उपेंद्र सिंह, संतोष पांडेय, राजेंद्र सोनी आदि शामिल रहे। इन्होंने अपनी समस्या विशेष आयुक्त के समक्ष रखी। बताया कि दिल्ली में फाइनेंस माफिया परिवहन विभाग में फोन कर ऑटो के परमिट लॉक करा देता है। चालकों ने ऑटो को बेचने-खरीदने के दौरान हो रही परेशानी भी सामने रखी। जिस पर परिवहन विभाग के अधिकारी ने आश्वासन दिया कि ऑटो बेचने के दौरान परमिट ट्रांसफर कराने के लिए प्रथम मालिक के पास अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। अभी तक व्यवस्था है कि ऑटो चाहें कितनी भी बार बिक गया हो, मगर जब तक पहला मालिक अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं देगा तब तक का परमिट ट्रांसफर नहीं होगा। अब विभाग स्वयं पहले मालिक के पास एक पत्र भेजेगा। यदि वह 15 दिन में जवाब नहीं भेजता है तो उसकी अनापत्ति मान ली जाएगी। कैबिनेट ने मुख्य सचिव के सुझाव को किया दरकिनार दिल्ली भर में 1.40 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की परियोजना को मंजूरी देते समय कैबिनेट ने मुख्य सचिव द्वारा दिए गए सुझावों को दरकिनार किया। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आग्रह किया था कि कैबिनेट जल्दबाजी में इस प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान नहीं करे। दो दिन बाद इसे कैबिनेट में लाया जाए। मुख्य सचिव ने कहा था कि इस प्रस्ताव को न तो वह और न ही इससे संबंधित विभागों के सचिव ही ठीक से पढ़ सके हैं। यह भी नहीं देख पाए हैं कि व्यय एवं वित्त समिति द्वारा दी गई स्वीकृति के अनुसार ही प्रस्ताव आया है या नहीं। मुख्य सचिव के अनुसार, नियम यह कहता है कि कैबिनेट में प्रस्ताव लाने से पहले उसे पढ़ने के लिए मंत्री और उपराज्यपाल को दो दिन का समय दिया जाना चाहिए। इस नियम को मुख्यमंत्री खारिज कर सकते हैं, मगर ऐसा केवल आपात स्थिति में ही किया जा सकता है। इस परियोजना को लेकर तीन साल से कवायद चल रही है, ऐसे में दो दिन का समय और दिया जाना चाहिए। यह प्रस्ताव उन्हें शुक्रवार सुबह 10.30 बजे मिला है और 11.45 बजे कैबिनेट की बैठक है। इसलिए वह भी इसे ठीक से नहीं देख पाए हैं। उधर, सूत्रों की माने तो इस परियोजना में अभी कई पेंच फंसे हैं। एक तो प्रशासनिक स्वीकृति के बिना ही इसका टेंडर हो गया है, वहीं कई और ऐसी गंभीर तकनीकी गड़बड़ियां हैं जिनकी वजह से परियोजना पर सवाल उठ रहे हैं। जांच के लिए यह परियोजना सीबीआइ के पास भेजी जा सकती है। विजेंद्र गुप्ता (नेता विपक्ष दिल्ली विस) ने कहा कि दिल्ली सरकार को साढ़े तीन साल इस मसले को कैबिनेट तक लाने में लग गए। अब जल्दबाजी में नियमों को ताक पर रखकर ऐसी प्रक्रिया अपनाई गई है, जिससे भ्रष्टाचार की बू आ रही है। किसी को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया है।

दिल्ली में 1.40 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाने के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (AAP) मुखिया अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली भाजपा नेताओं पर करारा हमला बोला है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीटकर दिल्ली के भाजपा नेताओं पर गंभीर लगाए हैं। दिल्ली …

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कैमरे में नजर आया आदमखोर गुलदार, मारने को वन कर्मियों ने संभाला मोर्चा

हरिद्वार-ऋषिकेश राजमार्ग पर रायवाला के पास एक बार फिर नरभक्षी गुलदार की लोकेशन ट्रेस हुई है। खतरे को देखते हुए पार्क प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है और सुरक्षा कर्मियों ने उसे ढेर करने के लिए मोर्चाबंदी कर दी। वहीं, आसपास के क्षेत्र के लोगों में दहशत है। देर रात वनकर्मियों ने सत्यनारायण मन्दिर के पास बने मचानों में मोर्चा संभाला। दरअसल यहां एक बार फिर नरभक्षी गुलदार की लोकेशन ट्रेस हुई है। बता दें कि इस क्षेत्र में गुलदार नरभक्षी घोषित हैं। इनको मारने के लिए वन विभाग ने अनुमति ली हुई है। एक नरभक्षी गुलदार को बीते माह 10 जुलाई को वनकर्मियों ने खांडगांव के पास ढेर कर दिया था। यहां नरभक्षी गुलदार चार साल के अंतराल में 21 लोगों को निवाला बना चुका है। वह क्षेत्र में लगे कैमरा ट्रैप में एक नरभक्षी गुलदार फिर से सत्यनारायण मंदिर के आसपास देखा गया। गुरुवार को यहां गुलदार ने एक बकरी को मारा। जिसके बाद वनकर्मियों ने उसे ढेर करने की योजना बनाई। हाथी सवार टीम मोर्चा संभाले हुए है। पार्क निदेशक सनातन खुद टीम में शामिल हैं। हालांकि इस बारे में पार्क अधिकारियों की तरफ से कोई जानकारी नहीं मिल सकी। कैमरे से पता चला कि युवक को गुलदार ने बनाया निवाला यह भी पढ़ें आबादी क्षेत्र में घुसा गुलदार ऋषिकेश बैराज मार्ग पर काली कमली कुटिया के समीप एक गुलदार ने सड़क पार कर आवास-विकास के आबादी क्षेत्र में प्रवेश किया। मगर इसके बाद गुलदार का कुछ पता नहीं चल पाया। आतंक का पर्याय बने नरभक्षी गुलदार को वन कर्मियों ने मारी गोली यह भी पढ़ें जानकारी के मुताबिक रात्रि करीब 11:00 बजे ऋषिकेश बैराज मार्ग पर काली कमली कुटिया के समीप एक गुलदार अचानक सड़क पर आ गया। यहां से गुजर रहे दो पहिया और चौपहिया वाहन चालक सामने गुलदार को देख कर ठिठक गए। गुलदार ने सड़क पार की और आवास-विकास कॉलोनी की तरफ दीवार फांदकर कूद गया। सूचना पाकर आसपास क्षेत्र में रहने वाले लोग में हड़कंप मच गया। देर रात सूचना पाकर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। क्षेत्रीय सभासद अशोक पासवान के मुताबिक वन विभाग की टीम गुलदार को आबादी क्षेत्र में सर्च किया गया। फिलहाल गुलदार का कुछ पता नहीं चल पाया है।

हरिद्वार-ऋषिकेश राजमार्ग पर रायवाला के पास एक बार फिर नरभक्षी गुलदार की लोकेशन ट्रेस हुई है। खतरे को देखते हुए पार्क प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है और सुरक्षा कर्मियों ने उसे ढेर करने के लिए मोर्चाबंदी कर दी। वहीं, आसपास …

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बस्ती में नेशनल हाई-वे पर बन रहे फ्लाईओवर का डेक स्लैब गिरा, चार मजदूर घायल

वाराणसी में फ्लाईओवर की बीम गिरने का मामला अभी पुराना भी नहीं हुआ था कि आज बस्ती में नेशनल हाई-वे पर बन रहे फ्लाईओवर का डेक स्लैब गिर पड़ा। जिससे चार मजदूर घायल हैं। इनको अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही राहत कार्य जारी है।फ्लाईओवर का 60 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। बस्ती में लखनऊ को गोरखपुर से जोडऩे वाले नेशनल हाई-वे-28 पर बने रहे फ्लाईओवर का एक डेक स्लैब आज गिर पड़ा। इस हादसे में चार लोग घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। अभी भी मलवे में दो लोग फंसे हैं। जिनको बाहर निकालने के साथ ही राहत व बचाव कार्य जारी है।मौके पर बस्ती के डीएम राजशेखर और एसपी दिलीप कुमार समेत एनएचएआई के अधिकारी मौजूद हैं। बस्ती-लखनऊ फोरलेन पर बन रहे फुट एरिया के पास निर्माणाधीन ओवरब्रिज का एक डेक स्लैब आज सुबह अचानक गिर गया। इसमें चार मजदूर घायल हो गए हैं। इसके मलवे के नीचे और मजदूर दबे होने की आशंका है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए राहत बचाव कार्य जारी है। फ्लाईओवर के किनारे लोहे का क्लैंप लगाकर शटरिंग पर कंक्रीट की ढलाई का काम चल रहा था। इसी दौरान फ्लाईओवर का एक डेक स्लैब गिर गया। बस्ती में सड़क पर गिरे पेड़ से टकराई तेज रफ्तार कार, तीन की मौत यह भी पढ़ें घायल मजदूरों में धर्मेंद्र सिंह और सुरेश राय के रूप में पहचान हुई है। इन दोनों को जिला अस्पताल भेजा गया है। ओवर ब्रिज और पिलर के बीच फंसे मजदूर बाबू साह को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बस्ती में बाबा सच्चिदानंद के खिलाफ चार महिलाओं ने लगाया दुष्कर्म का आरोप यह भी पढ़ें वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के पास बीते 18 मई को एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से करीब 18 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इस हादसे में सेतु निगम के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। योगी सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 7 इंजीनियर और एक ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्‍हें गिरफ्तार भी करने का आदेश दिया था। बस्ती में रिश्वत लेने के आरोप में चार वनकर्मी गिरफ्तार यह भी पढ़ें मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान बस्ती जिले के फुटहिया राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत आनेवाले निर्माणाधीन फ्लाइओवर की डेक स्लैब गिरने की सूचना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थानीय प्रशासन को तत्काल राहत कार्य शुरू करने के साथ ही वहां पर यातायात सुचारू कराने का निर्देश दिया है। बस्ती में सड़क के किनारे ट्रक से ट्रैवलर की टक्कर, नौ घायल यह भी पढ़ें इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए है। सीएम ने स्थानीय प्रशासन को तत्काल राहत कार्य शुरू करने और यातायात सुचारू कराने के निर्देश दिए है। पुल का निर्माण एनएचएआई करा रही थी। भारी वाहनों को डायवर्ट कर निकाला गया लखनऊ को जाने वाले सभी भारी वाहनों को डायवर्ट कर मूड़घाट से गनेशपुर होते हुए निकाला गया। लखनऊ से आने वाले वाहनों को कप्तानगंज से डायवर्ट कर गनेशपुर व वाल्टरगंज होते हुए बस्ती हाईवे पर निकाला गया। इस दौरान राहगीरों और बस यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। सड़क पर वाहनों के खड़े होने से जाम जैसे हालत रहे। सुबह के समय लोग घरों से निकल कर गंतव्य के लिए सवारी व खुद के वाहनों से रवाना हो रहे थे। सर्विस रोड का आवागमन प्रशासन ने रोक दिया। ट्रक व बसों को डायवर्ट कर निकाला गया। सुबह 7.55 बजे से गोरखपुर से आने वाले वाहनों को खलीलाबाद व बस्ती के मध्य रोक दिया गया। टोल प्लाजा के पहले से वाहनों को डायवर्ट कर वाल्टरगंज होते हुए कप्तानगंज व हर्रैया निकाला गया, तो मूड़घाट से गनेशपुर होते हुए दुबौला कप्तानगंज भेजा गया।

वाराणसी में फ्लाईओवर की बीम गिरने का मामला अभी पुराना भी नहीं हुआ था कि आज बस्ती में नेशनल हाई-वे पर बन रहे फ्लाईओवर का डेक स्लैब गिर पड़ा। जिससे चार मजदूर घायल हैं। इनको अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही …

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उत्तर प्रदेश से आज की बड़ी खबरें

संदिग्ध बुखार के तीन मरीजों की मौत शाहजहांपुर। जिले में संदिग्ध वायरल बुखार से पीड़ित तीन मरीजों की मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार पुवायां थाना क्षेत्र के भटपुरा गांव में फैले वायरल बुखार ने कई लोगों को चपेट में …

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उत्तर प्रदेश में ओडीओपी के लिये हेल्पलाइन नंबर 18001800888 जारी – राघवेन्द्र प्रताप सिंह

लखनऊ। ‘एक जनपद एक उत्पाद’ यानि ‘ओडीओपी’ कार्यक्रम में शामिल होने आये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को एक टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया। यह नंबर है 18001800888। प्रदेश के किसी भी जिले से कोई भी हस्तशिल्पी, …

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रतलाम में अवैध हथियारों के साथ तीन गिरफ्तार, स्टेनगन और कट्टा जब्त

फरार वारंटियों और अवैध हथियार तस्करों को पकड़ने के अभियान के तहत रतलाम पुलिस को एक और सफलता मिली है। पुलिस ने अवैध हथियार के मामले में फरार पांच हजार रुपए के इनामी आरोपी बाबू मस्तान सहित 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से हाथ से बनी देशी स्टेनगन और एक 12 बोर का कट्टा बरामद किया गया है। शुक्रवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर मामले की जानकारी देते हुए एसपी गौरव तिवारी और एएसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि जावरा पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर अवैध हथियार के मामले में फरार आरोपित बाबू मस्तान निवासी उज्जैन और उससे पूछताछ के आधार पर दिनेश पिता भुवानी निवासी प्रतापगढ़ राजस्थान को देसी स्टेनगन और देशी कट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। एसपी तिवारी ने बताया कि 12 जुलाई 2018 को जावरा शहर थाना क्षेत्र अंतर्गत अवैध हथियार के साथ आरोपित सिकंदर पिता शेर खान को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में सिकंदर ने बताया था कि उसने उज्जैन निवासी बाबू मस्तान के साथ जालिम सिंह से एक देशी स्टेनगन और 5 पिस्टल खरीदी थी। VIDEO : मंदसौर जिला अस्पताल में फिर मृतक की आत्मा लेने पहुंचे परिजन यह भी पढ़ें जिसमें से एक स्टेनगन बाबू मस्तान ने अपने पास रखी थी। इस मामले में पुलिस ने सिकंदर से पूछताछ के आधार पर 2 और लोगों को गिरफ्तार किया था एवं उनसे अवैध हथियार बरामद किए थे।जबकि बाबू मस्तान कि पुलिस उसी समय से तलाश कर रही थी। बाबू मस्तान की गिरफ्तारी पर 5 हजार रूपये का इनाम भी घोषित किया था। ऐसे पकडे गए आरोपित तिरंगे की करते हैं सेवा, ड्राइक्लीन-इस्त्री के नहीं लेते पैसे यह भी पढ़ें एसपी तिवारी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि इनामी आरोपी बापू मस्तान हुसैन टेकरी क्षेत्र में देखा गया है। सूचना पर एएसपी डा. राजेश सहाय और एसडीओपी जावरा डीआर माले के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घेराबंदी कर बाबू मस्तान को गिरफ्तार किया। पूछताछ करने पर उसने आरोपित ने दिनेश पिता भुवानी निवासी प्रतापगढ़ राजस्थान को स्टेन गन बेचना बताया। इसके बाद पुलिस टीम प्रतापगढ़ पहुंची और दिनेश को भी गिरफ्तार कर उसके कब्जे से देसी 32 बोर की स्टेनगन जप्त की। पुलिस ने बाबू मस्तान से भी एक देसी 12 बोर का कट्टा बरामद किया है। आरोपियों से अवैध हथियारों के विक्रेता एवं निर्माणकर्ता के संबंध में पूछताछ की गई है, जिसमें पुलिस को कुछ जानकारियां मिली है। उज्जैन थाने में दर्ज है कई प्रकरण मध्‍यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की चुनाव समिति का राहुल ने किया अनुमोदन यह भी पढ़ें पुलिस के अनुसार बाबू मस्तान के खिलाफ उज्जैन के चिमनगंज और देवास गेट थाने में हत्या, अवैध हथियार, मारपीट सहित अन्य धाराओं में आधा दर्जन के लगभग प्रकरण दर्ज है।

फरार वारंटियों और अवैध हथियार तस्करों को पकड़ने के अभियान के तहत रतलाम पुलिस को एक और सफलता मिली है। पुलिस ने अवैध हथियार के मामले में फरार पांच हजार रुपए के इनामी आरोपी बाबू मस्तान सहित 2 लोगों को …

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डॉक्टर बनने की है ख्वाहिश तो ये खुशखबरी है आपके लिए

अगर आप नीट क्वालीफाइड हैं और आपका लक्ष्य एमबीबीएस की सीट है तो यह खबर आपके लिए है। अभ्यर्थियों को एमबीबीएस की राज्य कोटे की तय सीट से अलग भी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में दाखिले का तोहफा मिलने जा रहा है। प्रदेश के तीन मेडिकल कॉलेजों में ऑल इंडिया कोटे की 27 सीट खाली रह गई हैं। इन पर भी दाखिला अब स्टेट कोटे के तहत होगा। यानी छात्रों को सरप्राइज एडमिशन की सौगात मिलने जा रही है। उत्तराखंड में तीन सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं। इनमें श्रीनगर और हल्द्वानी में एमबीबीएस की 100-100 सीट हैं, जबकि दून मेडिकल कॉलेज में 150 सीट हैं। इनमें 15 प्रतिशत ऑल इंडिया और शेष स्टेट कोटे की सीटें हैं। नियमानुसार ऑल इंडिया कोटे की खाली सीटों का फायदा स्टेट कोटे पर दाखिला लेने वाले अभ्यर्थियों को मिलता है। यह सीट राज्य के खाते में आती है और इन अतिरिक्त सीटों पर एडमिशन प्रदेश के युवाओं को मिलता है। एमबीबीएस के दाखिले के लिए मुकाबला कड़ा है। सरकारी व गैर सरकारी कॉलेजों में दाखिले के लिए सैकड़ों दावेदार हैं, लेकिन विकल्प बेहद सीमित हैं। ऐसे में रिवर्ट हुई ये सीट प्रदेश के होनहारों के लिए किसी सौगात से कम नहीं हैं। एचएनबी उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विजय जुयाल ने बताया कि प्रदेश के तीन मेडिकल कॉलेज में ऑल इंडिया कोटे की 27 सीट रिक्त रह गई हैं। इनमें दून मेडिकल कॉलेज में 12 हल्द्वानी में सात और श्रीनगर की आठ सीट शामिल हैं। ऑल इंडिया कोटे के दाखिले खत्म हो चुके हैं। ऐसे में अब ये सीट राज्य को मिल गई हैं। जिन पर प्रदेश के युवाओं को ही दाखिला दिया जाएगा।

अगर आप नीट क्वालीफाइड हैं और आपका लक्ष्य एमबीबीएस की सीट है तो यह खबर आपके लिए है। अभ्यर्थियों को एमबीबीएस की राज्य कोटे की तय सीट से अलग भी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में दाखिले का तोहफा मिलने जा रहा …

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देवरिया कांड : एडीजी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच टीम देवरिया पहुंची

देवरिया के बालिका बाल गृह से लड़कियों के गायब होने मामले में सीबीआई जांच की संस्तुति होने के बाद भी प्रदेश सरकार अपनी भी जांच करा रही है। इस प्रकरण की जांच कर रही टीम के पांच सदस्य एडीजी के नेतृत्व में आज देवरिया पहुंचे हैं। प्रदेश सरकार ने इस प्रकरण में एडीजी क्राइम संजय सिंघल के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम गठित की है। यह टीम देवरिया पहुंच गई है। टीम सबसे पहले डाक बंगले में पहुंची और संबंधित अधिकारी से जानकारी ली। इस टीम के सहयोग में एसटीएफ भी लगाई गई है। बाल गृह बालिका देवरिया की एक लड़की के भागकर पुलिस तक पहुंचने के बाद इस गृह के अंदर के काले कारनामे बाहर आए थे। उसके बाद एसपी रोहन पी कनय ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए संस्था से सेक्स रैकेट संचालित होने की बात कह दी। यह टीम इसी मामले की जांच करने के लिए आई हुई है। टीम यहां पर पुलिस की भूमिका की भी जांच करेगी।यह टीम यहां दो से तीन दिनों तक रह सकती है। एडीजी क्राइम संजय सिंघल की अध्यक्षता में एसआइटी टीम का गठन हुआ है। इसमें पीटीएस मेरठ में एसपी पूनम व ईओडब्ल्यू में एसपी भारती सिंह को शामिल किया गया है।

देवरिया के बालिका बाल गृह से लड़कियों के गायब होने मामले में सीबीआई जांच की संस्तुति होने के बाद भी प्रदेश सरकार अपनी भी जांच करा रही है। इस प्रकरण की जांच कर रही टीम के पांच सदस्य एडीजी के …

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CM योगी सहित एडीजी व कमिश्नर ने शिवभक्तों की सुरक्षा के साथ बरसाए फूल

मेरठ। डीजे पर लगी रोक हटाकर और कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोगों का दिल जीत चुके हैं। अब उनके निर्देश पर अधिकारी वर्ग भी कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा कर रहे हैं। एडीजी मेरठ जोन …

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अाज निदा खान अमित शाह से करेंगी मुलाकात, हो सकती हैं BJP में शामिल

बरेली/देहरादून। तीन तलाक और हलाला पीडि़त महिलाओं की आवाज बुलंद करने वाली निदा खान को दिल्ली से बुलावा आ गया है। वह रात या सुबह दिल्ली के लिए निकल सकती हैैं। वहां उनकी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात …

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