प्रदेश

तेजाब डालकर दो महिलाओं की हत्या करने वाले को हुई उम्रकैद की सजा

प्रतापगढ़। जिले की एक अदालत ने तेजाब डालकर दो महिलाओं की हत्या के करीब चार साल पुराने एक मामले में आरोपी एक व्यक्ति को दोषी करार देते हुए उम्रकैद तथा जुर्माने की सजा सुनायी है।  अभियोजन पक्ष के अनुसार सात …

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यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का शिवपाल यादव का ऐलान

बागपत। समाजवादी पार्टी में कोई भी ‘महत्व’ नहीं मिलने से दुखी एवं ‘समाजवादी सेक्युलर मोर्चा’ का गठन करने वाले पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने अब ऐलान किया है कि उनका मोर्चा आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी …

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देश में पहली बार दौड़ेगी वेदर प्रूफ रैपिड रेल, जानें क्या होगी खासियत

रैपिड रेल के संचालन में मौसम बाधक नहीं बनेगा। ये रेल हर मौसम में तेज रफ्तार में ट्रैक पर दौड़ेगी। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) दिल्ली-मेरठ और दिल्ली-अलवर कॉरिडोर के लिए वेदर प्रूफ रैपिड रेल खरीदेगा। आंधी, बारिश और कोहरे में भी रेल अपनी निर्धारित रफ्तार में दौड़ती नजर आएगी। भारतीय रेल की दुश्वारियों को देखते हुए वेदरप्रूफ रैपिड रेल खरीदने का निर्णय लिया गया है। खूबियों से लैस स्मार्ट कोच लगेंगे रैपिड रेल में स्मार्ट कोच लगाए जाएंगे। ये कोच कई खूबियों से लैस होंगे। आगे से आकार एयरोडायनेमिक्स होगा। इसमें कई तरह के सेंसर भी लगे होंगे। उससे ब्रेक घिसने की जानकारी, एक्सेल का तापमान, पहियों की स्थित कोच के जरिए नियमित रूप से रैपिड रेल कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी। कोच के अंदर सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे। इससे सारी गतिविधि रिकॉर्ड होती रहेगी। कोच में हवाई जहाज की तरह आरामदायक सीटें लगी होंगी। –– ADVERTISEMENT –– 45 मिनट में एयरपोर्ट EXCLUSIVE: 15 अगस्त नहीं, करोड़ों भारतीयों के लिए आज है स्वतंत्रता दिवस यह भी पढ़ें दिल्ली-मेरठ और दिल्ली-अलवर कॉरिडोर बनने पर आइजीआइ एयरपोर्ट जाने वालों को आसानी होगी। एनसीआरटीसी का दावा है कि गाजियाबाद से लोगों को आइजीआइ एयरपोर्ट तक पहुंचने में 40 से 45 मिनट का वक्त लगेगा। सड़क मार्ग से अभी ये सफर तय करने में ढाई से तीन घंटे तक का समय लगता है। 19 हजार करोड़ का लेंगे लोन जानिये- 3 साल में कितना बदल गए केजरीवाल, 'आप' में भी नहीं रही वो बात यह भी पढ़ें दिल्ली से मेरठ तक रैपिड रेल कॉरिडोर बनाने में 31632 करोड़ रुपये की लागत आएगी। एनसीआरटीसी इसकी व्यवस्था करने के लिए 18979.2 करोड़ रुपये का लोन लेगी। केंद्र सरकार 5693.76 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश सरकार 5915.18 करोड़ रुपये और दिल्ली सरकार 1043.86 करोड़ रुपये की व्यवस्था करेगी।

रैपिड रेल के संचालन में मौसम बाधक नहीं बनेगा। ये रेल हर मौसम में तेज रफ्तार में ट्रैक पर दौड़ेगी। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) दिल्ली-मेरठ और दिल्ली-अलवर कॉरिडोर के लिए वेदर प्रूफ रैपिड रेल खरीदेगा। आंधी, बारिश और …

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राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी का एक गांव केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के प्रयासों से डिजिटल

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से 2014 के लोकसभा चुनाव में नजदीकी हार झेलने के बाद भी केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी का अमेठी पर लगातार फोकस है। स्मृति ईरानी समय-समय पर अमेठी में हर विकास कार्य पर नजर रखने के साथ ही नई योजना के क्रियान्वयन पर भी ध्यान देती हैं। उनके प्रयास से अमेठी का एक गांव डिजिटल हो गया है। केंद्रीय वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी को नायाब तोहफा देने कल एक दिनी दौरे पर अमेठी आ रही हैं। इस दौरान वह जिले में दो योजनाओं का शुभारंभ करेंगी। सबसे पहले वह मुसाफिरखाना ब्लाक के पिंडारा ठाकुर गांव में सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के कामन सर्विस सेंटर के तहत डिजी गांव का शुभारंभ करेंगी। इसके बाद वह अमेठी डाक घर मे डिजिटल बैंकिंग सेवा का शुभारंभ करेंगी। इन दोनों कार्यक्रम के बाद वह लखनऊ के रास्ते नई दिल्ली रवाना हो जाएंगी। स्मृति जुबिन ईरानी ने 2014 में अमेठी से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ा था। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ना सिर्फ कड़ी टक्कर दी थी, बल्कि जीत के अंतर को काफी कम किया था। –– ADVERTISEMENT –– धूम-धाम से निकला ईद-ए-गदीर का जुलूस यह भी पढ़ें स्मृति ईरानी के प्रयास दे अमेठी का पिंडारा ठाकुर गांव डिजिटल गांव के रूप में शुमार होने जा रहा है। कल अमेठी के एक दिनी दौर पर आ रही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जिले के पहले डिजिटल गांव का शुभारंभ करेंगी। स्मृति ईरानी की मौजूदगी में सरकार की ओर से चलाई जा रहीं 200 सेवाओं को पूरी तरह डिजिटल कर दिया जाएगा। उनके प्रतिनिधि विजय गुप्ता ने बताया कि ईरानी अपने एक दिन के अमेठी भ्रमण के दौरान मुसाफिरखाना के पींडारा ठाकुर गांव जाएंगी। यह गांव केंद्र सरकार के प्रोग्राम 'कॉमन सर्विस सेंटर' के तहत चुना गया है। उसके अंतर्गत गांव में सूचना टेक्नोलॉजी सहित विकास के विभिन्न काम होंगे। स्मृति ईरानी कल 11 बजे पींडारा ठाकुर गांव में इन कार्यों का उद्घाटन करेंगी। उसके बाद अमेठी नगर में डाक घर की डिजिटल इंडिया बैंकिंग सेवा का शुभारम्भ करेंगी। पींडरा गांव के लोगों को अब वाई-फाई चौपाल की सुविधा मिलेगी इसके साथ ही 2 जीबी डाटा 15 दिन के लिये बेहद सस्ते दर पर उपलब्ध कराई जाएगी। 14 का कनेक्शन काट 37 को भेजा नोटिस यह भी पढ़ें स्मृति ईरानी ने 2014 में अमेठी की लोकसभा सीट को बेहद लोकप्रिय बना दिया था। राहुल गांधी को यहां पर उन्होंने कड़ी टक्कर दी थी, जबकि यहां से आम आदमी पार्टी ने कुमार विश्वास को प्रत्याशी बनाया था। पूरे देश की निगाहें मतगणना के दिन इस सीट पर थीं। एक समय ऐसा भी आया जब स्मृति ईरानी, राहुल गांधी से आगे हो गई थीं और अमेठी का यह रुझान पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया। बाजार की सब्जियों ने बढ़ाई किसान मेले की शोभा यह भी पढ़ें स्मृति जुबिन ईरानी ने इस चुनाव में हार के बाद भी अमेठी से नाता नहीं तोड़ा और यहां उनकी सक्रियता लगातार बनी है। माना जा रहा है कि अमेठी वासियों के लगातार संपर्क में रहने वाली स्मृति ईरानी का उनके साथ एक मजबूत रिश्ता कायम हो गया है, जो आगामी चुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती हो साबित हो सकती है। पिंडारा ठाकुर गांव में उल्लास दूसरे दिन भी विद्यालयों में बाधित रहा शिक्षण कार्य यह भी पढ़ें पिंडारा ठाकुर गांव के एक डिजिटल गांव के रूप में विकसित होने को लेकर ग्रामीणों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। पिंडारा ठाकुर गांव के सीएससी सेंटर प्रभारी ने बताया कि स्मृति ईरानी के प्रयास से पिंडारा ठाकुर गांव एक डिजी गांव बनने की अग्रसर हुआ है। जहां सरकारी तंत्र से जुड़ी सभी डिजिटल सुविधाएं लोगों के लिए उपलब्ध होंगी, जिससे ग्रामीणों को बड़ा फायदा मिलेगा। भाजपा के एक नेता ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के प्रयासों से पिछले चार सालों में अमेठी विकास के पथ पर दौड़ पड़ा है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से 2014 के लोकसभा चुनाव में नजदीकी हार झेलने के बाद भी केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी का अमेठी पर लगातार फोकस है। स्मृति ईरानी समय-समय पर अमेठी में हर विकास कार्य पर नजर रखने के …

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केजरीवालः एक नायक जो बदलने आया था राजनीति को, खुद इतना बदल गया

दशकों से भारतीय राजनीति में जाति का एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। राज्यों की राजनीति के परिप्रेक्ष्य में देखा जाए तो राजनीतिक पार्टियों ने जाति को एक मुद्दा बनाकर अपने-अपने हित साधे हैं। ऐसे में अलग तरह की राजनीति करने का दावा कर दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) और इसके मुखिया अरविंद केजरीवाल अब उसी दलदल में धंसते-फंसते नजर आ रहे हैं, जैसा वह दूसरे दलों के बारे में कहते थे। दरअसल, 2015 में मुख्यमंत्री बनने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कुछ ऐसे अजीब और जनमानस की सोच के विपरीत फैसले लिए, जिनसे उनमें वैकल्पिक राजनीति की उम्मीद देख रहे लोगों का विश्वास डगमगाने लगा था। तकरीबन तीन साल बाद केजरीवाल की नायक वाली छवि काफी धूमिल हो चुकी है। जाति-क्षेत्रवाद को ध्यान में रख केजरीवाल ने दिल्ली में बांटे थे टिकट खासकर धर्म और जाति की राजनीति से खुद को दूर रखने का दावा करने वाली AAP में हालात शायद इससे जुदा दिख रहे हैं। आतिशी मर्लेना से पहले आशुतोष के साथ भी ऐसी ही घटना हो चुकी है। AAP को कुछ दिनों पहले अलविदा करने वाले आशुतोष ने खुद यह बात स्वीकार की है। आशुतोष ने ट्वीट किया है कि उनके 23 वर्ष के पत्रकारिता के करियर में उन्हें कभी जाति के प्रयोग की जरूरत नहीं पड़ी, लेकिन पार्टी की तरफ से जब चुनाव लड़ना पड़ा तो मुझे इसके लिए कहा गया। मेरे विरोध के बावजूद मेरा सरनेम जोड़ा गया। जाहिर है कि ऐसा पार्टी आलाकमान की सहमति से ही हुआ होगा। –– ADVERTISEMENT –– दो 'आप' विधायकों के बीच बैठे थे अंशु प्रकाश, अचानक बरसने लगे थप्पड़ व घूंसे यह भी पढ़ें आशतोष के ट्वीट ने खोली AAP की पोल दरअसल, AAP नेता आशुतोष के ट्वीट ने अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में अब एक सवाल यह भी उठ रहा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में क्या अरविंद केजरीवाल ने जातीय समीकरणों को ध्यान में रखकर टिकट बांटे थे। दरअसल, यह सवाल इसलिए भी उठा है कि आशुतोष ने खुद ट्वीट कर कहा है कि दिल्ली की चांदनी चौक सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान उनसे सरनेम लगाने के लिए कहा गया था। यानी चांदनी चौक सीट पर एक खास जाति को ध्यान में रखकर ही आशुतोष को अरविंद केजरीवाल ने टिकट दिया होगा। सीएम के एक गलत फैसले से दिल्ली को 800 करोड़ से अधिक का घाटा, HC भी उठा चुका सवाल यह भी पढ़ें कुछ ऐसा ही हाल नई दिल्ली सीट का भी लगता है। नई दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मीनाक्षी लेखी ने आम आदमी पार्टी के अशीष खेतान को तकरीबन 1 लाख 33 हजार वोटों से हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। यहां पर पंजाबी मतदाओं की संख्या ज्यादा है, इसीलिए शायद आशीष खेतान को टिकट दिया गया था। आशीष खेतान पंजाबी समुदाय से आते हैं। हालांकि, उन्होंने हाल ही में AAP से इस्तीफा दिया है।

दशकों से भारतीय राजनीति में जाति का एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। राज्यों की राजनीति के परिप्रेक्ष्य में देखा जाए तो राजनीतिक पार्टियों ने जाति को एक मुद्दा बनाकर अपने-अपने हित साधे हैं। ऐसे में अलग तरह की राजनीति करने …

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अराजक तत्वों ने तोड़ी आंबेडकर की प्रतिमा, गांव में पुलिस तैनात

भगवानपुर के खुब्बनपुर गांव में अराजक तत्वों ने डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। सूचना पर गांव में पुलिस पहुंच गई। घटना बीती रात हरिद्वार जिले के भगवानपुर क्षेत्र के खुब्बनपुर गांव की है। अराजक तत्‍वों ने गांव में लगी डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। सुबह जब घटना का पता चला तो दलित समाज के लोगों ने रोष जातया। वहीं, सूचना पर पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। खबर मिलते ही भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने इस घृणित कार्य को करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। मौके पर थाना गंग नहर, थाना झबरेडा, थाना कलियर समेत अन्य जगहों का पुलिस बल मौजूद है

भगवानपुर के खुब्बनपुर गांव में अराजक तत्वों ने डॉ भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। सूचना पर गांव में पुलिस पहुंच गई। घटना बीती रात हरिद्वार जिले के भगवानपुर क्षेत्र के खुब्बनपुर गांव की है। अराजक तत्‍वों ने …

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विधानसभा में बोले योगी, आतंकवादियों का मुकदमा वापस लेना राष्ट्रद्रोह

विधानसभा में विपक्ष के बहिष्कार और आक्रामक रवैये से खफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को जमकर बरसे। करीब 80 मिनट के भाषण में योगी ने सपा को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि 'पिछली सरकार ने सीरियल ब्लास्ट के आतंकियों का मुकदमा वापस करने का प्रयास किया था। कोर्ट ने हस्तक्षेप नहीं किया होता तो आतंकवादी आजाद होकर पता नहीं कहां-कहां विस्फोट कर रहे होते। राष्ट्र व समाज की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले ऐसे आतंकियों का मुकदमा वापस लेना भी राष्ट्रद्रोह से कम नहीं है। विधानसभा में योगी ने याद दिलाया कि दो दिन पहले कोर्ट ने सीरियल विस्फोट के आतंकियों को सजा सुनाई है। इन्हीं के मुकदमों की वापसी के लिए पिछली सरकार ने प्रयास किया था। योगी ने असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर की व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि हमें तय करना चाहिए कि कौन हमारा नागरिक है और कौन नहीं। हम शरणार्थियों को सम्मान देंगे लेकिन, यहां के लोगों के हक पर डाका डालने वाले घुसपैठियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। योगी ने अनुपूरक बजट की उपलब्धियां गिनाते हुए पिछली सरकारों की नाकामी और अपनी सरकार की उपलब्धियों का तुलनात्मक आंकड़ा प्रस्तुत किया। योगी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ेगा। यूपी विधानसभा का मानसून सत्र अगस्त के प्रथम सप्ताह से, तिलक हाल में होगी संयुक्त बैठक यह भी पढ़ें कारनामा उजागर न हो इसलिए सदन से भागा विपक्ष योगी ने कहा कि वास्तविक तथ्य सामने न आ जाए और सदन में इनका कारनामा उजागर न हो, इसलिए वाकआउट के बहाने ये लोग सदन से भागे हैं। विपक्ष सदन को बहस का केंद्र बिंदु नहीं बनने देना चाहता है। सदन को बंधक बनाने की लोकतंत्र में इजाजत नहीं है। किसानों के हित में किए गए प्रयासों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि 15 वर्षों तक किसानों के साथ धोखा हुआ। योगी ने कहा कि पिछले वर्ष 24 जिले बाढ़ से प्रभावित थे। इस वर्ष पूरा प्रदेश सुरक्षित है और अगले वर्ष यह समस्या नहीं रहेगी। राज्यपाल को ज्ञापन सौंप कांग्रेसियों ने कहा, हम पर लाठी चलाने वालों पर दर्ज हो मुकदमा यह भी पढ़ें पिछली सरकारों ने दलितों, पिछड़ों को छला योगी ने कहा कि पिछली सरकारों ने दलितों और पिछड़ों को छला। दलित, किसान और वंचित के लिए केंद्र ने पैसा दिया तो उसका उपयोग नहीं किया। छात्रवृत्ति से लेकर विभिन्न योजनाओं में घालमेल किया। भाजपा सरकार ने दलितों और पिछड़ों के हक में योजनाएं चलाई और उसका क्रियान्वयन किया। योगी ने बिंदुवार आंकड़े भी गिनाए। कहा कि पिछली सरकार ने केंद्र से इसलिए एंबुलेंस नहीं ली कि मोदी जी की ब्रांडिंग हो जाएगी लेकिन, मोदी जी ब्रांडिंग के मोहताज नहीं हैं। कहा कि सपा और बसपा ने हमेशा जाति के नाम पर राजनीति की लेकिन, अब जाति के नाम पर प्रदेश को बांटने का खेल नहीं चलेगा। योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल की सुगबुगाहट, आधा दर्जन नए चेहरों को मिल सकता मौका यह भी पढ़ें मैनपुरी, कन्नौज, रायबरेली व अमेठी का भी किया विकास योगी ने सपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए समाजवादी गढ़ कन्नौज और मैनपुरी तथा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के क्षेत्र अमेठी और सोनिया गांधी के क्षेत्र रायबरेली का जिक्र किया। कहा, बड़ी डींग हांकने वाले अपने क्षेत्र का भी विकास नहीं कर सके लेकिन, भाजपा सरकार ने ही इन क्षेत्रों का विकास किया। योगी ने विकास और कानून-व्यवस्था के तुलनात्मक आंकड़ों के साथ दावा किया कि उनकी सरकार में 16 माह में एक भी दंगा नहीं हुआ। कहा, कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वालों को एक नई दृष्टि की जरूरत है। क्योंकि जैसी दृष्टि है वैसी ही सृष्टि होगी। कल से लखनऊ में जुटेंगे देशभर से स्मार्ट सिटी के मेयर व अफसर यह भी पढ़ें बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना मुख्यमंत्री ने कांगे्रस दल नेता अजय कुमार लल्लू पर तंज करते हुए कहा कि इस समय प्रदेश में चिपको आंदोलन चल रहा है। सपा के लोग कहते हैं कि राहुल हमारे नेता नहीं हैं लेकिन, बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना जैसी हालत लल्लू की है। आश्चर्य है कि वह भी सपा के साथ सदन के बहिष्कार में शामिल हो जाते हैं। सांप का बच्चा हमेशा सांप ही होगा योगी ने बसपा को भी नसीहत दी। कहा कि बसपा कहती है कि सपा से उसकी दूरी है लेकिन, यह सच्चाई है कि सांप कभी नेवला नहीं हो सकता। सांप का बच्चा हमेशा सांप ही होगा। जिनको डंक मारने की आदत है, वह डंक मारेगा ही। अगर, कोई बार-बार ठोकर खाने का आदी हो तो उसे ईश्वर बचाएं। मौत का आंकड़ा पिछली सरकारों के पाप का स्मारक योगी ने इंसेफ्लाइटिस से होने वाली मौतों का जिक्र किया। कहा, पिछले वर्ष गोरखपुर में अगस्त में 800 मरीज भर्ती हुए और 86 मरे लेकिन, इस बार छह विभागों ने सामूहिक अभियान के तहत ऐसा माहौल बनाया कि सिर्फ 80 मरीज आये और छह की मौत हुई। योगी ने कहा कि ये आंकड़े पिछली सरकारों के पाप के स्मारक हैं। अनुपूरक बजट में अटल मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुपूरक बजट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को सहेजने का प्रावधान किया गया है। उनकी जन्मभूमि बटेश्वर में स्मारक, शिक्षा स्थली कानपुर डीएवी कालेज में सेंट्रल आफ एक्सीलेंस, पहले चुनाव क्षेत्र बलरामपुर में केजीएमयू का सैटेलाइट सेंटर और लखनऊ में अटल चिकित्सा विश्वविद्यालय का निर्माण होगा। पिछली सरकार के कार्यों के मुआवजे के लिए प्रावधान योगी ने कहा कि वाराणसी से भदोही तक सड़क बनाने के लिए सपा सरकार में ठेका तो हथिया लिया गया लेकिन, गरीब किसानों का मुआवजा नहीं दिया गया। अब 250 करोड़ रुपये मुआवजे के लिए अनुपूरक बजट में प्रावधान करना पड़ा है। करीब 1300 करोड़ रुपये उत्तराखंड के पेंशनर्स के लिए व्यवस्था की गई है। पिछली सरकार के रवैये से साफ लगता है कि आने वाले समय में ये कर्मचारियों को वेतन और पेंशन भी नहीं देना चाहते थे।

विधानसभा में विपक्ष के बहिष्कार और आक्रामक रवैये से खफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को जमकर बरसे। करीब 80 मिनट के भाषण में योगी ने सपा को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि ‘पिछली सरकार ने सीरियल ब्लास्ट के …

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टिहरी में भूस्खलन से दो मकान ध्वस्त, छह की मौत; एक लापता

लगातार बारिश से नदी-नालों का उफान और भूस्खलन जानलेवा साबित हो रहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक नुकसान का दौर जारी है। टिहरी के भिलंगना क्षेत्र में दो मकान भूस्खलन के मलबे की चपेट में आकर जमींदोज हो गए। इसमें आठ लोग दब गए। अभी तक छह शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, एक बच्ची को जिंदा निकाल लिया गया। चमोली जिले में पिंडर नदी के कटाव से हो रहे भूस्खलन के कारण पांच दुकानें जमींदोज हो गईं। टिहरी जनपद के भिलंगना के दूरस्थ गांव कोट बिशन में तड़के करीब चार बजे भारी बारिश से दो मकान ध्वस्त हो गए। सूचना पर एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम गांव में रेस्क्यू को पहुंच गई। स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही एसडीआरएफ, प्रशासन की टीम मलबे में दबे लोगों को निकालने में जुटी रही। एसडीएम पीआर चौहान के अनुसार अभी तक छह शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, एक बच्ची को मलबे से जिंदा निकाल लिया गया। अभी एक महिला लापता हैं। दूरुस्थ क्षेत्र होने के कारण वहां संपर्क नही हो पा रहा है। उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी, भूस्खलन से बंद यमुनोत्री हाईवे खुला; मकान ध्वस्त यह भी पढ़ें मृतकों के नाम 1-मोर सिंह (32वर्ष) उत्तराखंड में आफत की बारिश, नदी-नालों में उफान; दो लोगों की मौत यह भी पढ़ें 2आशीष पुत्र मोर सिंह 3-अतुल पुत्र हुकम सिंह उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट; यमुनोत्री हाईवे बंद यह भी पढ़ें 4- हंसा देवी (27 वर्ष) 5-संजू देवी (24 )पत्नी हुकम सिंह बारिश से मकान ध्वस्त, सड़कें बंद; अगले 24 घंटे होगी भारी बारिश यह भी पढ़ें 6-स्वाति पुत्री राकेश सिंह घायल कुमारी बबली (14 वर्ष) पुत्री मोर सिंह लापता का नाम 1-लक्ष्मी देवी धर्मपत्नी राकेश प्रदेश में मौसम का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। समूचे उत्तराखंड में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। भूस्खलन से क्षतिग्रस्त सड़कों पर आना-जाना मुश्किल हो रहा है। प्रदेश में 150 से ज्यादा संपर्क मार्गों पर आवागमन बाधित है। भूस्खलन का सर्वाधिक प्रभाव पौड़ी जिले में है। यहां 80 सड़कें बाधित हैं। बदरीनाथ के पास लामबगड़ में हाईवे सातवें दिन भी नहीं खुल पाया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवान मलबा हटाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं, लेकिन लगातार दरक रही पहाड़ी के कारण मार्ग खोलना चुनौती बन गया है। भूस्खलन प्रभावित इस भाग को यात्री पैदल ही वैकल्पिक मार्ग से पार कर रहे हैं। इसके अलावा चमोली जिले के नारायणबगड़ में पिंडर नदी का कटाव कस्बे पर भारी पड़ा। पिंडर के किनारे पांच दुकानें भरभरा कर ढह गईं। शुक्र यह रहा कि उस वक्त दुकानों में कोई नहीं था। दूसरी ओर हरिद्वार के लक्सर में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। तटबंध क्षतिग्रस्त होने से गंगा का पानी खेतों में जा घुसा, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा है। उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे हेल्गुगाड के पास मलबा आने से बंद हो गया। वहीं, यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट में अभी भी बंद है। दूसरी ओर कुमाऊं में मौसम का मिजाज सोमवार रात से गड़बड़ाया हुआ है। पिथौरागढ़ में मुनस्यारी के थापा गांव में भारी बारिश से भू-स्खलन हो गया। दो मकान धराशायी हो गए, जिसमें एक बाइक दब गई। सात परिवारों को रात में ही प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराया। नैनीताल जिले में बीती रात हुई तेज बारिश से मल्लीताल में सनवाल पब्लिक स्कूल के पीछे भूस्खलन हो गया और खेल मैदान का मलबा टिन से बने कक्षा कक्ष में जा घुसा। मलबा पूरी क्लास में जमा हुआ है। गनीमत रही कि घटना रात को हुई। स्कूल प्रबंधन ने खतरे को देखते हुए आज अवकाश घोषित कर दिया है। उधर बारिश से जिले में एक स्टेट हाइवे समेत दस ग्रामीण मार्ग बंद हैं। इसमें भोर्सा-पिनरौ, देवीपुरा-सौंड़, काठगोदाम- हैड़ाखान, गर्जिया-बेतालघाट, ओखलाढुंगा-तल्लीसेठी, रानीकोटा-गोतिया, पशयां, तपुआ-बबियाड़, हरीनगर-चंदादेवी आदि शामिल हैं। भीमताल मार्ग पर तीन जगह दरारें, धंसने का खतरा नैनीताल की लोअर मालरोड़ की तरह भीमताल हल्द्वानी मोटर मार्ग का एक बड़ा हिस्सा झील में समा सकता है। भीमताल और आसपास के क्षेत्र में भारी बरसात के चलते मल्लीताल के बाईपास डायवर्जन से तल्लीताल पंत पार्क तक तीन स्थानों पर दरारें दिख रही हैं। ये मार्ग तीन स्थानों पर धंसा हुआ है। हल्द्वानी-भीमताल मार्ग का लगभग डेढ़ किमी हिस्सा झील की दीवार पर टिका है। इस दीवार की मरम्मत न होने से जगह-जगह पत्थर आदि निकल आए हैं। ऐसे में दीवार के क्षतिग्रस्त होते ही सड़क के झील में विलीन होने का अंदेशा बढ़ता जा रहा है। इस मार्ग पर सुबह से रात तक कई सौ वाहन रोज गुजरते हैं। इससे इस मार्ग पर लोड भी अधिक है। इस बाबत लोक निर्माण विभाग सिंचाई विभाग को झील की दीवार की मरम्मत के लिए पत्र लिख चुका है।लगातार बारिश से नदी-नालों का उफान और भूस्खलन जानलेवा साबित हो रहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक नुकसान का दौर जारी है। टिहरी के भिलंगना क्षेत्र में दो मकान भूस्खलन के मलबे की चपेट में आकर जमींदोज हो गए। इसमें आठ लोग दब गए। अभी तक छह शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, एक बच्ची को जिंदा निकाल लिया गया। चमोली जिले में पिंडर नदी के कटाव से हो रहे भूस्खलन के कारण पांच दुकानें जमींदोज हो गईं। टिहरी जनपद के भिलंगना के दूरस्थ गांव कोट बिशन में तड़के करीब चार बजे भारी बारिश से दो मकान ध्वस्त हो गए। सूचना पर एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम गांव में रेस्क्यू को पहुंच गई। स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही एसडीआरएफ, प्रशासन की टीम मलबे में दबे लोगों को निकालने में जुटी रही। एसडीएम पीआर चौहान के अनुसार अभी तक छह शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, एक बच्ची को मलबे से जिंदा निकाल लिया गया। अभी एक महिला लापता हैं। दूरुस्थ क्षेत्र होने के कारण वहां संपर्क नही हो पा रहा है। उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी, भूस्खलन से बंद यमुनोत्री हाईवे खुला; मकान ध्वस्त यह भी पढ़ें मृतकों के नाम 1-मोर सिंह (32वर्ष) उत्तराखंड में आफत की बारिश, नदी-नालों में उफान; दो लोगों की मौत यह भी पढ़ें 2आशीष पुत्र मोर सिंह 3-अतुल पुत्र हुकम सिंह उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट; यमुनोत्री हाईवे बंद यह भी पढ़ें 4- हंसा देवी (27 वर्ष) 5-संजू देवी (24 )पत्नी हुकम सिंह बारिश से मकान ध्वस्त, सड़कें बंद; अगले 24 घंटे होगी भारी बारिश यह भी पढ़ें 6-स्वाति पुत्री राकेश सिंह घायल कुमारी बबली (14 वर्ष) पुत्री मोर सिंह लापता का नाम 1-लक्ष्मी देवी धर्मपत्नी राकेश प्रदेश में मौसम का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। समूचे उत्तराखंड में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। भूस्खलन से क्षतिग्रस्त सड़कों पर आना-जाना मुश्किल हो रहा है। प्रदेश में 150 से ज्यादा संपर्क मार्गों पर आवागमन बाधित है। भूस्खलन का सर्वाधिक प्रभाव पौड़ी जिले में है। यहां 80 सड़कें बाधित हैं। बदरीनाथ के पास लामबगड़ में हाईवे सातवें दिन भी नहीं खुल पाया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवान मलबा हटाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं, लेकिन लगातार दरक रही पहाड़ी के कारण मार्ग खोलना चुनौती बन गया है। भूस्खलन प्रभावित इस भाग को यात्री पैदल ही वैकल्पिक मार्ग से पार कर रहे हैं। इसके अलावा चमोली जिले के नारायणबगड़ में पिंडर नदी का कटाव कस्बे पर भारी पड़ा। पिंडर के किनारे पांच दुकानें भरभरा कर ढह गईं। शुक्र यह रहा कि उस वक्त दुकानों में कोई नहीं था। दूसरी ओर हरिद्वार के लक्सर में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। तटबंध क्षतिग्रस्त होने से गंगा का पानी खेतों में जा घुसा, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा है। उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे हेल्गुगाड के पास मलबा आने से बंद हो गया। वहीं, यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट में अभी भी बंद है। दूसरी ओर कुमाऊं में मौसम का मिजाज सोमवार रात से गड़बड़ाया हुआ है। पिथौरागढ़ में मुनस्यारी के थापा गांव में भारी बारिश से भू-स्खलन हो गया। दो मकान धराशायी हो गए, जिसमें एक बाइक दब गई। सात परिवारों को रात में ही प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराया। नैनीताल जिले में बीती रात हुई तेज बारिश से मल्लीताल में सनवाल पब्लिक स्कूल के पीछे भूस्खलन हो गया और खेल मैदान का मलबा टिन से बने कक्षा कक्ष में जा घुसा। मलबा पूरी क्लास में जमा हुआ है। गनीमत रही कि घटना रात को हुई। स्कूल प्रबंधन ने खतरे को देखते हुए आज अवकाश घोषित कर दिया है। उधर बारिश से जिले में एक स्टेट हाइवे समेत दस ग्रामीण मार्ग बंद हैं। इसमें भोर्सा-पिनरौ, देवीपुरा-सौंड़, काठगोदाम- हैड़ाखान, गर्जिया-बेतालघाट, ओखलाढुंगा-तल्लीसेठी, रानीकोटा-गोतिया, पशयां, तपुआ-बबियाड़, हरीनगर-चंदादेवी आदि शामिल हैं। भीमताल मार्ग पर तीन जगह दरारें, धंसने का खतरा नैनीताल की लोअर मालरोड़ की तरह भीमताल हल्द्वानी मोटर मार्ग का एक बड़ा हिस्सा झील में समा सकता है। भीमताल और आसपास के क्षेत्र में भारी बरसात के चलते मल्लीताल के बाईपास डायवर्जन से तल्लीताल पंत पार्क तक तीन स्थानों पर दरारें दिख रही हैं। ये मार्ग तीन स्थानों पर धंसा हुआ है। हल्द्वानी-भीमताल मार्ग का लगभग डेढ़ किमी हिस्सा झील की दीवार पर टिका है। इस दीवार की मरम्मत न होने से जगह-जगह पत्थर आदि निकल आए हैं। ऐसे में दीवार के क्षतिग्रस्त होते ही सड़क के झील में विलीन होने का अंदेशा बढ़ता जा रहा है। इस मार्ग पर सुबह से रात तक कई सौ वाहन रोज गुजरते हैं। इससे इस मार्ग पर लोड भी अधिक है। इस बाबत लोक निर्माण विभाग सिंचाई विभाग को झील की दीवार की मरम्मत के लिए पत्र लिख चुका है।

लगातार बारिश से नदी-नालों का उफान और भूस्खलन जानलेवा साबित हो रहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक नुकसान का दौर जारी है। टिहरी के भिलंगना क्षेत्र में दो मकान भूस्खलन के मलबे की चपेट में आकर जमींदोज हो गए। …

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यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में दो कंपनियों ने किया करोड़ों का निवेश

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में दो कंपनियों ने करोड़ों रुपये का निवेश किया है। दोनों कंपनियां मित्सुबिशी की सहयोगी हैं। प्राधिकरण ने इन कंपनियों को सेक्टर 32 में बीस हजार वर्गमीटर भूमि आवंटित की है। इसके अलावा प्राधिकरण को निवेश के लिए तीन और कंपनियों के प्रस्ताव मिले हैं। इसमें दो कंपनियों गारमेंट सेक्टर जुड़ी हैं। प्रदेश सरकार ने गौतमबुद्ध जिले को एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत रेडीमेड गारमेंट के लिए चिह्नित किया है। यमुना प्राधिकरण ने औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिए भूखंड योजना निकाल रखी है। इस योजना के तहत प्राधिकरण को निवेश के प्रस्ताव मिल रहे हैं। प्रत्येक शुक्रवार को प्राधिकरण निवेश प्रस्ताव के अध्ययन के बाद भूखंड आवंटन का फैसला ले रहा है। उन कंपनियों को वरीयता है, जो एक मुश्त पूंजी निवेश, अनुभवी के साथ स्थानीय युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार देने के लिए तैयार हैं। प्राधिकरण ने मित्सुबिशी की सहयोगी कंपनियां क्वार्डेंट लिमिटेड व सिकोया सेफ्टी प्रोडक्ट इंडिया लिमिटेड को दस-दस हजार वर्गमीटर के भूखंड सेक्टर 32 में आवंटित किए हैं। क्वार्डेंट कंपनी इंजीनिय¨रग क्षेत्र के लिए प्लास्टिक उत्पाद तैयार करती है। कंपनी ने तीस फीसद रोजगार स्थानीय युवाओं को देने का भी दावा किया है। ग्रेनो प्राधिकरण ने यमुना से मांगे अपने अधिकारी वापस यह भी पढ़ें इसके अलावा बॉडी केयर ने बीस हजार वर्गमीटर, दिव्या गारमेंट ने करीब छह सौ वर्गमी व शार्प साफ्टइट कंपनी ने इकाई स्थापित करने के लिए पचास हजार वर्गमीटर भूमि मांगी है। इन कंपनियों को सेक्टर 29 में भूखंड आवंटन का प्रस्ताव है। यह सेक्टर प्राधिकरण ने गारमेंट इकाईयों के लिए आरक्षित किया है। शुक्रवार को इन कंपनियों को भूखंड आवंटन पर मुहर लगाने की उम्मीद है। इन कंपनियों के निवेश से प्राधिकरण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। प्राधिकरण को औद्योगिक निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। दो कंपनियों को भूखंड आवंटन कर दिया गया है। इसमें तीस फीसद रोजगार स्थानीय को मिलेगा। कुछ और कंपनियों के निवेश प्रस्ताव का अध्ययन किया जा रहा है।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में दो कंपनियों ने करोड़ों रुपये का निवेश किया है। दोनों कंपनियां मित्सुबिशी की सहयोगी हैं। प्राधिकरण ने इन कंपनियों को सेक्टर 32 में बीस हजार वर्गमीटर भूमि आवंटित की है। इसके अलावा प्राधिकरण को निवेश के …

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उत्‍तराखंड में लखवाड़ बिजली परियोजना के लिए छह राज्यों ने मिलाए हाथ

मंगलवार को नेशनल मीडिया सेंटर नई दिल्ली में लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना के निर्माण के लिए छह राज्यों के मध्य एमओयू किया गया है। ऊपरी यमुना बेसिन क्षेत्र में 3966.51 करोड़ रुपये की लागत वाली लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना के एमओयू पर केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल, हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने हस्ताक्षर किए। लखवाड़ परियोजना के तहत उत्तराखंड में देहरादून जिले के लोहारी गांव के पास यमुना नदी पर 204 मीटर ऊंचा कंक्रीट का बांध बनाया जाना है। बांध की जल संग्रहण क्षमता 330.66 एमसीएम होगी। इससे 33,780 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जा सकेगी। इसके अलावा इससे यमुना बेसिन क्षेत्र वाले छह राज्यों में घरेलू तथा औद्योगिक इस्तेमाल और पीने के लिए 78.83 एमसीएम पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा। परियोजना से 300 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। परियोजना निर्माण का काम उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड करेगा। छह राज्यों के मुख्यमंत्री सुलझाएंगे लखवाड़ का मसला, जल्‍द होगी बैठक यह भी पढ़ें परियोजना पर आने वाले कुल 3966.51 करोड़ रुपये की लागत में से बिजली उत्पादन पर होने वाले 1388.28 करोड़ का खर्च उत्तराखंड सरकार वहन करेगी। परियोजना पूरी हो जाने के बाद तैयार बिजली का पूरा फायदा भी उत्तराखंड को ही मिलेगा। परियोजना से जुड़े सिंचाई और पीने के पानी की व्यवस्था वाले हिस्से के कुल 2578.23 करोड़ के खर्च का 90 प्रतिशत (2320.41 करोड़ रुपये) केंद्र सरकार वहन करेगी, जबकि बाकी 10 प्रतिशत का खर्च छह राज्यों के बीच बांट दिया जाएगा। इसमें हरियाणा को 123.29 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में से प्रत्येक राज्य को 86.75 करोड़ रुपये, राजस्थान को 24.08 करोड़ रुपये, दिल्ली को 15.58 करोड़ रुपये तथा हिमाचल प्रदेश को 8.13 करोड़ रुपये देने होंगे। लखवाड़ परियोजना के तहत संग्रहित जल का बंटवारा यमुना के बेसिन क्षेत्र वाले छह राज्यों के बीच 12.05.1994 को किए गए समझौता ज्ञापन की व्यवस्थाओं के अनुरूप होगा। लखवाड़ बांध जलाशय का नियमन यूवाईआरबी के जरिए किया जाएगा। सीमन उत्पादन के लिए शनिवार को होगा एमओयू यह भी पढ़ें लखवाड़ बहुउद्देशीय परियोजना के अलावा ऊपरी यमुना क्षेत्र में किसाऊ और रेणुकाजी परियोजनाओं का निर्माण भी होना है। किसाऊ परियोजना के तहत यमुना की सहायक नदी टौंस पर देहरादून जिले में 236 मीटर ऊंचा कंक्रीट का बांध बनाया जाएगा। वहीं रेणुकाजी परियोजना के तहत यमुना की सहायक नदी गिरि पर हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में 148 मीटर ऊंचे बांध का निर्माण किया जाएगा। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि लखवाड़ राष्ट्रीय परियोजना है। इससे सभी साझेदार छह राज्यों को लाभ होगा। उत्तराखंड की बिजली जरूरतों को पूरा करने में यह योजना महत्वपूर्ण साबित होगी।

मंगलवार को नेशनल मीडिया सेंटर नई दिल्ली में लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना के निर्माण के लिए छह राज्यों के मध्य एमओयू किया गया है। ऊपरी यमुना बेसिन क्षेत्र में 3966.51 करोड़ रुपये की लागत वाली लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना के एमओयू पर …

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