दुनिया

इमरान खान पार्टी में महिलाओं को ऊंचे पद देने के बदले मांगते थे ‘सेक्सुअल फेवर’- पूर्व पत्नी रेहम खान

पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पूर्व पत्नी रेहाम खान की आने वाली किताब इस समय कई विवादों से घिर गई है. इसे लेकर इस बार उन्होंने इमरान खान पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है. सीएनएन 18 को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि इमरान खान पार्टी में महिलाओं को ऊंचा पद देने के लिए उनके साथ सेक्स करते हैं. रेहाम ने कहा कि अगर कोई महिला पार्टी में ऊपर के पद की मांग करती है तो इमरान खान उससे अपने साथ संबंध बनाने के लिए कहते हैं. अपनी आने वाली किताब में रेहाम ने इमरान के साथ बिताए बेहद निजी पलों के बारे में लिखा है. रेहाम खान इमरान की दूसरी पत्नी थीं. शादी के 15 महीने बाद ही दोनों का तलाक हो गया था. रेहाम ने इंटरव्यू में कहा कि अगर इमरान प्रधानमंत्री बनते हैं तो वो पाकिस्तान के लिए बेहद खतरनाक होगा. रेहाम के इस सनसनीखेज खुलासे के बाद इमरान खान की राजनीति पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ सकता है. पाकिस्तान में इसी साल 25 जुलाई को आम चुनाव होने वाले हैं. इमरान खान इस चुनाव में मुख्य प्रतिद्वंदियों में से एक हैं. 31 मई को ही पाकिस्तान की संसद को भंग कर दिया गया था. रेहाम की किताब के कुछ अंश को एक हैकर ने ऑनलाइन लीक कर दिया था. तभी से इस पर विवाद हो रहा है. कई लोगों ने किताब पर रोक लगाने की मांग की है. वहीं पाकिस्तान के स्टार गेंदबाज वसीम अकरम समेत चार लोगों ने रेहाम की किताब को लेकर उन्हें लीगल नोटिस भेजा है. आरोप है कि इस किताब में उनकी निजी निंदगी से जुड़ी कई सारी चीजों के बारे में लिखा गया है और ये उनकी मानहानि है. नोटिस भेजने वालों में रेहम के पहले पति ईजाज रहमान, क्रिकेटर वसीम अकरम, ब्रिटिश बिजनेसमैन सैयद जुल्फिकार बुखारी और तहरीक-ए-इंसाफ के मीडिया कोऑर्डिनेटर अनीला ख्वाजा शामिल

पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पूर्व पत्नी रेहाम खान की आने वाली किताब इस समय कई विवादों से घिर गई है. इसे लेकर इस बार उन्होंने इमरान खान पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है. …

Read More »

ट्रंप ने दी इफ्तार पार्टी, लेकिन कई मुस्लिम संगठनों ने बनाई दूरी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इफ्तार पार्टी से कई मुस्लिम संगठनों ने दूरी बना ली है। कई संगठनों ने फैसले किया है कि वो ट्रंप की इफ्तार में शरीक नहीं होंगे। ध्यान रहे कि यह ट्रंप की पहली इफ्तार पार्टी है। 90 के दशक में बिल क्लिंटन ने व्हाइट हाउस में इफ्तार पार्टी देने की शुरुआत की थी। हालांकि इस परिकल्पना का जन्म 1805 में थॉमस जेफरसन के समय में हो चुका था। पिछले साल ट्रंप ने इस पर रोक लगा दी थी। 2016 में चुनाव अभियान के दौरान कहा था कि वह मुस्लिमों के अमेरिका में आने पर प्रतिबंध लगा देंगे। ट्रंप ने ब्रिटेन के एक संगठन के कई वीडियो री ट्वीट करके भी सनसनी फैलाई थी। इनमें इस्लामिक संगठनों पर निशाना साधा गया था। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सेंडर्स ने कहा कि मुस्लिम संगठनों के बायकाट से आयोजन पर असर पड़ने जा रहा है। इसकी चमक फीकी होगी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इफ्तार पार्टी से कई मुस्लिम संगठनों ने दूरी बना ली है। कई संगठनों ने फैसले किया है कि वो ट्रंप की इफ्तार में शरीक नहीं होंगे। ध्यान रहे कि यह ट्रंप की पहली इफ्तार पार्टी …

Read More »

ग्वाटेमाला ज्वालामुखी विस्फोट में मृतकों की संख्या 99 पहुंची, बचाव कार्य रोका

पेसिफिक रिंग ऑफ फायर से सटे देश 'ग्वाटेमाला' में लंबे समय से सक्रिय ज्वालामुखी 'वोल्कन डे फुगो' की सक्रियता लगातार जारी है। 'आग का ज्वालामुखी' नाम से मशहूर फुगो ज्वालामुखी में भीषण विस्फोट से अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 99 हो गई है। प्रभावित इलाकों में रह रहे सात समुदाय पहले ही सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। ज्वालामुखी की सक्रियता बढ़ने के कारण बचाव अभियानों को रोक दिया गया है। ज्वालामुखी के लावा और राख से बचने से लिए एस्क्युन्टिला शहर में घबराए स्थानीय लोग भागने के लिए अपनी कार की ओर दौड़ पड़े। आपदा राहत एजेंसी के प्रमुख सर्गियो कबानास ने पत्रकारों को बताया कि इस आपदा के बाद से कुल 192 लोग लापता हैं। ज्वालामुखी से निकली राख और धुआं करीब 12,346 फीट तक उठते देखे गए। धमाके से तीन जगह अल रोडियो, अल्टेनेंगो और सैन मिगुएल सबसे ज्यादा क्षतिग्रस्त हुए हैं। फ्यूगो में यह साल का दूसरा धमाका है। अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ी गांवों में शवों की तलाश का काम वहां की भौगोलिक स्थिति तथा ज्वालामुखी से निकली गर्म मिट्टी, चट्टानों के टुकड़े और राख के कारण धीमा चल रहा है। कबानास ने कहा कि जब तक अंतिम पीड़ित नहीं मिल जाता तब तक तलाश जारी रहेगी। हालांकि, हम नहीं जानते कि कितने लोग लापता हैं। जितनी बार जरुरत होगी हम इलाके की तलाशी लेंगे। अधिकारियों ने बताया कि आपदा से 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इनमें से 3,000 से ज्यादा लोगों को अपने घरों से दूर सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है। 5.2 तीव्रता के भूकंप के बाद यह ज्‍वालामुखी फट गया था। इससे निकले लावा के तापमान लगभग 700 डिग्री सेल्सियस था। अफसरों के अनुसार, 44 साल बाद फ्यूगो में ऐसा ज्वालामुखी विस्फोट हुआ है। राष्ट्रपति जिमी मोरालेस ने विभागों के साथ मींटिग कर देश में आपातकाल लगा दिया है। बताते चलें कि 'वोल्कन डे फुगो' सबडक्शन क्षेत्र पर स्थित है, जहां केरेबियन प्लेट के नीचे कोकोज प्लेट हलचल करती रहती है। इसी वजह से ज्वालामुखी में लावा बनता रहता है और यह लगातार सक्रिय रहता

पेसिफिक रिंग ऑफ फायर से सटे देश ‘ग्वाटेमाला’ में लंबे समय से सक्रिय ज्वालामुखी ‘वोल्कन डे फुगो’ की सक्रियता लगातार जारी है। ‘आग का ज्वालामुखी’ नाम से मशहूर फुगो ज्वालामुखी में भीषण विस्फोट से अब तक मरने वालों की संख्या …

Read More »

लग्जरी होटल खर्च पर अटकी ट्रंप-किम की मुलाकात, अमेरिका ने कहा- हम नहीं देंगे पैसे

लग्जरी होटल खर्च पर अटकी ट्रंप-किम की मुलाकात, अमेरिका ने कहा- हम नहीं देंगे पैसे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन के बीच सिंगापुर में होने वाले ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन को लेकर तैयारियों जोरों पर हैं. लेकिन किम जोंग उन के पास होटल में रुकने के पैसे नहीं हैं. …

Read More »

ग्वाटेमाला: ज्वालामुखी फटने से एक ही परिवार के 36 लोगों सहित अबतक 69 की मौत

वहीं, समाचार एजेंसी एएफपी की खबर के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वह ज्वालामुखी विस्फोट से जानमाल को पहुंची क्षति को लेकर बहुत दुखी हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र बचाव और राहत प्रयासों में मदद करने के लिए तैयार है.

मध्य अमरिकी देश ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी फटने से एक ही परिवार के 36 लोगों सहित अबतक 69 की लोगों की मौत हो चुकी है. ज्वालामुखी से निकली राख कई किलोमीटर ऊपर हवा में उछल रही है और इलाकों में जाकर …

Read More »

SCO सैन्य अभ्यास से कम होगा भारत-पाक तनाव

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों का रूस में संयुक्त सैन्य अभ्यास होने जा रहा है। इसमें भारत और पाकिस्तान की सेनाएं पहली बार एक साथ सैन्य अभ्यास करेंगी। चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि इससे दोनों पड़ोसी देशों को तनाव दूर करने में मदद मिलेगी। इससे सकारात्मक बातचीत को भी बढ़ावा मिलेगा। चाइना डेली अखबार के अनुसार, एससीओ सदस्य देशों के संयुक्त सैन्य अभ्यास को "पीस मिशन 2018" नाम दिया गया है। इसका मकसद आतंकी खतरों के खिलाफ परस्पर विश्वास, सहयोग और समन्वय के अलावा क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बनाए रखने का है। यह सैन्य अभ्यास शेडोंग प्रांत के किंगदाओ शहर में नौ और दस जून को होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन के बाद होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई देशों के नेता शिरकत करेंगे। पिछला एससीओ सैन्य अभ्यास सितंबर 2016 में किर्गिस्तान में हुआ था। इस साल के सैन्य अभ्यास में भारत और पाकिस्तान पहली बार हिस्सा लेंगे। दोनों देश पिछले साल एससीओ के सदस्य बने थे। बीजिंग नार्मल यूनिवर्सिटी के अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर ली जिंग ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कई मसलों पर विवाद है लेकिन एससीओ सैन्य अभ्यास से दोनों देशों की सेनाओं के बीच सकारात्मक बातचीत का अवसर मिल सकता है। इससे दोनों देशों को तनाव दूर करने में मदद भी मिल सकती है। चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्प्रेरी इंटरनेशनल रिलेशन्स के शोधकर्ता ली ली ने कहा कि सदस्य देशों के लिए परस्पर विश्वास बहाली की दिशा में एससीओ एक प्रभावशाली मंच है।

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों का रूस में संयुक्त सैन्य अभ्यास होने जा रहा है। इसमें भारत और पाकिस्तान की सेनाएं पहली बार एक साथ सैन्य अभ्यास करेंगी। चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि इससे दोनों पड़ोसी देशों …

Read More »

‘US प्रतिबंध के बावजूद रूस से एस-400 सौदे को आगे बढ़ाएगा भारत’

रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद भारत ने उसके साथ सहयोग आगे जारी रखने की मंशा साफ जाहिर कर दी है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में समय की कसौटी पर खरा उतरा भारत-रूसी सहयोग आगे बढ़ेगा. भारत-रूस के साथ वायुसेना के लिए एस-400 ट्रायंफ वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का सौदा भी और मजबूती के साथ जारी रखेगा. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''अमेरिका के साथ हमारे सारे संवाद में, हमने स्पष्ट रूप से बताया है कि भारत व रूस का रक्षा सहयोग लंबे समय से कैसा रहा है और यह समय की कसौटी पर खरा उतरा पुराना रिश्ता है. हमने कहा है कि सीएएटीएसए का असर भारत-रूस रक्षा सहयोग पर नहीं पड़ सकता है." भारत-रूस के बीच कुडनकुलम की दो यूनिटों सहित 5 समझौते, NSG सदस्यता पर भी पुतिन का साथ बता दें कि भारत- रूस से वायु सेना के लिए एस-400 ट्रायंफ वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली खरीदना चाहता है. भारत चाहता है कि रूस के साथ उसके रक्षा क्षेत्र के रिश्तों को अमेरिका के कड़े सीएएटीएसए कानून से छूट मिले. PM मोदी ने पुतिन को याद दिलाई अटल से मुलाकात, कहा- आप 18 सालों से हमारे करीब भारत अगले महीने वाशिंगटन में अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक में इस मुद्दे को उठा सकता है.सीतारमण ने यह भी कहा कि रूस से भारत काफी मात्रा में रक्षा आस्तियां खरीदता है और दोनों देशों के बीच सहयोग जारी रहेगा.

रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद भारत ने उसके साथ सहयोग आगे जारी रखने की मंशा साफ जाहिर कर दी है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में समय की कसौटी पर खरा उतरा भारत-रूसी सहयोग आगे …

Read More »

शपथ ग्रहण के तीन दिन बाद प्रधानमंत्री का इस्तीफा

अगर कोई प्रधानमंत्री बिना किसी कारण के अपने कार्यकाल के दूसरे तीसरे दिन ही पद से इस्तीफा दे दे तो ये एक आश्चर्यजनक घटना होगी मगर मिस्र में ऐसा नहीं है. वह यह एक राजनैतिक परंपरा है. आज से तीन दिन पहले ही राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसीने प्रधानमंत्री शरीफ इस्माइलको उनके दूसरे कार्यकाल की शपथ दिलवाई थी और उसके बाद आज प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार का इस्तीफा उन्हें सौंप दिया. प्रधानमंत्री शरीफ इस्माइल का इस्तीफा मिस्र की राजनीतिक परंपरा है जिसमें राष्ट्रपति के नए कार्यकाल की शुरूआत के मौके पर सरकार इस्तीफा देना होता है. राष्ट्रपति के प्रवक्ता बस्सम रदी ने इस्माइल के इस्तीफे का ऐलान किया. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ने नयी सरकार के गठन तक उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा है. इस्माइल सितंबर 2015 से अब तक देश के प्रधानमंत्री पद पर आसीन है. अल सीसी और इस्माइल के रिश्ते बेहद प्रगाढ़ माने और जाते है और राष्ट्रपति कई बार प्रधानमंत्री की खुले टूर पर तारीफ कर चुके है. अल-सीसी के इस मौके पर कैबिनेट में बदलाव भी कर सकते हैं. मिस्र वैसे भी अपनी अलग परम्परा के लिए जाना जाता रहा है और यहाँ की धार्मिक और सांस्कृतिक परम्पराएं विश्व भर में प्रसिद्ध है ऐसे में यह राजनैतिक परंपरा भी अपने आपमें अनूठी

अगर कोई प्रधानमंत्री बिना किसी कारण के अपने कार्यकाल के दूसरे तीसरे दिन ही पद से इस्तीफा दे दे तो ये एक आश्चर्यजनक घटना होगी मगर मिस्र में ऐसा नहीं है. वह यह एक राजनैतिक परंपरा है.  आज से तीन …

Read More »

ट्रंप के पास खुद को भी क्षमादान देने का अधिकार

अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल के मामले में डोनाल्ड ट्रंप के पास खुद को क्षमादान देने का अधिकार है। ट्रंप के वकील रूडी गिलियानी ने यह जानकारी दी है। उन्होंने यह भी साफ किया कि फिलहाल ऐसा करने की ट्रंप की कोई योजना नहीं है। मालूम हो कि विशेष वकील रॉबर्ट मुल्लर 2016 चुनाव में रूस से साठ-गांठ की जांच कर रहे हैं। आरोप है कि चुनाव में ट्रंप का पक्ष मजबूत करने और उन्हें जीत दिलाने के लिए रूस की मदद ली गई थी। हालांकि, रूस और ट्रंप दोनों ही इस बात से इन्कार करते आए हैं। ट्रंप का खुद को क्षमादान देने का मामला तब उठा जब उनके वकील द्वारा मुल्लर को भेजे गए पत्र को न्यूयॉर्क टाइम्स ने प्रकाशित कर दिया था। पत्र में ट्रंप के वकीलों ने तर्क दिया था कि राष्ट्रपति के पास संवैधानिक अधिकार हैं, जिसका इस्तेमाल कर वह जांच रोकने के साथ खुद को क्षमादान भी दे सकते हैं। इसके बाद एक साक्षात्कार में गिलियानी ने कहा, "उनके पास अधिकार हैं। लेकिन वह इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं। मेरे विचार में राष्ट्रपति द्वारा खुद को क्षमादान दिए जाने के कई राजनीतिक दुष्परिणाम हो सकते हैं। दूसरों को क्षमादान देना और खुद को माफ करना दो बाते हैं। यह बहुत अजीब होगा।" पूर्व अटार्नी प्रीत भरारा ने कहा कि यदि ट्रंप खुद को माफी देने का फैसला करते हैं, तो वह अपने ऊपर महाभियोग चलाए जाने का रास्ता खोल देंगे। भारतीय मूल के भरारा को ट्रंप ने पिछले साल पद से बर्खास्त कर दिया था।

अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखल के मामले में डोनाल्ड ट्रंप के पास खुद को क्षमादान देने का अधिकार है। ट्रंप के वकील रूडी गिलियानी ने यह जानकारी दी है। उन्होंने यह भी साफ किया कि फिलहाल …

Read More »

पीएम मोदी के बयान से खुश है चीन, कहा- साथ काम करने को तैयार

पीएम नरेंद्र मोदी ने शांगरी-ला डायलॉग में चीन-भारत के संबंधों को लेकर कई सकारात्‍मक बातें कही थीं. अब चीन ने भी इन बातों का स्‍वागत किया है. पीएम मोदी ने शांगरी-ला डायलॉग में कहा था, 'भारत और चीन के साथ मिलकर काम करने से एशिया और दुनिया का भविष्‍य बेहतर होगा.' बता दें, पीएम के इस बयान का चीन ने स्‍वागत किया है और भारत के साथ काम करने की इच्छा भी जताई है. चीन के विदेश मंत्रायल के प्रवक्‍त ने कहा कि, 'हम ऐसी सकारात्मक टिप्पणियों की सराहना करते हैं. दोनों देश अंतरराष्ट्रीय और द्विपक्षीय संबंधों को लेकर सकारात्‍मक हैं. चीन भारत के साथ काम करने को तैयार हैं.' गौरतलब है कि, पीएम मोदी ने शांगरी-ला डायलॉग में कहा था कि दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाले इन दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ा है. भारत और चीन आपस के मुद्दों को सुलझाने के लिए विचार कर रहे हैं. बता दें, अप्रैल के अखि‍री हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय अनौपचारिक दौरे पर चीन गए थे. वहां चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ करीब नौ घंटे बिताए थे. इस बीच दोनों नेताओं ने एक साथ चाय की चुस्की ली और लंच किया. हालांकि इस मीटिंग में न तो कोई समझौता हुआ और न ही दोनों नेताओं ने ज्वॉइंट स्टेटमेंट जारी किया.

पीएम नरेंद्र मोदी ने शांगरी-ला डायलॉग में चीन-भारत के संबंधों को लेकर कई सकारात्‍मक बातें कही थीं. अब चीन ने भी इन बातों का स्‍वागत किया है. पीएम मोदी ने शांगरी-ला डायलॉग में कहा था, ‘भारत और चीन के साथ …

Read More »

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com