चीन की यात्रा पर मोदी सरकार के पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कहा है कि देश में लिंचिंग और रेप की घटनाओं के कारण देश के टूरिज्म पर थोड़ा बहुत असर जरूर हुआ है. लेकिन इन घटनाओं के कारण सबसे बड़ा नुकसान देश की छवि पर पड़ा है. अल्फोंस इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं. उनके पास पर्यटन मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार है. चीन में वह बीजिंग, वुहान और शंघाई पहुंचे अल्फोंस का उद्देश्य चीन के पर्यटकों को लुभाना है. अभी हाल में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में किसी भी देश की तुलना में चीन के पर्यटक सबसे ज्यादा आए हैं.
अल्फोंस से जब पूछा गया कि लिंचिंग की घटनाओं के कारण देश में पर्यटन प्रभावित हुआ है तो उन्होंने कहा, देश में बीफ बैन कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. पर्यटकों को ये केरल और नॉर्थ ईस्ट जैसे राज्यों में आसानी से उपलब्ध है. अल्फोंस ने कहा, ‘अगर ऐसा कुछ भी होता है तो देश की छवि के लिए अच्छा नहीं है.’ इसके साथ ही अल्फोंस ने कहा, पीएम मोदी इसे पहले ही एक जघन्य अपराध बता चुके हैं. उन्होंने राज्यों से ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
जब चीन के एक जर्नलिस्ट ने उनसे पूछा कि वह देश में विदेशी महिला पर्यटकों की सुरक्षा के लिए क्या कर रहे हैं, तब उन्होंने कहा, हम इस दिशा में काम कर रहे हैं. हमारा पूरा ध्यान महिला पर्यटकों की सुरक्षा पर है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, सबसे बड़ी समस्या विदेशी मीडिया के पक्षपातपूर्ण रवैये से है, जो लगातार यही बताती है कि भारत महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है.
भारत की चीन के 14.40 करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करने की योजना
भारत एक वरिष्ठ नौकरशाह की अगुआई में यहां एक क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय खोलने समेत चीन में अपनी पर्यटन नीति में बदलाव कर रहा है. भारत का लक्ष्य चीन के 14.40 करोड़ पर्यटकों के बड़े हिस्से को आकर्षित करना है. केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री के.जे.अल्फोंस ने यहां कहा कि चीन में अब एक भारतीय पर्यटन कार्यालय होगा जिसकी अगुआई कोई आईएएस या आईएफएस अधिकारी करेगा. इसमें विभिन्न मुहिम शुरू करने के लिए लोक संपर्क एजेंसी के अलावा रणनीतिक सलाहकार भी होंगे.
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय निदेशक की मदद के लिए एक रणनीतिक सलाहकार और एक लोक-संपर्क समूह होगा जो चीनी पर्यटकों को आकर्षित करेंगे. इसी तरह का एक कार्यालय न्यूयॉर्क में भी शुरू किया जाएगा. बीजिंग में पर्यटन मंत्रालय का लंबे समय से कार्यालय रहा था, जिसे अतुल्य भारत पर्यटन कार्यालय नाम से जाना जाता था. हालांकि यह 2016 तक मुख्य अधिकारी के बिना चलता रहा और बाद में बंद कर दिया गया. यह 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा के दौरान ई-वीजा सुविधा के विस्तार के बाद भी बंद हुआ. अल्फोंस अभी चीन के पर्यटकों को आकर्षित करने की संभावनाओं का तलाश करने के लिए वहां की यात्रा पर हैं.