अफगानिस्तान में हिंसा की वारदातों पर लगाम नहीं लग रही है। पिछले तीन दिनों में यहां बम विस्फोट में 28 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 47 अन्य घायल हो गए। रविवार को काबुल में हुए पहले घातक विस्फोट में नौ लोग मारे गए और 20 घायल हो गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने गृह मंत्री मसूद अंदाराबी के एक बयान के हवाले इसकी जानकारी दी है। रविवार को नंगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद शहर में एक पुलिस वैन पर हमला हुआ, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। बदख्शां प्रांत के बहारक जिले में रविवार सुबह एक कार से बम विस्फोट हो गया, जिसमें एक पुलिस अधिकारी सहित चार लोग घायल हो गए।
एक दिन पहले, बाल्ख प्रांत में एक सड़क के किनारे बम विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 18 दिसंबर को गजनी प्रांत में एक रिक्शा बम ने 15 लोगों की जान ले ली थी। इस दौरान 20 लोग घायल भी हुए थे। गृह मंत्रालय के अनुसार अफगानिस्तान में पिछले तीन महीनों में कुल 37 हमले और 510 विस्फोट हुए हैं। इस दौरान लगभग 500 नागरिकों की मौत हुई है और 1,050 से अधिक अन्य घायल हुए हैं। अक्टूबर में जारी यूएन असिस्टेंस मिशन ऑफ अफगानिस्तान (UNAMA) की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 1 जनवरी से 30 सितंबर तक कुल 2,117 नागरिकों की मौत हो गई और 3,822 लोग घायल हो गए।
सेना के साथ संघर्ष में 74 तालिबानी आतंकवादी ढेर
देश की राजधानी काबुल में हाल ही में हुईं कुछ बड़ी घटनाओं से वारदातों में तेजी आने की आशंका जाहिर की जा रही। पिछले दिनों अफगानी सरकार के वरिष्ठ अधिकारी महबूबुल्लाह माहेबी और उनके सहायक की हत्या हो गई थी। दोनों की की गोली मारकर हत्या हुई थी। रविवार को अफगानी सेना के साथ संघर्ष में 74 तालिबानी आतंकवादी ढेर हो गए। सेना की कार्रवाई में पिछले हफ्ते 82 आतंकी मारे गए थे।