राजधानी में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले बढ़ने के साथ मौत के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं। एक सप्ताह में 401 लोगों की मौत हो चुकी है। जून के बाद ऐसा पहली बार है कि सात दिनों में इतने लोगों की मौत हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ता प्रदूषण भी मौत के आंकड़ों में बढ़ोतरी का कारण है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, शनिवार को 79 लोगों की मौत हुई थी। 15 जून के बाद पहली बार एक दिन में इतने लोगों की मौत हुई। शुक्रवार को भी 64 लोगों की मौत हुई थी।
हालांकि, दिल्ली की कुल मृत्युदर लगातार घट रही है, जो इस समय 1.61 फीसदी है। 10 दिन की यह दर 0.80 फीसदी है। एम्स अस्पताल के डॉक्टर विक्रम बताते हैं कि जिस हिसाब से संक्रमित मिल रहे हैं, उसके मुकाबले कम लोगों की मौत हो रही है। इसलिए मृत्युदर नहीं बढ़ रही है। मौत के आंकड़ों को कम करने की जरूरत है।
डॉक्टर के मुताबिक, बढ़ता प्रदूषण भी मौत के मामलों में इजाफे का एक कारण है। क्योंकि, प्रदूषण फेफड़ों को प्रभावित करता है। कोरोना भी फेफड़ों को ही नुकसान पहुंचाता है। इसलिए कई लोगों में संक्रमण के गंभीर लक्षण उभर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली से बाहर के कई मरीज गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती कराए जा रहे हैं। रोजाना हो रही मौतों में बाहर से आने वाले मरीजों की भी बड़ी संख्या है। मौत के मामलों को कम करने के लिए सरकार की ओर से पुख्ता कदम उठाए जा रहे हैं।
इस सप्ताह की स्थिति
तारीख मौत
01 51
02 42
03 48
04 51
05 66
06 64
07 79
नोट : आंकड़े स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक हैं।