बल्लभगढ़ में बीकॉम फाइनल ईयर की छात्रा निकिता तोमर की हत्या के मुख्य आरोपी तौसीफ के परिजनों ने वारदात के पीछे धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाने से इनकार किया है। उन्होंने दोषी को कड़ी सजा देने की मांग भी की है।
तौसीफ के चाचा और सोहना विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके जावेद अहमद ने एक न्यूज चैनल से वार्ता में कहा कि इस घटना के पीछे धर्म परिवर्तन कराने जैसा कोई भी मामला नहीं है। जो भी दोषी है, उसे कानून के अनुसार कड़ी सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि गलत काम करने वाला किसी का बेटा नहीं होता। वो सिर्फ एक अपराधी होता है।
उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन जैसी बातें वे लोग कर रहे हैं, जिन्हें धर्म के बारे में कुछ पता नहीं है। बसपा नेता ने कहा कि वे उस परिवार से संबंध रखते हैं, जहां हिंदू भाइयों का ज्यादा सहयोग रहता है। उनका परिवार सारे धर्मों की इज्जत करने वाला है।
बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज के बाहर निकिता की हत्या के तीसरे दिन भी लोगों में जबरदस्त आक्रोश दिखा। लोगों ने बुधवार को सोहना रोड पर जमाकर आरोपियों को जल्द फांसी देने की मांग की। उधर, इस संगीन हत्याकांड में प्रशासन ने स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया है। टीम अपना घर सोसाइटी जाकर निकिता के परिजनों से मिली। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकार ‘लव जिहाद’, जबरन धर्म परिवर्तन और अन्य दृष्टिकोण से जांच कराएगी। विज ने इस संबंध में अतिरिक्त मुख्य सचिव को बुधवार को निर्देश दिए।
दिल्ली से फरीदाबाद पीड़ित परिजनों के घर पहुंचे हिंदू आर्मी के पदाधिकारियों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर काफी गुस्सा था। उन्होंने सोहना रोड को जाकर दिया। आक्रोशित लोगों ने सड़क के बीच बैठ प्रदर्शन किया। इससे बल्लभगढ़ की ओर आने व जाने वाले ट्रैफिक जाम हो गया। 10 मिनट में दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। करीब आधे घंटे तक सोहना रोड जाम रहा। छात्र संगठनों ने भी प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता हत्याकांड के घटनास्थल पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। उधर, नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने लघु सचिवालय पर प्रदर्शन किया। वे इस मामले में जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे थे।