दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड रेल कॉरिडोर को आनंद विहार रेलवे टर्मिनल, बस अड्डा, मेट्रो और कौशांबी बस अड्डा से जोड़ने का खाका तैयार कर लिया गया है। ऐसी व्यवस्था बनाई गई है कि अंदर ही अंदर यात्री एक से दूसरी परिवहन सेवा के लिए जा सकेंगे। इसके लिए यात्रियों को 250 मीटर से ज्यादा नहीं चलना पड़ेगा। सड़क पर जाने की जरूरत नहीं होगी।
मेट्रो के गेट के करीब बनेगा स्टेशन
आनंद विहार में रैपिड रेल का भूमिगत स्टेशन बनना प्रस्तावित है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) इस स्टेशन को यहां पर मेट्रो स्टेशन और रेलवे टर्मिनल के बीच बनाने के लिए जगह निर्धारित की है। इसका प्रवेश द्वार आनंद विहार मेट्रो स्टेशन के गेट से सटा होगा, ताकि यात्री पैदल ही आ-जा सकें।
एफओबी से जुड़ेंगे दोनों बस अड्डे और रेलवे टर्मिनल
आनंद विहार और कौशांबी बस अड्डे को फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) के माध्यम से जोड़ा जाएगा। एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने बताया कि चौधरी चरण सिंह मार्ग के ऊपर से एफओबी को कौशांबी बस अड्डे के अंदर तक तक बनाया जाएगा। इसके अलावा आनंद विहार रेलवे टर्मिनल को भी एफओबी के जरिये जोड़ा जाएगा। यहां एफओबी टर्मिनल के सब-वे के आसपास उतारा जाएगा।
भूमिगत हिस्से के टेंडर पर निर्णय नहीं
यह कॉरिडोर 82.15 किलोमीटर लंबा है, जो सराय काले खां से शुरू होगा। न्यू अशोक नगर तक जमीन के ऊपर एलिवेटेड बनाया जाएगा। खिचड़ीपुर से आनंद विहार के रास्ते 5.73 किलोमीटर का कॉरिडोर साहिबाबाद बीईएल तक भूमिगत बनाया जाएगा। इस हिस्से के निर्माण के लिए टेंडर खुल चुका है। शंघाई टनल इंजीनियरिंग लिमिटेड कंपनी लिमिटेड ने सबसे कम बोली लगाई थी, लेकिन अब तक इस कंपनी को ठेका सौंपे जाने का निर्णय नहीं हुआ है।
प्रस्तावित स्टेशन
दिल्ली : सराय काले खां, न्यू अशोक नगर, आनंद विहार
गाजियाबाद : साहिबाबाद, मेरठ तिराहा, गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ
मेरठ : मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल, मोदीपुरम (इसके अतिरिक्त मेट्रो स्टेशन भी बनेंगे)
रीजनल रैपिड रेल से जुड़े तथ्य
- 30,274 करोड़ रुपये लागत
- रैपिड रेल में होंगे अधिकतम नौ कोच
- रैपिड रेल की अधिकतम स्पीड 180 किमी. प्रति घंटा तक होगी, न्यूनतम 100किमी.
पुनीत वत्स (मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, एनसीआरटीसी) का कहना है कि आनंद विहार में रीजनल रैपिड रेल के स्टेशन को दोनों बस अड्डे, रेलवे टर्मिनल और मेट्रो स्टेशन से जोड़ने के लिए पूरी योजना बना ली गई है। डिजाइन भी तैयार कर लिया गया है। उसकी स्वीकृति प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।