दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में रेलवे ट्रैक के किनारे झुग्गियां मुसीबत बनी हुई हैं। इसके कारण यहां ट्रेन धीमी रफ्तार से चलाई जाती है, क्योंकि कई बार झुग्गी में रहने वाले बच्चे और लोग ट्रैक के आसपास मौजूद होते हैं। ऐसे में अक्सर हादसे का खतरा बना रहता है।
ट्रैक के बगल में बनी हुईं हैं पांच हजार झुग्गियां
लाजपत नगर के जल विहार मद्रासी कैंप में करीब पांच हजार झुग्गियां ट्रैक के बगल में बनी हुई हैं। वहीं, सुखदेव विहार व ओखला रेलवे स्टेशन के पास, सेवा नगर, हरि नगर आश्रम से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक के आसपास भी हजारों झुग्गियां हैं।
झुग्गियां ट्रैक से बिल्कुल सटाकर बसी हैं
जल विहार मद्रासी कैंप में मुख्यत: दक्षिण भारत से आने वाले लोग झुग्गी बनाकर रहते हैं। ये लोग आसपास की रिहायशी कॉलोनियों में घरेलू सहायक, ड्राइवर, रिक्शा चालक और कुछ दफ्तरों में काम करने वाले लोग रहते हैं। झुग्गियां ट्रैक से बिल्कुल सटाकर बनाई गई हैं।
हमेशा रहता है ट्रेन की चपेट में आने का खतरा
इस दौरान घर से बाहर निकलते समय भी ट्रेन की चपेट में आने का खतरा बना रहता है। ट्रैक के किनारे रहने वाले लोग ट्रैक पर ही शौच करते हैं, जिससे ट्रैक पर गंदगी फैली रहती है। झुग्गियों के आसपास प्लास्टिक और कचरे का ढेर दिखाई देता है।
झपटमारी और लूटपाट का भी रहता है खतरा
ट्रैक के आसपास झुग्गियां बनी होने से उस जगह पर ट्रेन धीमी चलने से गेट और खिड़की पर खड़े यात्रियों से बदमाश झपटमारी व लूटपाट करके झुग्गियों में घुस जाते हैं। ट्रैक के आसपास की झुग्गियां हटाए जाने से ट्रेनों में बढ़ रहे अपराध में कमी आएगी।