दिल्ली की 70 सीटों में से एक चांदनी चौक विधानसभा सीट के परिणाम पर भी लोगों की खास नजर रहेगी, क्योंकि यहां से आम आदमी पार्टी की पूर्व विधायक और अब कांग्रेस नेता अलका लांबा उम्मीदवार हैं। दिल्ली की तेज तर्रार नेताओं में शुमार अलका लांबा को चांदनी चौक सीट पर मजबूत उम्मीदवार माना जाता रहा है। इस सीट पर उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। इस बार आम आदमी पार्टी से प्रह्लाद सिंह साहनी और भाजपा से सुमन कुमार गुप्ता जैसे मजबूत उम्मीदवारों ने यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है। ऐसे में अलका लांबा के लिए अपनी सीट बरकार रखना चुनौती से कम नहीं होगा।
अलका लांबा (कांग्रेस)
कभी सीएम अरविंद केजरीवाल के खास लोगों में शुमार अलका लांबा ने मतभेदों के चलते AAP से नाता तोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया। इसके बाद वह इस सीट पर कांग्रेस से प्रत्याशी हैं। पिछली बार एकतरफा मुकाबले में जीत हासिल करने वाली अलका लांबा को इस बार त्रिकोणीय मुकाबले में भारतीय जनता पार्टी के सुमन कुमार गुप्ता और आम आदमी पार्टी प्रत्याशी से प्रह्लाद सिंह साहनी से कड़ी चुनौती मिल रही है। लोगों से संपर्क उनकी खासियत रही है। वह अपने संपर्कों और काम के दम पर चुनाव जीतने की बात कर रही हैं।
सुमन कुमार गुप्ता (आम आदमी पार्टी)
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में भी वह भारतीय जनता पार्टी से उम्मीदवार थे और उन्होंने AAP प्रत्याशी रहीं अलका लांबा को टक्कर देने की कोशिश की थी, लेकिन अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की लहर में वह चुनाव बुरी तरह हार गए। वहीं, इस चुनाव में सुमन कुमार गुप्ता को मोदी को काम के साथ भाजपा की नीतियों के सहारे जीत का पूरा भरोसा है।
प्रहल्लाद सिंह साहनी (भारतीय जनता पार्टी)
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में प्रह्लाद सिंह साहनी कांग्रेस से उम्मीदवार थे, लेकिन उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। अलका लांबा के अरविंद केजरीवाल के साथ संबंध बिगड़ने के बाद प्रह्लाद सिंह साहनी ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था। फिलहाल वह अरविंद केजरीवाल के चेहरे और आम आदमी पार्टी के काम के सहारे जीत की आस लगाए हुए हैं।