कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में स्टार प्रचारकों के उतरते ही दिल्ली की राजनीति और गरमाने लगी है। बृहस्पतिवार को अभिनेत्री और कांग्रेस नेता नगमा के गांधी नगर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी अरविंदर सिंह लवली के प्रचार अभियान में उतरने के बाद पार्टी एक बार फिर आक्रामक होती नजर आ रही है।
पूर्व अभिनेत्री नगमा ने पूर्व परिवहन मंत्री अरविंदर सिंह लवली के लंबे अनुभवों की तारीफ करते हुए कहा कि अपने कार्यकाल में ब्लू लाइन बसें हटाकर लो फ्लोर बसों की दिल्ली वासियों को सौगात दी।
गांधी नगर क्षेत्र से शेष दिल्ली को जोडने के लिए मेट्रो लाइन पहुंचाने सहित सड़कों पर ओवरब्रिज का जाल भी बिछाया। बृहस्पतिवार को गांधी नगर विधान सभा क्षेत्र के प्रत्याशी के लिए समर्थन मांगते हुए सचेत किया कि नफरत फैलाने वालों को पहचाने और पनपने न हो। झूठे वादे करने वाली पार्टी को वोट न दे जो सत्ता में आने पर काम न करें।
उधर, रोहताश नगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार विपिन शर्मा ने कहा कि यह मेरे लिए राजनीति का अखाड़ा नहीं, मेरा घर है। मैं इस क्षेत्र की जी जान से सेवा करूंगा। विकास के नाम पर आगे भी काम करता रहूंगा।
विपिन शर्मा ने कहा कि चुनावों के लिए पार्टियों के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए मुद्दों से भटकाने की कोशिश की जा रही है। शाहीन बाग प्रकरण इसका जीता जगता प्रमाण है, जिसपर दोनों ही पार्टियां असंवेदनशील है।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार के लिए उतरी पार्टी की नेता अभिनेत्री नगमा ने कहा कि देशवासियों को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जताने का अधिकार है, लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता सीएए का विरोध जता रहे लोगों को गद्दार बता रहे हैं।
गोली मारो…जैसे भड़काऊ बयान दिए जा रहे हैं। उन्होंने दिल्ली पुलिस के रवैये पर भी सवाल खड़े किए। नगमा ने कहा कि एक के बाद एक घटना ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बापू की पुण्य तिथि पर मार्च के दौरान गोली चलने की घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि दिल्ली में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है।
कांग्रेस की स्टार प्रचारक के तौर पर दिल्ली पहुंचने के बाद बातचीत में नगमा ने कहा कि यह बहुत चिंता की बात है कि सीएए, एनआरसी के मुद्दे पर विरोध करने वालों को दबाया जा रहा है। तीन तलाक का मौका देकर महिलाओं का सम्मान करने वाली पार्टी के ही नेता शाहीन बाग को तौहीन बाग बता रहे हैं। देशवासियों को बापू के पदचिह्नों पर चलने की कोशिश करनी चाहिए। देश में शांति बनाए रखने के लिए पार्टियों को ऐसे बयानों से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि असम में एनआरसी आने के बाद 3-4 कोई समुदाय विशेष नहीं, बल्कि वहां रहने वाले सभी वर्ग के नागरिकों के नाम हैं। यदि कोई विरोध कर रहा है तो उन्हें गद्दार नहीं कहा जाना चाहिए।
दिल्ली चुनाव में भले ही कांग्रेस पार्टी अपना पूरा दमखम झोंक आम आदमी पार्टी और भाजपा को चुनौती देने का दावा कर रही हो, लेकिन विपक्ष की ओर से स्टार प्रचारकों को लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। अब तक सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे कांग्रेस के बड़े चेहरे चुनावी मैदान में नहीं उतरे हैं। इन्हीं सवालों पर कांग्रेस के कई विधानसभा उम्मीदवारों का लगभग एक जैसा ही रुख देखने को मिल रहा है। इनकी दलील है कि स्टार प्रचारक नहीं, वे खुद के दम पर चुनाव लड़ रहे हैं।
मुंडका विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. नरेश कुमार का कहना है कि जनता के बीच स्थानीय चेहरा और मुद्दे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। पांच साल विधायक को ही पूरे क्षेत्र की जिम्मेदारी संभालनी है। उन्होंने बृहस्पतिवार को मुंडका क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में बुजुर्गों से मुलाकात करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपनी खांसी पूरी दिल्ली को दे दी है। विकास के नाम पर कुछ नहीं किया। आप और भाजपा कांग्रेस के विकास को झूठा साबित करने में जुटे हैं।
मटियाला से कांग्रेस प्रत्याशी सुमेश शौकीन का कहना है कि वे अपने क्षेत्र के लोगों और उनकी परेशानियों को सबसे बेहतर जानते हैं। पार्टी के शीर्ष नेताओं से ज्यादा जनता प्रत्याशियों से मिलना चाहती है और उनसे अपनी समस्याओं को साझा करना चाहती है। उनके मन की बातें सुनने के बाद उनका समाधान करना भी जरूरी है।
चांदनी चौक से कांग्रेस प्रत्याशी अलका लांबा भी लगातार जनसभाओं में जुटी हैं। महिलाओं के अलावा वे व्यापारियों के साथ भी कई सभाएं कर चुकी हैं। ठीक इसी तरह से लक्ष्मी नगर के डॉ. हरीदत्त शर्मा, कृष्णा नगर से डॉ. एके वालिया, कस्तूरबा नगर से अभिषेक दत्त लगातार सभाओं में जुटे हैं। इन सब के बीच पार्टी सूत्रों का कहना है कि 1 से 6 फरवरी के बीच कांग्रेस के तमाम बड़े चेहरे और नेता गली-मोहल्लों में सभाएं करेंगे। इनमें प्रियंका और राहुल गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल हैं।