मैक्सिको के सुरक्षा बलों को एकबार फिर सैकड़ों प्रवासियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा है। समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को सैकड़ों प्रवासियों के एक झुंड ने मैक्सिको में दाखिल होने की कोशिश की लेकिन उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली। मैक्सिको को ग्वाटेमाला से अलग करने वाली नदी पर शरणार्थियों का सामना मैक्सिको के सुरक्षा बलों से हुआ। प्रवासियों की सुरक्षाबलों से झड़प हो गई और उन्हें वापस खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 Caravan (2020 कारवां) नाम के प्रवासियों के इस झुंड में तकरीबन 3,500 लोग शामिल थे जो कि ग्वाटेमाला की ओर सुचैत नदी (Suchiate River) के पास जमा हो गए। यह नदी मैक्सिको और ग्वाटेमाला के बीच सीमाई इलाके को चिह्नित करती है। ये लोग यह मांग कर रहे थे कि उन्हें अमेरिका की ओर जाने दें। जब अधिकारियों की ओर से इस बारे में कोई जवाब नहीं दिया गया तो उन्होंने नदी पार करना शुरू कर दिया। यह नदी इस समय छिछली हो गई है।
इसके बाद मैक्सिको के सुरक्षा बलों ने प्रवासियों की भीड़ को तितिर बितिर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके साथ ही लोगों में भगदड़ की स्थिति हो गई और वे नदी के रास्ते होकर भागने लगे। अधिकारियों ने बताया कि सीमा पार करने की कोशिश में लगभग 200 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मैक्सिको के प्रवासन अधिकारियों ने बताया कि हम उन विदेशियों के स्वागत के लिए तैयार है जो वैध और कानूनी तरीके से देश में दाखिल होंगे।
मालूम हो कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मैक्सिको सीमा पर 450 मील लंबी दीवार बनाना चाहते हैं। लेकिन पिछले महीने उनकी कोशिशों को एक करारा झटका लगा था। टेक्सास की अल पासो जिला अदालत ने दीवार के लिए सैन्य निर्माण फंड से करीब 25 हजार करोड़ रुपये की रकम के हस्तांतरण पर रोक लगा दी थी। जज डेविड ब्रायोनेस की इसी अदालत ने पिछले साल अक्टूबर में भी अमेरिकी रक्षा विभाग से दीवार निर्माण के लिए फंड लेने की कोशिश को गैरकानूनी करार दिया था।