तेहरान में दुर्घटनागस्त हुए यूक्रेन के विमान को गलती से मार गिराए जाने की बात ईरान ने कबूल कर ली है। ईरान ने कहा कि मानवीय गलती के कारण ऐसे हुआ है। 8 जनवरी को हुए इस हादसे में 176 लोगों की मौत हो गई थी। बता दें कि दुर्घटना के बाद अमेरिका ने दावा किया था कि ईरान ने ही विमान को मार गिराया। हालांकि, ईरान ने विमान पर हमले की बात से साफ इनकार कर दिया था। रूसी संसद की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष ने कहा कि तेहरान को यूक्रेन विमान दुर्घटना से सबक सीखना चाहिए।
राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कबूला सच
ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि सशस्त्र बलों की आंतरिक जांच ने निष्कर्ष निकाला है कि मानवीय गलती से दागी गई मिसाइल की वजह से विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। राष्ट्रपति रूहानी ने हादसे पर माफी मांगी है।उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन का विमान एक बड़ी त्रासदी और अक्षम्य गलती है।
पहले से ही थी घोषणा की उम्मीद
जानकारी के लिए बता दें कि ईरान की नागरिक उड्डयन विभाग के बाद पहले से ही उम्मीद जताई जा रही थी कि इस तरह की घोषणा की जा सकती है। अब ईरान प्रशासन ने बयान जारी कर साफ तौर पर कह दिया है कि ईरान का विमान मानवीय भूल के कारण निशाने पर आ गया था।
यूक्रेन के मंत्री ने दिया था ये बयान
बता दें कि इससे पहले यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा था कि विमान कैसे दुर्घटना ग्रस्त हुआ इसे लेकर अभी किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस बोइंग 737 टेकऑफ के तुरंत बाद तेहरान के इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के आसपास के क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में मौजूद ईरान, यूक्रेन, अफगानिस्तान, कनाडा, जर्मनी, स्वीडन और यूनाइटेड किंगडम के नागरिकों सहित सभी 176 लोग मारे गए थे।
अमेरिका ने भी किया था दावा
हादसे के बाद से ही अमरीकी मीडिया में इस बात का अंदेशा लगाया जा रहा है कि यूक्रेन के विमान को ईरान ने फाइटर विमान समझकर मार गिराया होगा। वही ईरान ने हादसे की जांच में हर संभव मदद करने का भरोसा दिया था। हालांकि, हादसे के बाद मलबे साफ करने की जो तस्वीरें सामने आई उनसे चिंता जताई जा रही थी कि अहम सबूतों के मिटाया जा सकता है।