अब इजराइल के एफ-351 लड़ाकू विमानों ने इराक-सीरिया सीमा पर शुक्रवार को तड़के ईरान समर्थित पॉप्युलर मोबलाइजेशन फोर्स (Popular Mobilization Forces, PMF) को निशाना बनाकर एयर स्ट्राइक की। समाचार एजेंसी स्पुतनिक ने अरबी चैनल अल-मायादीन के हवाले से यह जानकारी दी है। अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच जारी टकराव में इजराइल के कूद जाने से स्थिति और विकट हो गई है।
कुछ रिपोर्टों के मुताबिक, इजरायली वायु सेना के दो एफ-351 लड़ाकू विमानों ने इराक-सीरिया सीमा के पास ट्रकों और जवानों को निशाना बनाया। मालूम हो कि पॉप्युलर मोबलाइजेशन फोर्स (Popular Mobilization Forces, PMF) को हशद अल-शाबी के नाम से भी जाना जाता है। इसे अमेरिका ने आतंकवादी संगठन करार दिया है। पिछले हफ्ते अमेरिका ने एक ड्रोन स्ट्राइक में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था।
इसके बाद ईरान ने अमेरिका से बदला लेने की धमकी दी थी और ईराक के इरबिल और अल असद (Al-Assad and Irbil) इलाके में उस एयरबेस को निशाना बनाया जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल डेरा डाले हुए हैं। साथ ही ईरान के रिवॉलूशनरी गार्ड ने इजराइल सरीखे देशों को आगाह करते हुए कहा था कि यदि क्षेत्र के देशों ने उसके खिलाफ किसी हमले के लिए अमेरिकी बलों को अपनी जमीन मुहैया कराई तो वह इसका माकूल जवाब देगा।
इस बयान के सामने आने के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने कहा था कि यदि उसने इजराइल पर हमला करने की गुस्ताखी की तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। नेतन्याहू ने कहा कि जो कोई हम पर हमला करेगा उसे बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। बता दें कि इजराइली प्रधानमंत्री ने ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी Major General Qasem Soleimani को आतंकियों का आका बताया था। यही नहीं उन्होंने अमेरिका की ईरानी बलों पर कार्रवाई का समर्थन किया था।