लॉस एंजेल्स : यूक्रेन के दुर्घटनाग्रस्त विमान का फ़्लाइट रिकार्डर ‘ब्लैक बाक्स’ मिल गया है लेकिन ईरान ने कहा है कि वह इस ब्लैक बाक्स को बोइंग बनाने वाली अमेरिकी कंपनी के सुपुर्द करना नहीं चाहता और न ही यह बाक्स यूक्रेन के हवाले करना चाहता है । बोइंग निर्माता अमेरिकी कंपनी के अलावा विश्व में कुछ ही देश हैं, जो ब्लैक बाक्स के डाटा के विश्लेषण से दुर्घटना का पता लगा सकते हैं। बता दें कि मंगलवार को हुई इस दुर्घटना में बोइंग 737-800 इस क़दर क्षत -विक्षत हो गया था कि इसमें सवार सभी 177 यात्री और चालक दल में से कोई नहीं बचा। ईरानी मीडिया ने इस दुर्घटना का कारण तकनीकी खामी बतायी थी। इस दुर्घटना और अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल हमलों का समय क़रीब क़रीब आसपास था लेकिन ईरानी अधिकारियों का दावा है कि इस दुर्घटना का मिसाइल प्रक्षेपण से कोई संबंध नहीं है।
अमूमन इस तरह की घटनाओं में विमान बनाने वाली कंपनियाँ महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। वैश्विक विमानन नियमों के अनुसार मेज़बान देश को ब्लैक बाक्स के निरीक्षण का अधिकार है। ईरान विमानन संगठन के अली अबेदजदह ने दावा किया है कि वे विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी को ब्लैक बाक्स नहीं देंगे। ईरानी संगठन ने कहा है कि यूक्रेन चाहे तो इस जाँच कार्य में सहयोग दे सकता है। उधर बोइंग ने भी कहा है कि वह मदद देने को तत्पर है। इस विमान में यूक्रेन के अलावा ज़्यादातर यात्री कनाडा के थे।