इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए हमले में 80 लोगों की मौत हुई है. इसमें 20 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं. यह दावा ईरानी मीडिया ने किया है. ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद मंगलवार देर रात ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दर्जनभर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया. फिलहाल पेंटागन नुकसान का आकलन कर रहा है. इस बीच ईरानी मीडिया ने दावा किया है कि ईरानी मिसाइल हमले में 80 लोगों की मौत हुई है.
अमेरिका और ईरान के बीच जारी तनातनी के बीच ईरान की राजधानी तेहरान स्थित इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक यात्री विमान क्रैश हो गया है. यह विमान यूक्रेन का था और इसमें सवार सभी 170 यात्री मारे गए. ईरान के रेड क्रिसेंट की ओर से कहा गया है कि तेहरान से उड़ान भरने के बाद बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए एक यूक्रेनी यात्री विमान में सवार सभी 170 लोग मारे गए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के रिवॉल्युशनरी गार्ड्स ने अमेरिकी एयरबेस पर हमले को ‘शहीद सुलेमानी’ ऑपरेशन का नाम दिया और ताबड़तोड़ कई मिसाइलें दागीं. इस घटना के बाद ईरानी के एक एटमी प्लांट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है क्योंकि उस पर अमेरिकी हमले की आशंका मंडराने लगी है.
समाचार एजेंसी इस्ना को एक अधिकारी ने कहा कि उन देशों पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं जहां ईरान के आसपास अमेरिकी सैन्य ठिकाने बने हैं. ईरान पहले भी अमेरिका सहित उसके सहयोगी देशों को कड़े अंजाम भुगतने की चेतावनी दे चुका है. इसके बाद कनाडा ने इराक से अपने सैनिकों को कुवैत भेजने पर विचार किया है.