प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कर्नाटक दौरे के पहले दिन सिद्धगंगा पहुंचे। यहां पूजा अर्चना के बाद प्रधानमंत्री ने एक सभा को संबोधित करते हुए नए वर्ष की शुभकानाएं देने के साथ ही देश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे विरोध पर अपी बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने नई ऊर्जा और नए उत्साह के साथ 21वीं सदी के तीसरे दशक में प्रवेश किया है। आपको याद होगा कि बीते दशक की शुरुआत किस तरह के माहौल से हुई थी। लेकिन 21वीं सदी का ये तीसरा दशक उम्मीदों की, आकांक्षाओं की मजबूत नींव के साथ शुरू हुआ है।
CAA के खिलाफ प्रदर्शन पर बोले कि, जो लोग आज भारत की संसद के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की हरकतों को बेनकाब करने की जरूरत है। अगर आपको आंदोलन करना ही है तो पाकिस्तान के पिछले 70 साल के कारनामों के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए, आवाज उठानी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, कुछ हफ्ते पहले ही संसद ने CAA बनाने का ऐतिहासिक काम भी किया है। लेकिन कांग्रेस के लोग और उनके साथी दल और उनका बनाया इकोसिस्टम भारत की संसद के खिलाफ ही उठ खड़ा हुआ है। जैसी नफरत वो हमसे करते हैं, ऐसा ही स्वर अब देश की संसद के खिलाफ दिख रहा है। आज हर देशवासी के मन में सवाल है कि जो लोग पाकिस्तान से अपनी जान बचाने के लिए, अपनी बेटियों की जिंदगी बचाने के लिए यहां आए हैं, उनके खिलाफ तो जुलूस निकाले जा रहे हैं लेकिन जिस पाकिस्तान ने उनपर ये जुल्म किया, उसके खिलाफ इन लोगों के मुंह पर ताले क्यों लगे हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने अपील की कि, अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उसके खिलाफ नारे लगाइए। अगर आपको जुलूस निकालना ही है तो पाकिस्तान से आए दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, आतंकवाद के विरुद्ध भारत की रीति और नीति में बदलाव का संकल्प भी पूरा हो रहा है, जम्मू कश्मीर से 370 को हटाकर वहां से आतंक और अनिश्चितता को दूर करने का, वहां विकास के नए युग का संकल्प भी पूरा हो रहा है। 2014 के बाद से ही सामान्य मानवीय के जीनव में सार्थक परिवर्तन लाने वाले अभूतपूर्व प्रयास भारत ने किए हैं। आज खुले में शौच से देश को मुक्त करने का संकल्प, गरीब बहनों को धुएं से मुक्ति का संकल्प और किसानों, छोटे व्यापारियों, श्रमिकों को पेंशन का संकल्प सिद्ध हो रहा है।