मोटापे और ज्यादा वजन वाले लोग अन्य की अपेक्षा कैंसरकी लड़ाई बेहतर तरीके से लड़ सकते हैं। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है और बॉडी मास इंडेक्स उच्च रहता है उनमें कैंसर से लड़ने की क्षमता अधिक होती है।
नॉन स्मॉल सेल लंग्स कैंसर (एनएससीएलसी) के लिए एक सामान्य इम्यूनोथेरेपी उपचार ‘एटिजोलिजुमाब’ के चिकित्सकीय परीक्षणों पर ध्यान केंद्रित करते हुए ऑस्ट्रेलिया की फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया कि उच्च बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) वाले रोगियों पर यह थेरेपी बेहद कारगार है।
इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता और फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के शोध छात्र गणेशन किचेनदास ने कहा, ‘यह दिलचस्प परिणाम है और यह कैंसर और अन्य कैंसर-रोधी दवाओं की जांच करने की क्षमता को बढ़ाता है।
सात तरह के कैंसर से बचा सकता है व्यायाम
न्यूयॉर्क, एजेंसी। नियमित व्यायाम से ना सिर्फ तन और मन स्वस्थ रहता है बल्कि कई तरह की बीमारियों से बचाव भी हो सकता है। अब एक अध्ययन में कैंसर से बचाव में भी इसकी भूमिका पाई गई है। इसमें पाया गया है कि जितने समय शारीरिक गतिविधि की सलाह दी जाती है, अगर उसका पालन किया जाए तो सात प्रकार के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। यह निष्कषर्ष करीब साढ़े सात लाख वयस्कों पर किए गए नौ अध्ययनों के विश्लेषषण के आधार पर निकाला गया है।
अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं के अनुसार, शारीरिक गतिविधि और 15 प्रकार के कैंसर के बीच जु़ड़ाव पर गौर किया गया। हफ्ते में ढाई से पांच घंटे सामान्य व्यायाम या सवा घंटे से ढाई घंटे तक ज्यादा पसीना बहाने वाले व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। अध्ययन में पाया गया कि सलाह के अनुसार व्यायाम करने से कोलोन, स्तन, किडनी और लिवर जैसे सात कैंसर का खतरा कम हो सकता है।