वाशिंगटन : अमेरिका में तंबाकू उत्पाद खरीदने और इसका सेवन करने वालों की आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष कर दी गई है। इसे व्हाइट हाउस का एक बड़ा कदम बताया जा रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को इस बिल पर हस्ताक्षर कर दिए। इसे व्हाइट हाउस का एक बड़ा कदम बताया जा रहा है। अमेरिका में वैपिंग की एक बड़ी इंडस्ट्री है, जिनकी लॉबी बहुत ताकतवर बताई जाती है। इस लॉबी के विरोध के बावजूद एफडीए सहित कुछ अन्य एजेंसियों ने एक सर्वे के आधार पर जारी रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिका में आठवीं, दसवीं और बारहवीं कक्षा के 2409 बच्चों को ई सिगरेट अर्थात वैपिंग से मादक औषधि का सेवन करने और उनके फेफड़े खराब होने के कारण किसी न किसी अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा है। स्कूली बच्चों में वैपिंग की बढ़ती लत को देखते हुए देश के 19 राज्य पहले से ही तंबाकू खरीदने वालों की आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष कर चुके थे। इनके अलावा वाशिंगटन डी सी सहित 500 शहरों में तंबाकू खरीदने वालों की आयु बढ़ाकर 21 वर्ष की जा चुकी है।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा है कि गैर तंबाकू उत्पादों वाली ई सिगरेट को प्रतिबंधित किया जाएगा। इन गैर तंबाकू ई सिगरेट से बच्चों के फेफड़े खराब हो रहे थे। इनमें वह फ्लेवर वाले मादक उत्पाद भी शामिल हैं, जो बच्चे ई सिगरेट के जरिए पीते थे और मुंह से धुंआ उड़ाते थे। इस ई सिगरेट में बच्चे मरिजुआना आदि मादक दवाएं भी बड़ी तादाद में पीते हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एक सर्वे में 396 पब्लिक और प्राइवेट स्कूलों में 42531 बच्चे ई सिगरेट का सेवन करते देखे गए। इनमें बारहवीं कक्षा के 20.8 प्रतिशत बच्चे मरिजुआना का सेवन करते हैं, जबकि 19.4 प्रतिशत दसवीं कक्षा के बच्चे ई सिगरेट से मरिजुआना का सेवन करते है हैं। इनमें ऐसे बच्चों की तादाद काम नहीं है, जो प्रतिदिन मरिजुआना का सेवन करते हैं।