पारंपरिक सिगरेट के सुरक्षित विकल्प के दावे के साथ पेश की गई ई-सिगरेट से होने वाले नुकसान को लेकर एक नया अध्ययन किया गया है। इसमें पाया गया कि ई-सिगरेट के इस्तेमाल से अस्थमा और ब्रोंकाइटिस (श्वसन नली में संक्रमण) जैसी फेफड़ों की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
अमेरिका की कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, यह निष्कर्ष ई-सिगरेट और तंबाकू सेवन को लेकर करीब 32 हजार लोगों पर तीन साल तक किए गए एक अध्ययन के आधार पर निकाला गया है।
इस अध्ययन से जुड़े प्रोफेसर स्टैंटन ग्लैंट्ज ने कहा, ‘तंबाकू सेवन को नियंत्रित करने के बाद भी ई-सिगरेट का इस्तेमाल करने वालों में फेफड़ों के रोग का खतरा करीब तीन गुना ज्यादा पाया। इस आधार पर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि ई-सिगरेट भी नुकसानदेह है।’ पूर्व में किए गए अध्ययन में भी ई-सिगरेट और फेफड़ों के रोग के बीच संबंध पाया गया था।