वर्ष 1923 के बाद पहली बार दिसंबर माह में हुए ब्रिटेन आम चुनाव में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव पार्टी को पूर्ण बहुमत मिली है। इसके पहले जारी मीडिया रिपोर्ट में चुनाव अधिकारियों व एक्जिट पोल का हवाला दिया गया था। इसके अनुसार, लेबर पार्टी के पीछे होने और कंजर्वेटिव के आगे होने की बात कही गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोरिस जॉनसन को जीत की बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को बेहतरीन जीत के साथ वापसी पर बधाईयां। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और भारत-ब्रिटेन के बीच संबंधों पर मिलकर काम करने की उम्मीद रखता हूं।’ उल्लेखनीय है कि यहां पांच सालों के भीतर यह तीसरा चुनाव कराया गया है। इसके पहले 2015 और 2017 में चुनाव हुए थे।
बीबीसी के अनुसार, बोरिस जॉनसन डाउनिंग स्ट्रीट वापस लौटेंगे। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि यह ब्रेक्जिट को लेकर जनादेश है और अगले माह EU से UK को बाहर निकाल लिया जाएगा। कंजर्वेटिव्स की जीत पर जेरेमी कॉर्बिन ने कहा कि वे भविष्य में चुनाव नहीं लड़ेंगे। समूचे नॉर्थ, मिडलैंड्स और वेल्स में लेबर पार्टी को हार मिली है जहां 2016 में ब्रेक्जिट को समर्थन मिला था।
एएफपी के अनुसार, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन संसद में अपनी सीट को बरकरार रखने में सफल हुए।
सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के मुख्य प्रतिद्वंद्वी विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन है। लेकिन लेबर पार्टी को होने वाली भारी हार के पूर्वानुमान को देखते हुए पार्टी से नेता जेरेमी कॉर्बिन ने इस्तीफे का ऐलान किया है। कॉर्बिन ने कहा, ‘यह लेबर पार्टी के लिए काफी निराशा भरी रात है।
ब्रिटेन में गुरुवार को आयोजित आम चुनाव के लिए देश के लोगों ने वोटिंग की। एग्जिट पोल के अनुसार, कंजर्वेटिव पार्टी 338, लेबर 191, स्कॉटिश नेशनल पार्टी 55, लिबरल डेमोक्रेट्स को 13 सीटें बताई गई थी।
लेबर पार्टी को होने वाली भारी हार के पूर्वानुमान को देखते हुए पार्टी से नेता जर्मे कॉर्बिन (Jeremy Corbyn) ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। कॉर्बिन ने कहा, ‘यह लेबर पार्टी के लिए काफी निराशा भरी रात है।’