एक साल के लंबे अंतराल के बाद भारत के 100 तीर्थयात्री पाकिस्तान के मंदिर की यात्रा पर हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित कटास राज मंदिर (katas Raj temple) के लिए यह जत्था शनिवार को रवाना हुआ। यह हिंदु तीर्थयात्री शुक्रवार को वाघा बॉर्डर पहुंचेगे। इसके अगले दिन यानी शनिवार को सभी तीर्थयात्री मंदिर पहुंज जाएंगे। इसकी जानकारी पाकिस्तान के उप-सचिव एवेक्यू प्रॉपर्टी ट्रस्ट बोर्ड (ईटीपीबी) सैयद फ़राज़ अब्बास ने दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने 200 तीर्थयात्रियों आने की व्यवस्था की हुई है।
इससे पहले पकिस्तानी मुस्लिम लीग पार्टी की सरकार ने इस प्रोजेक्ट को लॉन्च किया था। जिसमें तीथयात्रियों के लिए 36 कमरों की व्यवस्था की गई थी। यह प्रोजेक्ट अब पूरा हो गया है। सेवानिवृत्त कैप्टन अब्दुल सत्तार एसानी ने मंगलवार को एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा की। कटास राज मंदिर कई हिंदू मंदिरों से से जुड़ा हुआ है। बता दें कि परिसर में कटास नामक एक तालाब भी है, जिसे हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है। बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान की तरफ से करतापुर कॉरिडोर के लिए भारतीय को बिना वीजा आने-आने की इजाजत दी थी।
इस साल अगस्त महीने में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान और भारत के रिश्तों में कडवाहट है। पाकिस्तान की तरफ से इस अनु्च्छेद को हटाए जाने का विरोध हुआ। पकिस्तान ने यूएन से भी इस मामले में मदद की गुहार लगाई, लेकिन चौरतरफा उसे मुंह की खानी पड़ी। वहीं ज्यादातर देशों ने इस मामले को पाकिस्तान और भारत का आंतरिक मामला बताया, लेकिन पाकिस्तान इससे भी बाज नहीं आया और जम्मू कश्मीर के बारे में अफवाहें फैलाने लगा। इस क्रम में दोनों देशों के बीच पहले के मुकाबले अच्छे रिश्ते नहीं हैं, लेकिन ऐसे में पाकिस्तान की 100 तीर्थयात्रियों को अनुमति देना अच्चा संकेत हो सकता है।