कांग्रेस ने देश के अगले प्रधानमंत्री के लिए भले ही अपने अध्यक्ष राहुल गाँधी को लोकसभा चुनाव के लिए दावेदार बता दिया हो लेकिन अगर कोई और इस पद के लिए दावेदार हुआ तो कांग्रेस सहयोगी दल के नेता को भी प्रधानमंत्री बनाने से पीछे नहीं हटेगी. इस बात का ज़िक्र राहुल गाँधी ने हाल ही में किया है जिसमें उन्होंने ये कहा है कि भाजपा और आरएसएस की सरकार बनने से रोकने के लिए कांग्रेस हर मुमकिन प्रयास करेगी.
जानकारी के लिए बता दें कि ये बात राहुल गांधी ने मंगलवार को दिल्ली में महिला पत्रकारों के एक बड़े समूह के साथ अनौपचारिक मुलाकात में कही थी जहां उनसे ऐसे सवाल किये गए थे. इसी के बाद उनसे ये भी पूछा गया कि 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद वह भाजपा विरोधी गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री बनेंगे ? तो उन्होंने इस बात का ये जवाब दिया कि उन्हें अब 15 साल या उससे का राजनितिक अनुभव हो चुका है इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि वो अब देश के किसी भी मुद्दे को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं.
राहुल बताते हैं, देश के राजनीति की अब उन्हें बेहतर समझ है और जरूरत पड़ने पर वह राष्ट्रीय समस्याओं का समाधान ज्यादा बेहतर तरीके से निकाल सकते हैं. इसके आगे जब उन्हें महिला पत्रकारों ने पूछा कि क्या वह किसी महिला को भी प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार करेंगे ? इस पर भी राहुल का यही कहना था कि भाजपा-आरएसएस की सरकार बनने से रोकने के लिए वह ये कदम भी उठा सकते हैं यानि उन्हें जो सही लगेगा उसे अपना लेंगे.