कश्मीर मुद्दे पर पूरी दुनिया में मुंह की खा चुके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अभी भी इस मुद्दे को उठाने की कोशिश में लगे हुए हैं। इसी को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। फोन पर हुई इस बातचीत के दौरान इमरान खान ने ट्रंप से कश्मीर मुद्दे पर भी बातचीत की। इसके साथ ही इमरान ने अफगान शांति प्रक्रिया पर भी ट्रंप से चर्चा की। इमरान के कार्यालय की ओर से इसकी जानकारी दी गई है।
कश्मीर पर बोले इमरान
इमरान खान ने राष्ट्रपति ट्रम्प को कश्मीर के हालात को लेकर बताया। पाकिस्तान, कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद से ही वहां के हालात को लेकर रोना रो रहा है, जबकि कश्मीर में हालात अब काफी सामान्य हैं। कश्मीर के हालात को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने सदन को बताया है कि कश्मीर में किस तरह अब स्थिति सामान्य है और देश-दुनिया में सिर्फ कश्मीर को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है।
कश्मीर मुद्दे पर विफल रहा पाकिस्तान
दरअसल, पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर भारत को घेरने की कोशिश की है लेकिन दुनिया के ज्यादातर देशों ने और खुद भारत ने कहा है कि कश्मीर एक आंतरिक मामला है
पाकिस्तान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति ट्रम्प की निरंतरता और मध्यस्थता की पेशकश की सराहना करते हुए प्रधान मंत्री इमरान खान ने जोर देकर कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति को कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने प्रयासों को जारी रखना चाहिए। बता दें, डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए बार-बार मध्यस्थता की पेशकश की है। लेकिन साथ ही अमेरिकी प्रशासन इस बात को भी दोहराता रहा है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है।
अफगानिस्तान पर भी चर्चा
इमरान खान ने कश्मीर के अलावा अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर भी फोन पर ट्रंप से चर्चा की। पीएम इमरान खान के कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक खान ने कहा कि अफगानिस्तान में पश्चिमी बंधकों की रिहाई एक सकारात्मक विकास था और पाकिस्तान खुश है कि वे सुरक्षित और आजाद हैं।