भारत और बांग्लादेश (India vs Bangladesh) के बीच राजकोट में खेला गया टी20 मुकाबला बेहद अहम था। टीम की कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा का यह 100वां टी20 इंटरनेशनल मैच था साथ ही भारत के लिए करो या मरो की स्थिति। टीम इंडिया अगर यह मुकाबला हार जाती तो उसके हाथ से सीरीज चली जाती और बांग्लादेश के खिलाफ पहली सीरीज हारने का कलंक भी लग जाता। रोहित ने 6 छक्कों से सजी आतिशी पारी खेली और भारतीय टीम को आसान जीत दिला दी।
रोहित शर्मा ने इस मैच में 43 गेंद पर 6 चौके और 6 छक्के लगाते हुए 85 रन की आतिशी पारी खेली। इसी पारी की बदौलत भारत ने महज 15.4 ओवर में बांग्लादेश से मिले 154 रन के लक्ष्य का हासिल करने में कामयाब हुआ। इस जीत के बाद भारत ने सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली।
रोहित शर्मा बनाना चाहते थे 6 छक्कों का रिकॉर्ड
टी20 क्रिकेट में पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह के नाम छह गेंद पर छह छक्के लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है। युवराज सिंह ने 2007 टी20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर छह लगातार छक्के लगाने का रिकॉर्ड बनाया था। रोहित शर्मा ने राजकोट टी20 में मोसाद्देक हुसैन के ओवर में तीन लगातार गेंद पर छक्के जमाए। चौथी गेंद पर वह ऐसा करने से चूक गए और उसके बाद उन्होंने एक रन लेकर स्ट्राइक बदल लिया।
रोहित ने बताया क्यों बदला 6 छक्के लगाने का मन
गुरुवार को दूसरे टी20 मैच के दौरान रोहित ने बांग्लादेशी गेंदबाज मोसाद्देक हुसैन की तीन लगातार गेंद पर छक्के जमाए। इस बारे में उन्होंने चहल टीवी पर बात करते हुए कहा कि उनका इरादा तो छह छक्के मारने का था। “जब मैंने तीन लगातार छक्के लगाए तो फिर मेरी कोशिश छह छक्के मारने की थी। लेकिन चौथी गेंद पर मैं चूक गया इसके बाद मैंने एक रन लेने का फैसला किया।“