गुरुवार(31 अक्टूबर) को जम्मू कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया। जम्मू कश्मीर के द्विभाजन के बाद संयुक्त राष्ट्र(यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कश्मीर को लेकर बयान दिया है। यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कश्मीर को लेकर अपनी अपील को दोहराते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान को बातचीत के जरिए इस मसले को सुलझाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए, जिससे कश्मीर में मानवाधिकार को सम्मान मिल सके।
5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के मोदी सरकार के फैसले के लगभग तीन महीने बाद जम्मू कश्मीर से गुरुवार को लद्दाख को अलग कर दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख बना दिया गया। गिरीश चंद्र मुर्मू ने जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल की शपथ ली तो राधा कृष्ण माथुर को लद्दाख का उप-राज्यपाल बनाया गया है।
महासचिव की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के उप प्रवक्ता फरहान हक ने गुरुवार को मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, दरअसल, उन्होंने हमारी बुनियादी चिंताओं को दोहराया है, महासचिव ने पहले अपनी चिंताओं को व्यक्त किया है। जैसा कि आप जानते हैं, उन्होंने स्थिति पर चर्चा करने के उनके अनुरोध पर भारत और पाकिस्तान के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की है।
हक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने भारत और पाकिस्तान दोनों से अपील की है कि बातचीत के जरिए इस मुद्दे को निपटाने की कोशिश करें। विशेष रूप से मानवाधिकार के उच्चायुक्त ने स्पष्ट किया है, केवल कश्मीर में मानवाधिकारों के लिए पूरे सम्मान के साथ हल किया जाए।
5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ राजनयिक संबंधों को कम कर दिया था और पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त को वापस नई दिल्ली भेज दिया था।